ED को BYJU'S के खिलाफ 9,000 करोड़ की हेराफेरी के सबूत मिले
प्रवर्तन निदेशालय (ED) को एड-टेक स्टार्टअप BYJU'S के विदेशी फंडिंग से संबंधित कानूनों का उल्लंघन करके 9,000 करोड़ रुपये का हेरफेर करने के सबूत मिले हैं। एजेंसी ने उसे नोटिस जारी किया है और इतने पैसे जमा करने को कहा है। मामले में ED ने अप्रैल में BYJU'S के सह-संस्थापक बायजू रवींद्रन और उनकी कंपनी 'थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड' के खिलाफ विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA) के प्रावधानों के तहत मुकदमा दर्ज किया था।
ED ने BYJU'S पर क्या आरोप लगाए हैं?
इंडिया टुंडे की रिपोर्ट्स के अनुसार, जांच एजेंसी का कहना है कि BYJU'S को साल 2011-2023 के बीच करीब 28,000 करोड़ रुपये की विदेशी फंडिंग मिली। ED का आरोप है कि कंपनी ने 2020-21 से अपना वित्तीय विवरण तैयार नहीं किया और खातों का अनिवार्य ऑडिट भी नहीं करवाया। आरोप है कि इस अवधि में कंपनी ने विभिन्न विदेशी संस्थाओं को लगभग 9,754 करोड़ रुपये दिए, जबकि विज्ञापन और मार्केंटिंग के नाम पर करीब 944 करोड़ रुपये खर्च किए गए।
अप्रैल में छापेमारी के दौरान ED को मिले थे अहम सबूत
अप्रैल, 2023 में ED ने विभिन्न शिकायतों का संज्ञान लेते हुए BYJU'S के बेंगलुरू स्थित 3 परिसरों में छापेमारी की कार्रवाई की थी। तब जांच एजेंसी ने दावा किया कि उसे छापेमारी में विदेशी फंडिंग से संबंधित कानूनों के उल्लंघन के आरोपों से जुड़े कई दस्तावेज और डिजिटल सबूत मिले हैं। मामले में ED ने कंपनी के CEO रवींद्रन को कई समन जारी किए गए थे, लेकिन वह पूछताछ के लिए उपस्थित नहीं हुए।
ED को BYJU'S द्वारा उपलब्ध कराए लेनदेन के दस्तावेजों पर संदेह
जांच एजेंसी को BYJU'S द्वारा उपलब्ध कराए गए विदेश फंडिंग से संबंधित दस्तावेजों और उनके आंकड़ों की सत्यता पर संदेह था। इसके बाद से बैंकों द्वारा कंपनी के लेनदेन की जांच की जा रही है।
BYJU'S ने ED का नोटिस मिलने से किया इनकार
इसी बीच BYJU'S ने एक बयान में इन सभी रिपोर्ट्स का खंडन किया है। इसमें कहा गया है कि उसे विदेशी फंडिंग में हेरफेर के आरोपों को लेकर कोई नोटिस नहीं मिला है। कंपनी के प्रवक्ता ने कहा, "BYJU'S ने स्पष्ट रूप से उन मीडिया रिपोर्ट का खंडन किया है, जो कंपनी पर FEMA के किसी भी उल्लंघन का संकेत देती हैं। उन्हें जांच एजेंसी की ओर से इस संबंध में कोई सूचना नहीं मिली है।"
न्यूजबाइट्स प्लस
BYJU'S एक एड-टेक कंपनी है, जहां विद्यार्थियों को आधुनिकतम तकनीक के माध्यम से शिक्षा प्रदान दी जाती है। इस कंपनी की स्थापना 2011 में बायजू रवींद्रन और दिव्या गोकुलनाथ ने मिलकर की थी। इस कंपनी का मुख्यालय बेंगलुरू में है और कंपनी के ब्रांड एम्बेसडर बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान हैं। ये कंपनी कंपनी किंडरगार्टन (KG) कक्षा से लेकर कक्षा 12 तक शिक्षा प्रदान करने के अलावा NEET और IIT जैसी कई प्रतियोगी परीक्षाओं की ऑनलाइन तैयारी भी करवाती है।