अमानवीयता की हद, कोरोना के डर से कचरे की गाड़ी में डालकर ले जाया गया शव
उत्तर प्रदेश के बलरामपुर से एक शर्मसार करने देने वाला वीडियो सामने आया है। इसमें कुछ लोगों को एक व्यक्ति के शव को कचरे की गाड़ी में डालकर पुलिस स्टेशन ले जाते हुए देखा जा सकता है। मृत शख्स की अचानक से मौत हो गई थी और एंबुलेंस के स्टाफ ने उसके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की आशंका जताते हुए उसके शव को छूने से इनकार कर दिया था। पूरा मामला क्या है, आइए आपको बताते हैं।
किसी काम से सरकारी कार्यालय आया था मृत शख्स
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से 160 किलोमीटर दूर स्थित बलरामपुर जिले का रहने वाला 42 वर्षीय मोहम्मद अनवर किसी काम से एक स्थानीय सरकारी कार्यालय पर आया था। यहां वह अचानक से कार्यालय के गेट पर गिर पड़ा और उसकी मौत हो गई। घटनास्थल के एक वीडियो में उसके शव को जमीन पर पड़े हुए देखा जा सकता है औऱ उसके पास पानी की एक बोतल रखी हुई है।
नगर निगम के कर्मचारियों ने कचरे की गाड़ी में डाला शव
वहीं एक दूसरे वीडियो में नगर निगम के चार कर्मचारियों को अनवर के शव को उठाकर कचरे का गाड़ी में डालते हुए देखा जा सकता है। इस दौरान वहां पुलिस भी खड़ी हुई है। एक अन्य वीडियो में मौके पर एंबुलेंस को भी देखा जा सकता है। 'NDTV' की रिपोर्ट के अनुसार, एंबुलेंस के कर्मचारियों ने अनवर के कोरोना वायरस संक्रमित होने के डर से शव को ले जाने से इनकार कर दिया था।
देखें घटना का वीडियो
वीडियो में दिख रहे सभी पुलिसकर्मी और नगर पालिका कर्मचारी निलंबित
मामले में एक सब इंस्पेक्टर और दो कांस्टेबल को प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुए निलंबित कर दिया गया है। वहीं नगर पालिका के चारों कर्मचारियों को भी निलंबित कर दिया गया है। अभी तक अनवर के कोरोना से संक्रमित होने की पुष्टि नहीं हुई है।
पुलिस प्रमुख बोले- घटना अमानवीय और संवेदनहीन
बलरामपुर के पुलिस प्रमुख देवरंजन वर्मा ने मामले पर मीडिया से बात करते हुए कहा, "कोरोना की वजह से जो हर तरफ संशय बना हुआ है, संभवतः इस वजह से इन लोगों ने ऐसी लापरवाही और संवेदनहीन हरकत ही है जो बहुत गलत है। दहशत का माहौल है, इन लोगों ने लापरवाही का एक अमानवीय कार्य किया... अगर कोरोना का संदिग्ध व्यक्ति भी था तो PPE किट को पहनकर उसे हैंडल किया जाना चाहिए था।"
देशभर में सामने आ रही हैं कोरोना वायरस की वजह से भेदभाव की घटनाएं
बता दें कि देशभर में कई ऐसी घटना सामने आई हैं जहां कोरोना वायरस संक्रमितों और संदिग्धों के शव को लेकर लोगों को रवैया उग्र या लापरवाही वाला रहा है। कोरोना की वजह से मरे कई मरीजों के परिजन उनके शव को लेने तक नहीं आए हैं। वहीं कई जगह संक्रमितों के अंतिम संस्कार के दौरान लोगों के हमले की खबरें भी आई हैं। कोरोना संक्रमितों के शवों को बिना नियमों का पालन किए फेंकने की घटनाएं भी हुई हैं।