प्रसिद्ध भजन गायक नरेंद्र चंचल का 80 साल की उम्र में निधन
प्रसिद्ध भजन गायक नरेंद्र चंचल का शुक्रवार को दिल्ली के अपोलो अस्पताल में 80 वर्ष की उम्र में दोपहर करीब 12:15 बजे निधन हो गया। वह 80 साल के थे और पिछले तीन महीने से उनका अपोलो अस्पताल में इलाज चल रहा था। कई प्रसिद्ध भजनों के साथ-साथ चंचल ने हिंदी फिल्मों में कई गाने भी गाए थे। भजन गायकी में उन्होंने एक बड़ा मुकाम हासिल किया था। निधन के बाद सोशल मीडिया पर लोग उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं।
जानिए कौन थे नरेंद्र चंचल
1940 में नमक मंडी अमृतसर में पैदा हुए नरेंद्र ने 1973 में पहली बार हिंदी फिल्म में गाना गाया था। उन्होंने बॉलीवुड में गायकी की शुरुआत ऋषि कपूर की फिल्म 'बॉबी' से की थी। उन्होंने 'बॉबी' में 'बेशक मंदिर मस्जिद तोड़ो' के बाद 'बेनाम' फिल्म का 'मैं बेनाम हो गया' सुपर हिट गाना गाया था। उन्होंने 'बेनाम', 'रोटी कपड़ा और मकान' और 'अवतार' जैसी फिल्मों में भी गाने गाए। उन्हें बेस्ट मेल प्लेबैक सिंगर का फिल्मफेयर अवॉर्ड भी मिला है।
नरेंद्र चंचल ने मां से सीखा था संगीत
नरेंद्र चंचल बचपन से ही अपनी माता कैलाश वती के मुख से भजन सुनते थे और उन्हें शुरू से ही भक्ति भजनों में विशेष रुचि थी। मां के भजनों को सुनकर ही उनमें भी भजन गाने की रुचि पैदा हुई थी। उन्होंने अपनी मां और फिर प्रेम त्रिखा से संगीत सीखा था। इसके बाद वह भजन गाने लगे थे। उन्होंने न सिर्फ शास्त्रीय संगीत, बल्कि लोक संगीत से भी लोगों की दिल जीता।
प्रधानमंत्री मोदी ने जताया शोक, दलेर मेहंदी ने भी दी श्रद्धांजलि
चंचल के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक जताया है। उन्होंने लिखा, 'लोकप्रिय भजन गायक नरेंद्र चंचल जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। उन्होंने भजन गायन की दुनिया में अपनी ओजपूर्ण आवाज से विशिष्ट पहचान बनाई। शोक की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं। ओम् शांति!' वहीं पंजाबी गायक दलेर मेहंदी ने लिखा, 'उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं। दुख की घड़ी में उनके परिवार के साथ हूं।'
यहां देखिए प्रधानमंत्री का ट्वीट
गायक दलेर मेहंदी ने जताई संवेदना
चंचल का कोरोना पर गाया गाना हुआ था वायरल
नरेंद्र चंचल ने उम्र बढ़ने के साथ-साथ अपने भजन गायन में काफी प्रयोग किए थे। यहां तक कि कोरोना महामारी के भारत आने के बाद उन्होंने इस पर भी भजन गाया था, जो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था। अफसोस कि यह उनका आखिरी भजन था। चंचल ने 'कित्थों आया कोरोना' भजन को गाया था। इसके बोल थे, "डेंगू भी आया, स्वाइन फ्लू भी आया, चिकनगुनिया ने शोर मचाया, अब रे की की होना, कित्थों आया कोरोना।"