छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण का मतदान जारी, 10 बजे तक 12.54 फीसदी वोटिंग
छत्तीसगढ़ में आज दूसरे चरण के लिए मतदान जारी है। मतदान सुबह 8 बजे से शुरू हुआ था और शाम 5 बजे तक चलेगा। राज्य में दूसरे चरण में 72 विधानसभा सीटों के लिए वोट डाले जा रहे हैं। शुरुआती दो घंटे में 12.54 फीसदी मतदाताओं ने अपना वोट डाला है। बता दें कि राज्य में विधानसभा की कुल 90 सीटें हैं, जिनमें से 18 सीटों पर बीते 12 नवंबर को मतदान हो चुका है।
इस चरण में कुल 1079 उम्मीदवार हैं मैदान में
दूसरे चरण में 1079 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। इनमें से 493 निर्दलीय उम्मीदवार हैं। एक सीट पर सबसे कम और ज्यादा उम्मीदवारों की बात करें तो रायपुर नगर दक्षिण सीट पर सबसे ज्यादा 46 उम्मीदवार और सबसे कम 6 उम्मीदवार बिंद्रानवागढ़ सीट पर हैं। 72 सीटों में से 17 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए और 9 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। जानकारी के अनुसार दूसरे चरण में 1 करोड़ 53 लाख 85 हजार 983 मतदाता वोट डालेंगे।
इन बड़े नामों की किस्मत का होगा फैसला
दूसरे चरण में राज्य सरकार (भाजपा) के नौ मंत्रियों की किस्मत का फैसला होना है। इनमें बृजमोहन अग्रवाल, राजेश मूणत, प्रेम प्रकाश पांडेय, अमर अग्रवाल, दयालदास बघेल, अजय चंद्राकर, पुन्नुलाल मोहले और भैयालाल राजवाड़े के नाम शामिल हैं। वहीं कांग्रेस की तरफ से मुख्यमंत्री पद के दावेदार भूपेश बघेल, टीएस सिंहदेव और चरणदास महंत के लिए भी लोग आज वोट डालेंगे। इनके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी और उनकी पत्नी रेणु जोगी के भाग्य का फैसला भी आज हो जाएगा।
पहले चरण में हुआ था 70 फीसदी मतदान
राज्य में 12 नवंबर को संपन्न हुए पहले चरण के मतदान में 70 फीसदी वोटिंग हुई थी। इनमें से सबसे ज्यादा वोटिंग खैरागढ़ सीट पर हुई थी। यहां पर 84 फीसदी वोटिंग हुई। इसके अलावा मुख्यमंत्री रमन सिंह की सीट राजनांदगांव में 70.5 फीसदी, बस्तर में 70 फीसदी, चित्रकोट में 71 फीसदी, दंतेवाड़ा में 49 फीसदी, खुज्जी में 72 फीसदी, अंतागढ़ में 43 फीसदी और बीजापुर में सबसे कम 33 फीसदी मतदाताओं ने अपने अधिकार का इस्तेमाल किया।
11 दिसंबर को आएँगे चुनावी नतीजे
दूसरे चरण के साथ ही छत्तीसगढ़ में मतदान की प्रक्रिया समाप्त हो जाएगी। 11 दिसंबर को चुनावों के नतीजे घोषित किए जाएंगे। छत्तीसगढ़ में कुल 1 करोड़ 85 लाख, 45 हजार 819 मतदाता हैं। 2013 में हुए चुनावों में राज्य में 21,418 मतदान केंद्र थे, जो इस साल बढ़कर 23,632 हो गए हैं। जानकारी के लिए बता दें कि मध्यप्रदेश से अलग राज्य बनने के बाद छत्तीसगढ़ में पहला चुनाव साल 2003 में हुआ था।