लाल किले पर हिंसा के दूसरे मामले में भी दीप सिद्धू को जमानत, जल्द होंगे रिहा
दिल्ली की एक कोर्ट ने लाल किले पर हिंसा से जुड़े दूसरे केस में भी पंजाबी अभिनेता दीप सिद्धू को जमानत दे दी है। पहले केस में उन्हें 17 अप्रैल को जमानत दी गई थी, लेकन इसके ठीक बाद दिल्ली पुलिस ने उन्हें दूसरे केस में गिरफ्तार कर लिया था। आज इस गिरफ्तारी को "शातिर और कुटीली कार्रवाई" बताते हुए कोर्ट ने कहा कि ये आपराधिक प्रक्रिया को धोखा देने के समान है।
जज बोले- दोबारा गिरफ्तारी निजी स्वतंत्रता का गंभीर उल्लंघन
मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट साहिल गुप्ता ने अपने आदेश में दीप सिद्धू की दूसरी गिरफ्तारी पर कहा, "यह जमानत के आदेश को निरर्थक करने का एक प्रयास था और आरोपी की निजी स्वतंत्रता का गंभीर उल्लंघन है। यह अनुच्छेद 21 के तहत दिए गए अधिकारों के भी खिलाफ है।" उन्होंने कहा कि जांच के अधिकार का यह मतलब नहीं है कि एक घटना में किसी नागरिक को बार-बार जांच के लिए गिरफ्तार किया जाए।
आरोपी को जेल में रखने से कुछ नहीं मिलेगा- जज
सिद्धू को जमानत देते हुए जज ने कहा, "मेरा मानना है कि मौजूदा मामले में आरोपी को कैद में रखने से कुछ नहीं मिलेगा और इसलिए यह अनुचित है। न ही आरोपी को आजाद करने से जांच पर कोई प्रभाव पड़ेगा। आरोपी से पहले ही पुलिस कस्टडी में 14 दिन पूछताछ की जा चुकी है और जब सेशन जज ने उन्हें जमानत दी थी तब तक वह 70 दिन कस्टडी में रह चुके थे।"
क्या है लाल किले पर हिंसा का पूरा मामला?
26 जनवरी को तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग के साथ बुलाई गई ट्रैक्टर परेड के दौरान किसानों के एक धड़े ने हिंसा की थी और सैकड़ों किसान लाल किले में घुस गए थे। इन किसानों ने लाल किले के अंदर जमकर हंगामा किया निशाना साहिब फहरा दिया था। सिद्धू पर किसानों को लाल किले में घुसने के लिए उकसाने का आरोप है। किसान संगठनों ने भी सिद्धू पर हिंसा की साजिश रचने का आरोप लगाया था।
दिल्ली पुलिस ने सिद्धू को बताया है हिंसा का मास्टरमाइंड
दिल्ली पुलिस का आरोप है कि सिद्धू लाल किले में हुई हिंसा के 'मुख्य दंगाई और भड़काने वाले' थे और उन्हें वीडियो में तलवार, डंडो और झंडे के साथ देखा गया था। मामले में उनके खिलाफ दो केस दर्ज किए गए थे जिनमें से एक में तीस हजारी कोर्ट की एडिशनल सेशन जज निलोफर अबीदा प्रवीण ने 17 अप्रैल को 30,000 रुपये के मुचलके पर उन्हें जमानत दे दी थी। दूसरे मामले में उन्हें आज जमानत दे दी गई।
कौन हैं दीप सिद्धू?
कुछ सालों तक वकालत कर चुके दीप सिद्धू पंजाबी फिल्मों में अभिनय करते हैं। इसके अलावा वो राजनीतिक तौर पर भी सक्रिय रहे हैं। उन्होंने 2019 लोकसभा चुनावों में पंजाब के गुरदासपुर से भाजपा उम्मीदवार सनी देओल का प्रचार किया था, जो जीतकर सांसद बने। सिद्धू की प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह के साथ तस्वीरेें हैं, जिनके आधार पर किसान संगठनों ने उन्हें भाजपा का आदमी बताया था। हिंसा के बाद भी सिद्धू लगातार फेसबुक लाइव करते रहे थे।