पुलवामा हमले से पहले CRPF अधिकारी ने किया था सूचित, आतंक-रोधी ट्रेनिंग में है बड़ी खामियां
पुलवामा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के काफिले पर आतंकी हमले से दो महीने पहले CRPF के एक अधिकारी ने नई दिल्ली स्थित अपने मुख्यालय को कई पत्र लिखकर आतंकवाद के खिलाफ ट्रेनिंग की खामियों के बारे में सूचित किया था। अधिकारी ने अपने पत्रों में CRPF के आतंकवाद और संघर्ष विरोधी ट्रेनिंग सेटर्स CIAT की खस्ताहालत के बारे में सूचित किया था। बता दें कि पुलवामा हमले में 40 जवान शहीद हुए थे।
पिछले साल जनवरी से नवंबर के बीच लिखे थे खत
'इंडियन एक्सप्रेस' के अनुसार, ये पत्र CRPF की उत्तर-पूर्व कमान के IG रहे रजनीश राय ने पिछले साल जनवरी से नवंबर के बीच लिखे थे। उन्होंने आखिरी पत्र 22 नवंबर को लिखा था। वह आंध्र प्रदेश के चित्तूर में CRPF के 175 एकड़ में फैले CIAT स्कूल के इनचार्ज थे। यह गृह मंत्रालय द्वारा CRPF को दिए गए ऐसे 3 ट्रेनिंग कैंप में से एक है। ये आतंकवादी और विद्रोहियों से लड़ने के लिए CRPF का मुख्य ट्रेनिंग सेंटर है।
'ट्रेनिंग स्कूलों में नहीं दी जाती कोई भी CIAT संबंधी ट्रेनिंग'
राय ने अपने पत्रों में लिखा है, "CIAT स्कूलों के नाम के विपरीत इनमें एक भी CIAT संबंधी ट्रेनिंग नहीं दी जाती। यह इसलिए भी आश्चर्यजनक है क्योंकि CRPF 3 अहम आंतरिक सुरक्षा चुनौतियों कश्मीर, उत्तर-पूर्व और लेफ्ट विंग हिंसा के खिलाफ लड़ती है।" उन्होंने बताया कि ट्रेनिंग स्कूल में कोई स्थाई संरचना, फायरिंग रेंज और चाहरदीवारी नहीं है और पिछले 4 साल में वहां 'केवल जगह भरने के लिए' 150 ट्रेनिंग और प्रशासनिक स्टाफ की तैनाती हुई।
CRPF ने कहा, हमारे पास हर तरीके की ट्रेनिंग मौजूद
राय के पत्रों पर CRPF ने अखबार को कोई जवाब नहीं दिया, लेकिन इतना जरूर बताया कि उसके पास ट्रेनिंग के लिए देशभर में कई सेंटर हैं और वह हर तरह की ट्रेनिंग प्रदान करती है। बता दें कि राय 1992 बैच के गुजरात कैडर के IPS अधिकारी है और जून 2017 तक उत्तर-पूर्व CRPF के IG थे। रिटायरमेंट को लेकर उनका सरकार के साथ विवाद चल रहा है और गुजरात हाईकोर्ट में इस पर सुनवाई चल रही है।