आज से शुरू होगा संसद का मानसून सत्र, कोरोना से बचाव के लिए कड़े नियम लागू
कोरोना वायरस महामारी के बीच आज से संसद का मानसून सत्र शुरू होगा। 18 दिन चलने वाले इस सत्र में वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। दोनों सदनों की कार्यवाही के घंटों को कम दिया गया है और शून्य काल को भी आधा कर दिया गया है। प्रश्न काल को तो पूरी तरह से खत्म कर दिया गया है, जिसका विपक्षी पार्टियों ने कड़ा विरोध किया है।
चार घंटे चलेगी सदनों की कार्यवाही, दोनों के समय अलग-अलग
कार्यवाही के समय में कमी के कारण दोनों सदनों की कार्यवाही रोजाना चार घंटे ही चलेगी। हालांकि इसकी भरपाई करने के लिए सदनों को हफ्ते के सभी दिनों चलाया जाएगा। संक्रमण से बचाव के लिए सदनों की समय भी अलग-अलग रखा गया है। यहां राज्य सभा की कार्यवाही सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक चलेगी, वहीं लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 3 बजे से शाम 7 बजे तक चलेगी। केवल पहले दिन (आज) लोकसभा की कार्यवाही सुबह शुरू होगी।
दूर-दूर बैठेंगे सांसद, अटेंडेंस के लिए ऐप
कोरोना वायरस से बचाव के लिए सदनों के अंदर भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। सोशल डिस्टेंसिंग सुनिश्चित करने के लिए सांसदों को सदनों और गैलरियों में एक-दूसरे से दूर-दूर बैठाया जाएगा। इसके अलावा सीटों पर पॉली-कार्बन शीट लगाकर उन्हें एक-दूसरे से अलग किया गया है, ताकि संक्रमण फैलने का खतरा न रहे। अटेंडेंस लगाने के लिए मोबाइल ऐप की व्यवस्था की गई है, वहीं वोटिंग के लिए भी बैलेट पेपर का इस्तेमाल किया जा सकता है।
मेडिकल चेकअप के लिए विदेश गईं सोनिया गांधी, नहीं ले पाएंगे कार्यवाही में हिस्सा
सत्र से गायब रहने वाली चेहरों की बात करें तो कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी इस सूची में सबसे बड़ा चेहरा हैं। वह अपने सालाना मेडिकल चेकअप के लिए विदेश गई हैं और कम के कम दो हफ्ते के लिए देश से बाहर रहेंगी। वह सत्र के अंत तक वापस आ सकती हैं। राहुल गांधी भी उनके साथ गए हैं और वह भी सत्र की शुरूआती कार्यवाही में शामिल नहीं हो पाएंगे। उनके कुछ दिन बाद लौटने की संभावना है।
सत्र में पेश किए जाएंगे 18 बिल, तीन किसानों से संबंधित
मानसून सत्र के दौरान मोदी सरकार 18 बिल पेश करेगी। इसके अलावा दो वित्तीय मुद्दों पर भी चर्चा की जाएगी। जो बिल पेश किया जाएंगे उनमें से 11 मार्च में संसद की कार्यवाही बंद होने के बाद से अब तक जारी किए गए अध्यादेशों की जगह लेंगे। इनमें कृषि क्षेत्र में लाए गए तीन महत्वपूर्ण अध्यादेश भी शामिल हैं जिनका कई राज्यों के किसान जबरदस्त विरोध कर रहे हैं। इसके अलावा तीन बिल श्रम कानूनों से संबंधित होंगे।
अनुच्छेद 370 हटने के बाद पहली बार संसद की कार्यवाही में हिस्सा लेंगे फारूख अब्दुल्ला
नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूख अब्दुल्ला सत्र की कार्यवाही में उपस्थित रहेंगे। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद ये पहली बार है जब वह संसद की कार्यवाही में हिस्सा लेंगे और इससे पहले वह जन सुरक्षा कानून (PSA) के तहत हिरासत में थे।