अयोध्या के महंत बोले- बलात्कारियों को मारने वालों को दूंगा एक लाख रुपये का ईनाम
देशभर में महिलाओं के साथ रेप के बढ़ते मामलों से लोगों में गुस्सा है। तेलंगाना और उत्तर प्रदेश में रेप पीड़िताओं को आग के हवाले करने की घटनाएं भी सामने आई थीं। लोग इन घटनाओं को अंजाम देने वाले दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का मांग कर रहे हैं। इसी बीच अयोध्या के एक महंत ने बेतुका बयान देते हुए कहा कि बलात्कारियों को गोली मारने के वालों को एक लाख रुपये का ईनाम देंगे।
हनुमानगढ़ी के महंत का बेतुका बयान
रेपिस्टों को गोली मारने वालों को ईनाम देने की घोषणा हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने की है। उन्होंने फेसबुक पर लिखा, 'मैं राजू दास श्री राम जन्मभूमि भव्य मंदिर निर्माण सहयोग मंच यह घोषणा करता हूं की पूरे देश में किसी भी बहनों के साथ कोई भी व्यक्ति अगर शारीरिक शोषण करता है उस राक्षस को मारने के लिए सामान नागरिक को Rs.100000 अगर वह पुलिस वाला है तो उसके बच्चे को जीवन भर पढ़ाने की खर्चा दिया जाएगा।'
यहां देखिये महंत की पोस्ट
जया बच्चन कर चुकी है रेपिस्टों को भीड़ के हवाले करने की मांग
महंत राजू दास के इस बयान पर विवाद होना तय है क्योंकि किसी भी दोषी को कानून के हिसाब से सजा सुनाई जाती है किसी व्यक्ति के कहने से नहीं। दोषियों को सजा देने का काम अदालतों का है। हालांकि, रेपिस्टों को मारने करने वाले महंत अकेले नहीं है। उनसे पहले राज्यसभा सांसद जया बच्चन ने भी रेपिस्टों को भीड़ के हवाले करने की मांग की थी। उन्होंने कहा कि रेपिस्टों को जनता के सामने लाकर लिंच किया जाना चाहिए।
रेपिस्टों के मंदिर प्रवेश पर रोक का ऐलान
वहीं दूसरी तरफ प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र काशी में एक संस्था ने रेपिस्टों के मंदिर प्रवेश पर रोक लगाने का ऐलान किया है। काशी की सामाजिक संस्था आगमन ने रेपिस्टों के अलावा बेटियों का सम्मान न करने वाले और बेटियों के जन्म पर दुखी होने वाले लोगों को मंदिर में प्रवेश पर प्रतिबंध के पोस्टर लगाए हैं। ये पोस्टर कालिका गली स्थित कालरात्रि मंदिर समेत शहर के अन्य स्थानों पर भी लगाए गए हैं।
संस्था के अध्यक्ष ने क्या कहा?
आगमन संस्था पिछले कई सालों से पैदा होने से पहले ही मार दी जाने वाली बेटियों का पिंडदान करती है। संस्था के अध्यक्ष ने कहा कि यह इस मुहिम की शुरुआत है और काशी के दूसरे देवी मंदिरों में भी ऐसे लोगों के प्रवेश पर रोक लगाने के लिए अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि जो लोग समाज में महिलाओं का सम्मान नहीं करते और उन्हें देवियों के दर्शन करने का हक नहीं है।