सिक्किम में झड़प पर चीन ने कहा- हमारी सेना शांति बनाए रखने को लेकर प्रतिबद्ध
चीन का 'मुंह में राम, बगल में छुरी' वाला खेल जारी है और सिक्किम में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच झड़प की खबरों पर उसने कहा है कि उसकी सेना सीमा पर शांति बनाए रखने को लेकर प्रतिबद्ध है। उसने भारतीय सेना को सीमा पर तनाव बढ़ाने वाले कदम उठाने से गुरेज करने की अपील भी की है। हालांकि चीनी विदेश मंत्रालय ने न तो इस ताजा झड़प की पुष्टि की है और न ही इसका खंडन किया है।
चीनी विदेश मंत्रालय ने क्या कहा?
अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में झड़प संबंधी सवालों का जवाब देते हुए चीनी विदेश मंत्रालच के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने कहा, "आपने जिस विशिष्ट घटना का जिक्र किया, उसके बारे में मेरे पास कोई जानकारी नहीं है। हालांकि मैं जोर देकर कहना चाहूंगा कि चीनी सेना भारत के साथ सीमा पर शांति बनाए रखने को लेकर प्रतिबद्ध है। हम भारतीय पक्ष से भी इसी दिशा में काम करने और सीमा पर तनाव बढ़ाने वाले कदमों से बचने का अनुरोध करते हैं।"
20 जनवरी को उत्तरी सिक्किम में हुई थी दोनों देशों के सैनिकों में झड़प
भारतीय मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, चीनी सैनिकों ने 20 जनवरी को उत्तरी सिक्किम के नाकू ला में भारतीय सीमा में घुसपैठ करने की कोशिश की, जिसे भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया। इस दौरान दोनों देशों के सैनिकों के बीच झड़प भी हुई। इस झड़प में चीन के 20, वहीं भारत के चार सैनिक घायल हुए। इलाके में स्थिति अभी भी तनावपूर्ण बनी हुई है, हालांकि इसे काबू में बताया जा रहा है।
भारतीय सेना ने बताया "मामूली झड़प"
भारतीय सेना ने घटना पर आधिकारिक बयान जारी करते हुए इसे एक मामूली झड़प बताया है। सेना ने अपने बयान में कहा है, "हमें भारतीय सेना और चीनी सैनिकों के बीच सिक्किम सेक्टर में झड़प को लेकर कई सवाल प्राप्त हुए हैं। ये साफ किया जाता है कि 20 जनवरी को उत्तरी सिक्किम के नाकू ला में मामूली झड़प हुई थी और तय प्रोटोकॉल के तहत स्थानीय कमांडरों ने इसका समाधान कर लिया। मीडिया इसे बढ़ा-चढ़ाकर पेश न करें।"
अप्रैल-मई में भी हुई थी नाकू ला में झड़प
बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब नाकू ला में भारत और चीन के सैनिक एक-दूसरे के आमने-सामने आए हैं और यह उन जगहों में शामिल है जहां पिछले साल अप्रैल-मई में सबसे पहले दोनों देशों के सैनिकों के बीच झड़प हुई थी। हालांकि इसके बाद यहां "शांति" थी और अब घुसपैठ की कोशिश कर चीन ने महीनों से चली आ रही इस शांति को भंग करने का काम किया है।
झड़प के बाद दोनों देशों में हुई नौवें दौर की सैन्य बैठक
बता दें कि इस झड़प के बाद रविवार को भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर बने गतिरोध को तोड़ने के लिए नौवें दौर की सैन्य बैठक भी हुई। इस बैठक का नतीजा क्या रहा, इस पर आधिकारिक बयान नहीं आया है।
चार जगहों पर आमने-सामने हैं भारत और चीन
गौरतलब है कि भारत और चीन के बीच अप्रैल से LAC पर तनाव बना हुआ है और अभी चार जगहों पर दोनों देशों के सैनिक आमने-सामने हैं। इनमें देपसांग, गोगरा, पैंगोंग झील का फिंगर्स एरिया और चुशूल सब-सेक्टर शामिल हैं। पहले तीन इलाकों में चीन ने LAC पार करके भारतीय इलाके पर कब्जा कर रखा है। अभी दोनों देशों के लगभग 60,000-60,000 सैनिक LAC पर तैनात हैं और कुछ जगह उनके बीच मात्र कुछ सौ मीटर का फासला है।