ओमिक्रॉन वेरिएंट को लेकर केंद्र की राज्यों के साथ बैठक, सर्विलांस और टेस्टिंग बढ़ाने को कहा
कोरोना वायरस के नए ओमिक्रॉन वेरिएंट को लेकर चिंताओं के बीच केंद्र सरकार ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को टेस्टिंग बढ़ाने को कहा है। राज्य अधिकारियोें के साथ बैठक करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने ये निर्देश दिया। बैठक में उन्होंने कहा कि RT-PCR और रैपिड एंटीजन टेस्ट नए वेरिएंट को पकड़ लेते हैं और मामलों की शीघ्र पहचान और उन्हें संभालने के लिए टेस्टिंग बढ़ाने की जरूरत है।
राज्यों को कंटेनमेंट और सर्विलांस पर ध्यान देने का निर्देश
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के बयान के अनुसार, नए वेरिएंट से देश को खतरे को देखते हुए मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कड़े कंटेनमेंट, एक्टिव सर्विलांस और बड़े पैमाने पर टेस्टिंग पर ध्यान देने को कहा है। इसके अलावा हॉटस्पॉट इलाकों पर निगरानी रखने, वैक्सीनेशन की कवरेज बढ़ाने और स्वास्थ्य इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के निर्देश भी दिए गए हैं। इससे पहले रविवार को भूषण ने राज्यों को अंतरराष्ट्रीय यात्रियों पर कड़ी निगरानी रखने को कहा था।
भारत में अभी तक ओमिक्रॉन का कोई मामला नहीं- सरकार
इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अभी तक भारत में ओमिक्रॉन वेरिएंट का एक भी मामला सामने नहीं आया है और भारत की SARS-CoV-2 जिनोमिक कंसोर्टियम INSACOG स्थिति पर करीबी नजर रखे हुए है।
अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए नई गाइडलाइंस जारी कर चुका है भारत
बता दें कि भारत सरकार ने ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए नई गाइडलाइंस भी जारी की हैं। इनमें अधिक जोखिम वाले 11 देशों से आने वाले यात्रियों के लिए पहुंचने पर कोरोना टेस्ट अनिवार्य किया गया है। अगर इन यात्रियों की रिपोर्ट नेगेटिव आती है तो भी उन्हें सात दिन होम क्वारंटीन में रहना होगा और आठवें दिन दोबारा टेस्ट कराना होगा। बाकी देशों से आने वाले पांच प्रतिशत यात्रियों की भी रैंडम टेस्टिंग होगी।
क्यों खतरनाक माना जा रहा है ओमिक्रॉन वेरिएंट?
दक्षिण अफ्रीका, हांगकांग और बोत्सवाना समेत 15 देशों में मिल चुके ओमिक्रॉन वेरिएंट का वैज्ञानिक नाम B.1.1.529 है और इसकी स्पाइक प्रोटीन में 32 म्यूटेशन हैं। विशेषज्ञों का कहना है यह वेरिएंट वायरस के अन्य वेरिएंट्स की तुलना में अधिक संक्रामक और खतरनाक हो सकता है। इसके वैक्सीनों को चकमा देने की आशंका भी लगाई जा रही है। WHO ने इसे 'वेरिएंट ऑफ कंसर्न' करार दिया है और इस ऐलान के बाद कई देश यात्रा प्रतिबंध लागू कर चुके हैं
WHO ने ओमिक्रॉन को बताया बहुत बड़ा खतरा
WHO ने ओमिक्रॉन को लेकर चेतावनी भी जारी की है। संगठन ने कहा कि इस वेरिएंट से वैश्विक स्तर पर बहुत अधिक खतरा है और इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। WHO के अनुसार, "अगर ओमिक्रॉन के कारण कोविड-19 की एक और लहर आती है तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। हालांकि अभी तक ओमिक्रॉन से किसी की मौत नहीं हुई है।" शुरुआती सबूत संकेत देते हैं कि ओमिक्रॉन से पुनः संक्रमण का खतरा ज्यादा है।