रसोई गैस: उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को अब मिलेगी 300 रुपये की सब्सिडी, केंद्र का ऐलान
केंद्र सरकार ने रसोई गैस के 14.2 किलोग्राम के घरेलू सिलेंडर पर मिलने वाली सब्सिडी को बढ़ाकर 300 रुपये करने का ऐलान किया है। अभी तक ये सब्सिडी 200 रुपये थी। केवल प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY) के लाभार्थियों को ये सब्सिडी मिलेगी। बुधवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में सब्सिडी बढ़ाने का ये फैसला लिया गया और बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी।
क्या बोले अनुराग ठाकुर?
केंद्रीय मंत्री ठाकुर ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक ये महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया। उन्होंने कहा, "इससे पहले रक्षाबंधन के मौके पर सरकार ने बड़ी घोषणा करते हुए रसोई गैस के दामों में 200 रुपये की कटौती की थी। अब उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों के लिए सब्सिडी 200 रुपये से बढ़ाकर 300 रुपये की जा रही है।" उन्होंने कहा, "देश की करोड़ों माताओं-बहनों को इसका लाभ मिलेगा।"
उज्ज्वला लाभार्थियों को अब कितने रुपये में मिलेगा घरेलू गैस सिलेंडर?
केंद्र ने हाल ही में सभी उपभोक्ताओं के लिए घरेलू गैस सिलेंडर के दामों में 200 रुपये की कटौती की थी। इसके कटौती के बाद दिल्ली में 14.2 किलोग्राम के गैस सिलेंडर की कीमत 903 रुपये है। अभी तक उज्जवला योजना के लाभार्थियों को इस कीमत में 200 रुपये की सब्सिडी के बाद प्रति सिलेंडर 703 रुपये का मिल रहा था। अब 100 की अतिरिक्त सब्सिडी मिलने के बाद योजना के लाभार्थियों को 603 रुपये में एक सिलेंडर मिलेगा।
क्या केंद्र ने 5 राज्यों में चुनाव को देखते हुए लिया फैसला?
केंद्र सरकार द्वारा गैस सिलेंडर में 300 रुपये की सब्सिडी के इस फैसले को इस साल के अंत में 5 राज्यों में होने वाले चुनाव को जोड़कर देखा जा रहा है। इस साल अप्रैल में राजस्थान की गहलोत सरकार ने गरीबी रेखा से नीचे (BPL) जीवनायपन करने वाले परिवारों को 500 रुपये में सिलेंडर देने की योजना लागू की थी। इसके अलावा कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में भी 500 रुपये में गैस सिलेंडर देने का वादा किया है।
क्या है उज्ज्वला योजना?
प्रधानमंत्री मोदी ने 1 मई 2016 को प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना शुरू की थी। इसके तहत BPL परिवारों की महिलाओं को 5 करोड़ मुफ्त गैस कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा गया था। इस योजना का लक्ष्य तय समय से काफी पहले पूरा होने के बाद 2021 में इसका विस्तार कर उज्ज्वला योजना 2.0 शुरू की गई। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, पूरे देश में 9.6 करोड़ महिलाएं उज्ज्वला योजना का लाभ उठाती हैं।