
क्या 'इंडिया' हटाकर केवल 'भारत' किया जाएगा देश का नाम? G-20 निमंत्रण के बाद अटकलें
क्या है खबर?
केंद्र सरकार आगामी संसद के विशेष सत्र में 'इंडिया' को हटाकर देश का नाम केवल 'भारत' करने का प्रस्ताव ला सकती है।
G-20 शिखर सम्मेलन के दौरान राष्ट्रपति भवन में आयोजित होने वाले रात्रिभोज के निमंत्रण पत्र पर 'प्रेसिडेट ऑफ इंडिया' की जगह 'प्रेसिडेंट ऑफ भारत' लिखे होने के बाद ये अटकलें लगाई जा रही हैं।
इस निमंत्रण पत्र के बाद कांग्रेस ने केंद्र की भाजपा सरकार की मंशा पर सवाल खड़े किए हैं।
रिपोर्ट
संसद के विशेष सत्र में लाया जाएगा प्रस्ताव- रिपोर्ट
इंडिया टुडे के सूत्रों के अनुसार, नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार 18-22 सितंबर तक होने वाले संसद के विशेष सत्र के दौरान देश का नाम 'इंडिया' से बदलकर 'भारत' करने का नया प्रस्ताव ला सकती है।
बता दें कि लोकसभा चुनाव में भाजपा के राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (NDA) को चुनौती देने के लिए 28 विपक्षी पार्टियों ने INDIA गठबंधन बनाया है।
देश के नाम से 'इंडिया' हटाने के केंद्र के कदम के पीछे यही कारण माना जा रहा है।
निमंत्रण पत्र
पहली बार किसी कार्यक्रम के लिए देश के नाम में हुआ बदलाव
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अधिकारियों का कहना है कि किसी आधिकारिक कार्यक्रम के लिए देश के नाम में पहली बार बदलाव हुआ है।
G-20 शिखर सम्मेलन में विदेशी प्रतिनिधियों को सौंपे जाने वाली पुस्तिका में भी 'भारत' शब्द का उपयोग किया गया है, जिसका शीर्षक 'भारत- लोकतंत्र की जननी' है।
इसका उद्देश्य G-20 अध्यक्षता के दौरान भारत के हजारों सालों के समृद्ध लोकतांत्रिक लोकाचार को दिखाना है। इसके अलावा पुस्तिका में 'इंडिया' के स्थान पर कई जगह 'भारत' लिखा है।
कांग्रेस
कांग्रेस ने सरकार पर साधा निशाना
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने सरकार की मंशा पर सवाल खड़े किए हैं।
उन्होंने एक्स पर लिखा, 'तो ये खबर वाकई सच है। राष्ट्रपति भवन ने 9 सितंबर को G-20 रात्रिभोज के लिए सामान्य 'प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया' की बजाय 'प्रेसिडेंट ऑफ भारत' के नाम पर निमंत्रण भेजा है। अब संविधान का अनुच्छेद 1 पढ़ा जा सकता है: भारत, जो इंडिया था, राज्यों का एक संघ होगा। लेकिन अब इस राज्यों के संघ पर भी हमला हो रहा है।'
पलटवार
असम के मुख्यमंत्री का कांग्रेस पर पलटवार
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने इस बदलाव की सराहना की। उन्होंने एक्स पर लिखा, 'भारत गणराज्य, खुश और गौरवान्वित है कि हमारी सभ्यता अमृत काल की ओर साहसपूर्वक आगे बढ़ रही है।'
उन्होंने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए लिखा, 'अब मेरी आशंका सच साबित हो गई है। ऐसा लगता है कि कांग्रेस पार्टी को भारत से सख्त नफरत है। ऐसा लगता है कि विपक्षी गठबंधन का INDIA नाम जानबूझकर भारत को हराने के उद्देश्य से चुना गया था।'
राज्यसभा
मानसून सत्र में भाजपा सांसद ने पेश किया था इससे संबंधित प्रस्ताव
हाल ही में संपन्न संसद के मानसून सत्र के दौरान उत्तराखंड से भाजपा के राज्यसभा सांसद नरेश बंसल ने उच्च सदन में एक प्रस्ताव पेश करते हुए कहा था कि 'इंडिया' नाम औपनिवेशिक गुलामी का प्रतीक है और इसे संविधान से हटा दिया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा था, "भारत देश का प्राचीन नाम है और इसका उल्लेख प्राचीन संस्कृत ग्रंथों में मिलता है। 'इंडिया' नाम औपनिवेशिक राज द्वारा दिया गया था, जो गुलामी का प्रतीक है।"
सुझाव
RSS प्रमुख भागवत ने भी की थी 'भारत' शब्द का इस्तेमाल करने की अपील
केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा के वैचारिक संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की ओर से भी ये सुझाव आया था कि देश को 'इंडिया' की बजाय 'भारत' कहा जाना चाहिए।
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने शुक्रवार को गुवाहाटी में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए लोगों से अपील करते हुए कहा था, "सदियों से हमारे देश का नाम भारत है, इंडिया नहीं। हमें 'इंडिया' शब्द का इस्तेमाल बंद करना चाहिए और 'भारत' शब्द का इस्तेमाल शुरू करना चाहिए।"
प्लस
न्यूजबाइट्स प्लस
आगामी लोकसभा चुनाव से पहले प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने 27 अन्य दलों के साथ मिलकर INDIA गठबंधन बनाया है। हाल में विपक्षी गठबंधन की तीसरी बैठक मुबंई में संपन्न हुई।
इसकी पहली बैठक पटना में 23 जून को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पर आयोजित की गई थी, जबकि दूसरी बैठक बेंगलुरू में हुई थी।
विपक्षी गठबंधन के INDIA नाम रखने के बाद से ही भाजपा असहज नजर आ रही है।