NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    ऑपरेशन सिंदूर
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / देश की खबरें / प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक: पत्रकारों के लिए सबसे खतरनाक देशों में शामिल है भारत, मिला 142वां स्थान
    अगली खबर
    प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक: पत्रकारों के लिए सबसे खतरनाक देशों में शामिल है भारत, मिला 142वां स्थान

    प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक: पत्रकारों के लिए सबसे खतरनाक देशों में शामिल है भारत, मिला 142वां स्थान

    लेखन भारत शर्मा
    Apr 20, 2021
    04:29 pm

    क्या है खबर?

    भारत में प्रेस की स्वतंत्रता में इजाफा नहीं हो रहा है और यह पत्रकारों के ठीक से काम करने के लिए दुनिया के सबसे खतरनाक देशों में शुमार है।

    यही कारण है कि मंगलवार को जारी किए गए रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स (RSF) के वार्षिक विश्लेषण के अनुसार भारत को विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक में 180 देशों में से लगातार दूसरे साल 142वां स्थान मिला है।

    इसके अलावा इसे पत्रकारिता के लिए सबसे बुरे देशों में शामिल किया गया है।

    शीर्ष

    प्रेस की स्वतंत्रता में शीर्ष पर है नॉर्वे

    रिपोर्ट के अनुसार प्रेस की स्वतंत्रता के मामले में नॉर्वे ने लगातार चौथे साथ पहले पायदान पर कब्जा जमाया है। पत्रकारिता के लिहाज से यह देश सबसे सुरक्षित है।

    इसके बाद फिनलैंड को दूसरा, स्वीडन तीसरा, डेनमार्क चौथा और कोस्टा रिका को पांचवां स्थान मिला है।

    इसी तरह इरिटि्रया को प्रसे की स्वतंत्रता में सबसे पिछड़ा देश है। इसके उत्तरी कोरिया, तुर्कमेनिस्तान, चीन और वियतनाम का नंबर आता है। इन देशों में स्वतंत्र पत्रकारिता बहुत मुश्किल है।

    अन्य

    भारत के पड़ोसी देशों की यह है हालात

    इस सूची में जहां चीन को 177वां स्थान मिला है, वहीं भारत के पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को तीन स्थानों के नुकसान के साथ 145वां, बांग्लादेश को एक स्थान के नुकसान के साथ 152, श्रीलंका को 127, म्यांमार 140 और नेपाल को 106वां स्थान मिला है।

    यहां श्रीलंका, म्यांमार और नेपाल ने भारत को पीछे छोड़ दिया है। इन तीनों देशों में पत्रकारों को भारत के मुकाबले अधिक आजादी से काम करने की छूट मिली हुई है।

    जानकारी

    2016 के बाद लगातार पिछड़ रहा है भारत

    बता दें इस मामले में भारत 2016 में 133वें पायदान पर था, लेकिन उसके बाद से वह लगातार पिछड़ता जा रहा है। ताजा रिपोर्ट के अनुसार भारत वर्तमान में वह ब्राजील, रूस और मैक्सिकों के साथ पत्रकारिता के लिए सबसे खराब देशों में शामिल है।

    खुलासा

    भाजपा समर्थकों ने बनाया पत्रकारों को डराने-धमकाने का महौल

    रिपोर्ट के अनुसार भारत में कम होती प्रेस की स्वतंत्रता के लिए भाजपा समर्थकों को जिम्मेदार ठहराया गया है।

    इसमें कहा गया है कि भाजपा समर्थकों ने देश के प्रमुख पत्रकारों को डराने-धमकाने का महौल बनाया है। उन्होंने पत्रकारों की खबरों को 'राज्य विरोधी' और 'राष्ट्र विरोधी' करार दिया है।

    रिपोर्ट में यह भी कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल देश के मीडिया पर अपनी पकड़ को और मजबूत किया है।

    मौत

    भारत में पिछले साल हुई चार पत्रकारों की मौत

    रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में पिछले साल काम के दौरान चार पत्रकारों की मौत हुई है। ऐसे में भारत अपना काम ठीक से करने वाले पत्रकारों के लिए दुनिया के सबसे खतरनाक देशों में से एक है।

    इसी तरह देश में कवरेज के दौरान पत्रकारों को पुलिस हिंसा, राजनीतिक कार्यकर्ताओं और अपराधियों की गैंग के हमलों का सामना करना पड़ा है। इसी तरह भ्रष्ट अधिकारियों द्वारा पत्रकारों को कई बाद अपमानित भी किया गया है।

    जानकारी

    सरकार ने बनाया मीडिया पर दबाव

    रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में भाजपा की भारी जीत के बाद मीडिया पर उसके हिंदू राष्ट्रवादी सरकार होने का प्रचार करने का दबाव बनाया गया है। हिंदुत्व का समर्थन करने वाले भारतीय सार्वजनिक बहस को राष्ट्र-विरोधी विचार साबित करने पर जुटे हैं।

    अभियान

    हिंदुत्व के समर्थकों के खिलाफ लिखने वाले पत्रकारों को बनाया जाता है निशाना

    रिपोर्ट के अनुसार भारत में हिंदुत्व का समर्थन करने वालों के खिलाफ लिखने वाले पत्रकारों को निशाना बनाया जा रहा है। इनमें प्रकारों के खिलाफ हिंसक घटनाओं को अंजाम दिया जाता है और विशेष रूप से महिलाओं को निशाना बनाया जाता है।

    इसी तरह अधिकारियों के खिलाफ लिखने वाले पत्रकारों के खिलाफ देशद्रोह जैसे मुदकमे दर्ज कर उन्हें परेशान किया जाता है। सरकार के खिलाफ लिखने वालों को 'भारत विरोधी' करार दिया जाता है।

    परेशान

    तथ्यात्मक पत्रकारिता करने वालों पर दर्ज किए जा रहे हैं मामले

    रिपोर्ट के अनुसार भारत में सरकार ने कोरोना वायरस महामारी का लाभ उठाकर तथ्यात्मक और पुख्ता रिपोर्ट लिखने वाले पत्रकारों के खिलाफ मुकदमे दर्ज कर कवरेज पर नियंत्रण स्थापित करने का प्रयास किया है।

    इसी तहर जम्मू-कश्मीर में पत्रकारों को पुलिस और सेना द्वारा परेशानी किया जाता है। इसी तरह देश के प्रमुख पत्रकारों के खिलाफ सोशल मीडिया पर निंदा अभियान चलाया जाता है। इसमें उन्हें मारने की धमकियां भी शामिल हैं।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    भारत की खबरें
    जम्मू-कश्मीर
    भाजपा समाचार

    ताज़ा खबरें

    इंटर मिलान को हराकर पहली बार चैंपियन्स लीग विजेता बनी पेरिस सेंट-जर्मेन, बनाए ये रिकॉर्ड्स  चैंपियन्स लीग
    इजरायल के साथ युद्धविराम पर सहमत हुआ हमास, बंधकों की रिहाई के बदले रखीं ये शर्तें इजरायल
    मिस वर्ल्ड 2025: टूट गया भारत की जीत का सपना, थाईलैंड की सुचाता चुआंग्सरी बनीं विजेता मिस वर्ल्ड
    राजपाल यादव बाेले- बॉलीवुड में अगर नपोटिज्म होता तो मेरे 200 रिश्तेदार यहीं होते राजपाल यादव

    भारत की खबरें

    वैक्सीनेशन: भारत ने सबसे कम समय में लगाईं 10 करोड़ खुराकें, अमेरिका और चीन को पछाड़ा चीन समाचार
    कोरोना वायरस: वैक्सीन की दोनों खुराक लगवाने के बाद भी क्यों संक्रमित हो रहे लोग? वैक्सीन समाचार
    कोरोना: देश में बीते दिन मिले रिकॉर्ड 1.68 लाख मरीज, सक्रिय मामले 12 लाख पार महाराष्ट्र
    मुस्लिमों ने बनाई भारत को 2030 तक इस्लामिक स्टेट बनाने की योजना- पीसी जॉर्ज केरल

    जम्मू-कश्मीर

    जम्मू-कश्मीर में अब कोई भी खरीद सकेगा जमीन, नया भूमि कानून लाई केंद्र सरकार लद्दाख
    श्रीनगर: 40 प्रतिशत आबादी हो चुकी है कोरोना वायरस से संक्रमित, सीरो सर्वे में आया सामने श्रीनगर
    जम्मू-कश्मीर: आतंकियों ने फिर किया भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमला, जिला महासचिव समेत तीन की मौत नरेंद्र मोदी
    जम्मू-कश्मीर: तीन भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या के पीछे लश्कर-ए-तैयबा का हाथ- पुलिस महानिरीक्षक नरेंद्र मोदी

    भाजपा समाचार

    कथित हमले में ममता बनर्जी के टखने और कंधे में चोट; भाजपा ने बताया 'ड्रामा' पश्चिम बंगाल
    किसानों का 26 मार्च को भारत बंद का आह्वान, निजीकरण के खिलाफ भी करेंगे प्रदर्शन हरियाणा
    ममता पर कथित हमला: चुनाव अधिकारियों से मिले TMC नेता, भाजपा की CBI जांच की मांग पश्चिम बंगाल
    कोलकाता: चोटिल ममता से मिलने पहुंचे भाजपा नेता, डॉक्टरों ने नहीं दी मुलाकात की अनुमति पश्चिम बंगाल
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025