बालासोर ट्रेन हादसा: CBI ने अपने हाथ में ली जांच, घटनास्थल पर पहुंचे अधिकारी
केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की 10 सदस्यीय टीम ने बालासोर ट्रेन हादसे की जांच अपने हाथ में ले ली है। पुलिस की भारी सुरक्षा के बीच केंद्रीय जांच एजेंसी के कई अधिकारी बालासोर में बहानगा बाजार स्टेशन के पास घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। गौरतलब है कि 2 जून की शाम को हुए इस भीषण ट्रेन हादसे में 270 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी, जबकि सैंकड़ों लोग घायल हो गए थे।
CBI की टीम मौके से जुटा रही है सबूत- रेलवे अधिकारी
दक्षिण-पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (CPRO) आदित्य कुमार चौधरी ने बताया, "CBI की टीम मौके पर पहुंच गई है। अधिकारी सबूत जुटा रहे हैं और अपनी जांच कर रहे हैं। रेलवे उनकी हर तरीके से मदद कर रहा है। CBI सभी पहलुओं से जांच करेगी।" उन्होंने बताया, "रेलवे सुरक्षा आयुक्त (CRS) की टीम भी बालासोर और खड़गपुर समेत अन्य कई स्थानों पर मौजूद है। वह सभी हादसे से जुड़ी जानकारी जुटा रहे हैं।"
रेलवे बोर्ड ने की थी CBI जांच की सिफारिश
रेलवे बोर्ड ने अधिकारियों द्वारा ट्रेन हादसे की प्राथमिक जांच करने के बाद CBI जांच की सिफारिश की थी। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार को बताया था कि सामने आए तथ्यों के आधार पर CBI जांच की सिफारिश की गई है। बता दें कि रेलवे ने बताया था कि हादसे के पीछे का कारण इंटरलॉकिंग सिस्टम में आई तकनीकी खामी हो सकता है, जिसके चलते कोरोमंडल एक्सप्रेस मुख्य लाइन की जगह लूप लाइन में चली गई।
CBI जांच क्यों है महत्वपूर्ण?
NDTV के मुताबिक, CBI की जांच हादसे के पीछे के सभी कारणों को ढूंढने पर केंद्रित होगी। बतौर रिपोर्ट्स, मानवीय त्रुटि से लेकर किसी संभावित साजिश समेत सभी पहलुओं की जांच की जाएगी। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, शीर्ष जांच एजेंसी द्वारा की गई विस्तृत जांच के आधार पर हादसे के पीछे के सही कारणों का पता चल सकेगा। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
ओडिशा पुलिस ने लापरवाही के आरोप में दर्ज की है FIR
ओडिशा पुलिस ने ट्रेन हादसे के मामले में लापरवाही के कारण मौत और जीवन को खतरे में डालने के आरोपों के तहत FIR दर्ज की है। यह FIR भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 337, 338, 304A और 34 समेत रेलवे अधिनियम, 1989 की धारा 153, 154 और 175 के तहत दर्ज हुई है। हालांकि, FIR में किसी भी रेलवे कर्मचारी या अन्य आरोपी को नामजद नहीं किया गया है।
कैसे हुआ था हादसा?
2 मई की शाम हावड़ा से आ रही कोरोमंडल एक्सप्रेस बहानगा बाजार स्टेशन के पास मुख्य लाइन की जगह लूप लाइन में चली गई थी। इसका इंजन लूप लाइन में खड़ी मालगाड़ी पर चढ़ गया था और पीछे की कुछ बोगियां विपरीत दिशा के ट्रैक पर चली गईं। इस ट्रैक पर हावड़ा-बेंगलुरू एक्सप्रेस आ रही थी, जिसके पिछले डिब्बे कोरोमंडल एक्सप्रेस के डिब्बों से टकरा गए थे। इस तरह से मालगाड़ी समेत 3 ट्रेनें हादसे का शिकार हो गई थीं।