जमीन के बदले नौकरी मामला: लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार को मिली जमानत
क्या है खबर?
जमीन के बदले रेलवे में नौकरी दिये जाने के मामले में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटी मीसा भारती समेत अन्य आरोपियों को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट से जमानत मिल गई।
कोर्ट ने कहा कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने आरोपियों को गिरफ्तार किए बिना ही चार्जशीट दाखिल कर दी थी। कोर्ट ने सभी आरोपियों को 50,000 रुपये के निजी मुचलके और इतनी ही जमानत राशि जमा करने का निर्देश दिया है।
कोर्ट
व्हीलचेयर में कोर्ट पहुंचे लालू यादव
बुधवार को राष्ट्रीय जनता दल (RJD) सुप्रीमो लालू यादव व्हीलचेयर पर बैठकर अपनी पत्नी और बेटी संग कोर्ट पहुंचे। तीन महीने पहले ही उनका सिंगापुर में किडनी ट्रांसप्लाट का बड़ा ऑपरेशन हुआ था।
मामले की सुनवाई के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं ने कोर्ट के बाहर मिठाई बांटकर जमानत का जश्न मनाया। कोर्ट ने 27 फरवरी को इस मामले में लालू समेत सभी आरोपियों को समन जारी किया था और अब कोर्ट ने अगली सुनवाई 29 मार्च को तय की है।
मामला
क्या है पूरा मामला?
आरोप है कि लालू यादव ने 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री रहते हुए रेलवे में कथित तौर पर ग्रुप-डी में नौकरी के बदले उम्मीदवारों से जमीन ली थी। ये नौकरियां मुंबई, जबलपुर, कोलकाता, जयपुर और हाजीपुर में स्थित रेलवे के विभिन्न जोन में दी गईं।
इसके बदले लालू यादव ने अपने और परिवार के लोगों के नाम पर जमीन ली। मामले में CBI ने लालू यादव और राबड़ी देवी समेत 14 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है।
चार्जशीट
CBI ने अपनी चार्जशीट में क्या कहा?
CBI ने 10 अक्टूबर, 2022 को इस मामले में चार्जशीट दाखिल की थी। चार्जशीट में कहा गया था कि रेलवे में भर्ती के लिए भारतीय रेलवे द्वारा स्थापित मानकों और दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करते हुए तत्कालीन रेल मंत्री लालू यादव द्वारा अनियमित नियुक्तियां की गई थीं।
आरोप है कि नौकरी के बदले उम्मीदवारों ने लालू के परिवार के सदस्यों को बाजार दर से कम कीमत पर अपने करीबी रिश्तेदारों और परिवार के सदस्यों के माध्यम से जमीन दी थी।
कार्रवाई
अब तक क्या-क्या कार्रवाई हुई?
CBI मामले में लालू प्रसाद यादव से उनकी बेटी मीसा भारती के दिल्ली स्थित घर पर पूछताछ कर चुकी है, जबकि लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी से भी पूछताछ की गई थी।
मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 10 मार्च को तेजस्वी यादव के घर पर छापा मारा था। उन्हें पूछताछ के लिए भी बुलाया गया था।
लालू यादव की तीन बेटियों के घर समेत दिल्ली, मुंबई और पटना में 24 जगहों पर एक साथ कार्रवाई की गई थी।