मनीष सिसोदिया के खिलाफ जासूसी मामले में CBI ने दर्ज की FIR
क्या है खबर?
शराब नीति मामले में तिहाड़ जेल में बंद दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया एक नई मुसीबत में फंस गए हैं। उनके खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने फीडबैक यूनिट (FBU) के जरिए जासूसी मामले में FIR दर्ज की है।
14 मार्च को दर्ज की गई इस FIR में सिसोदिया, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सलाहकार गोपाल मोहन समेत 6 लोगों के नाम हैं। सभी के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
जानकारी
इन लोगों के खिलाफ हुई FIR
FIR में सिसोदिया और मोहन के अलावा सुकेश कुमार जैन, राकेश कुमार सिन्हा, प्रदीप कुमार पुंज और सतीश क्षेत्रपाल के नाम शामिल किए गए हैं।
मामला
क्या है पूरा मामला?
दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) के सत्ता में आने के बाद 2015 में सतर्कता विभाग के अंतर्गत FBU बनाई गई थी। इसका काम दिल्ली सरकार के अधिकार क्षेत्र में आने वाले विभिन्न विभागों, स्वायत्त निकायों और संस्थानों के कामकाज पर नजर रखना था।
CBI का आरोप है कि केजरीवाल सरकार ने फरवरी, 2016 से सितंबर, 2016 तक अपने राजनीतिक विरोधियों की जासूसी की और इस यूनिट के गठन के लिए उपराज्यपाल की अनुमति भी नहीं ली गई थी।
जांच
फरवरी में केंद्र ने दी थी CBI जांच की मंजूरी
इस मामले में 9 फरवरी को उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने सिसोदिया के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के CBI के अनुरोध को मंजूरी दे दी थी।
उपराज्यपाल ने कहा था कि FBU का गठन बिना अनुमति के किया गया था और इस यूनिट की कोई विधायी या न्यायिक निगरानी नहीं है।
इसके बाद 22 फरवरी को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भी सिसोदिया के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत मुकदमा चलाने और जांच करने की अनुमति CBI को दी थी।
CBI जांच
FBU से सरकार को 36 लाख रुपये का नुकसान हुआ- CBI
CBI ने अपनी शुरुआती जांच में पाया कि FBU का गठन नियमों को ताक पर रख कर किया गया और इसके लिए उपराज्यपाल से मंजूरी नहीं ली गई।
CBI ने कहा कि फर्जी बिल बनाकर FBU के फंड का गलत इस्तेमाल किया गया। इस वजह से सरकारी खजाने को 36 लाख रुपये का नुकसान हुआ।
CBI ने बताया कि FBU ने जिन मामलों की जांच की, उनमें से 40 प्रतिशत राजनीतिक लोगों से जुड़े हुए थे।
सिसोदिया पर केस
सिसोदिया पर CBI की ये दूसरी FIR
CBI ने सिसोदिया पर ये दूसरी FIR की है। इससे पहले शराब नीति मामले में उनके खिलाफ केस दर्ज किया गया था। 26 फरवरी को पूछताछ के बाद CBI ने सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद से ही सिसोदिया जेल में बंद हैं।
इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भी मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के लिए सिसोदिया से पूछताछ की थी और उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। वे 20 मार्च तक न्यायिक हिरासत में हैं।
जानकारी
ये देश के लिए दुख की बात- अरविंद केजरीवाल
सिसोदिया के खिलाफ FIR होने पर अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर लिखा, 'प्रधानमंत्री की योजना मनीष के खिलाफ कई झूठे मामले थोपने और उन्हें लंबे समय तक हिरासत में रखने की है। ये देश के लिए दुख की बात है!'