कोरोना वायरस: वैक्सीन को लेकर भारत ने अमेरिकी कंपनी फाइजर के साथ शुरू की बातचीत
भारत सरकार कोरोना वायरस की संभावित वैक्सीन पर काम कर रही अमेरिकी कंपनी फाइजर की भारतीय शाखा के संपर्क में है। एक सरकारी अधिकारी ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा, "हम फाइजर इंडिया के संपर्क में हैं। हमारी शुरुआती बैठक हो चुकी है।" बता दें कि गुरुवार को फाइजर ने अपनी संभावित वैक्सीन के पहले चरण के ट्रायल के नतीजे जारी किए थे। कंपनी का कहना है कि यह वायरस के खिलाफ मजबूत सुरक्षा देती है।
सही रास्ते पर है वैक्सीन के ट्रायल- कंपनी
फाइजर जर्मनी की कंपनी बायोनटेक के साथ मिलकर इस वैक्सीन पर काम कर रही है। गुरुवार को कंपनी ने वैक्सीन के इंसानी ट्रायल के पहले चरण नतीजे जारी किए थे। कंपनी ने कहा कि यह वैक्सीन सही रास्ते पर है और इसी साल अक्टूबर तक इसकी नियामकीय समीक्षा की जा सकती है। फिलहाल कंपनी की BNT162b2 नामक वैक्सीन के अमेरिका में तीसरे चरण के ट्रायल चल रहे हैं। अगले कुछ महीनों में इसके नतीजे सबके सामने होंगे।
फाइजर ने पांच देशों के साथ किया उत्पादन को लेकर समझौता
फाइजर ने इस वैक्सीन के उत्पादन के लिए अमेरिका और जर्मनी आदि देशों में पांच कंपनियों का चुनाव किया है। कंपनी का अभी तक भारत सरकार के साथ ऐसा कोई अनुबंध नहीं है। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, कंपनी के भारत के साथ 'फिल एंड फिनिश' के लिए समझौता कर सकती है। इसमें वैक्सीन की खुराकों को शीशियों में भरने समेत पैकेजिंग की पूरी प्रक्रिया शामिल होती है। इसके लिए संभावनाएं तलाशी जा रही हैं।
साल के अंत तक तैयार हो सकती है 10 करोड़ खुराकें
फाइजर का कहना है कि अगर सब कुछ उम्मीदों के मुताबिक रहा तो वह इस साल के अंत तक इस वैक्सीन की 10 करोड़ खुराक का उत्पादन कर लेगी। अगले साल यह संख्या कई गुना बढ़ जाएगी। कंपनी का वैक्सीन की आपूर्ति को लेकर अमेरिका, इंग्लैंड, जापान और कनाडा आदि देशों के साथ समझौता हो चुका है। जानकार भी इस वैक्सीन के नतीजों से संतुष्ट दिख रहे हैं। उनका कहना है कि इसके फायदे नुकसान से ज्यादा हैं।
भारत में शुरू हुए ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की संभावित वैक्सीन के ट्रायल
दूसरी तरफ बुधवार को भारत में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और फार्मा कंपनी एस्ट्रेजेनेका द्वारा तैयार की जा रही संभावित वैक्सीन कोविशील्ड के दूसरे चरण के ट्रायल शुरू हो गए हैं। इसके तहत पहली खुराक पुणे स्थित भारती विद्यापीठ मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में छह स्वस्थ वॉलेंटियरों को दी गई। यह रेस में सबसे आगे चल रहीं वैक्सीन्स में शामिल है। अगर सब कुछ ठीक रहा तो यह साल के अंत तक भारत में उपलब्ध हो सकती है।
क्या है संक्रमण की ताजा स्थिति?
वैक्सीन की बढ़ती उम्मीद के बीच दुनिया में कोरोना संक्रमितों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। पूरे विश्व में अब तक 2.43 करोड़ लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है और 8.31 लाख लोगों की मौत हो चुकी है। अगर भारत की बात करें तो यहां कोरोना के कुल मामले 33,87,500 हो गए हैं और 61,529 लोगों की मौत हुई है। बीते दिन देश में 77,266 नए मामले सामने आए, जो एक दिन की सबसे बड़ी संख्या है।