पाकिस्तान ने इस साल 3,186 बार किया संघर्ष विराम का उल्लंघन, 17 सालों में सबसे ज्यादा
क्या है खबर?
जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (LAC) पर पाकिस्तान की ओर से संघर्ष विराम का उल्लंघन करने की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही है।
यही कारण है कि पाकिस्तान ने पिछले आठ महीनों में LAC पर 3,186 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है। यह पिछले 17 सालों में संघर्ष विराम उल्लंघन की सबसे बड़ी संख्या है।
यह जानकारी रक्षा राज्य मंत्री श्रीपद नाईक ने शनिवार को एक सवाल का जवाब देते हुए राज्यसभा में दी है।
जवाब
सांसद सीएम रमेश ने मांगी थी संघर्ष विराम उल्लंघन से संबंधित जानकारी
NDTV के अनुसार राज्यसभा में सांसद सीएम रमेश ने LAC पर पाकिस्तान द्वारा किए जा रहे संघर्ष विराम के संबंध में जानकारी मांगी थी।
इसका जवाब देते हुए रक्षा राज्य मंत्री नाइक ने कहा कि इस साल पाकिस्तान ने 1 जनवरी से 7 सितंबर तक LAC पर 3,186 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है।
यह नवंबर 2003 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा किए गए संघर्ष विराम समझौते के बाद से उल्लंघन की सबसे अधिक संख्या है।
जानकारी
पाकिस्तान ने सीमा पार से 242 बार की फायरिंग
मंत्री ने नाइक ने बताया अंतराष्ट्रीय सीमा पर 24 जनवरी से 31 अगस्त तक 242 बाद गोलीबारी की घटनाएं हुई है। जिसका भारतीय सेना में मुंहतोड़ जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि इस दौरान पाकिस्तान की ओर से घुसपैठ के भी प्रयास किए गए थे।
शहीद
संघर्ष विराम के उल्लंघन की घटनाओं में शहीद हुआ आठ जवान
मंत्री नाइक ने बताया कि इस साल संघर्ष विराम के उल्लंघन की घटनाओं में सेना के आठ जवान शहीद हो गए और दो घायल हुए हैं।
इसको लेकर सेना ने उपयुक्त माध्यमों और चैनलों से पाकिस्तानी अफसरों के सामने इन मुद्दों को उठाकर विरोध भी दर्ज कराया है।
उन्होंने बताया शुक्रवार शाम भी पाकिस्तान द्वारा किए गए उल्लंघन में एक गांव में गोली लगने से एक महिला घायल हो गई। उससे पहले सीमा पार से मोर्टार भी दागे गए थे।
कमी
कोरोना वायरस महामारी के कारण जून के बाद आई संघर्ष विराम उल्लंघन में कमी
मंत्री ने नाइक ने बताया कि इस साल जून तक यानी शुरू के छह महीनों में कुल 2,432 संघर्ष विराम का उल्लंघन हुआ था। इसके बाद के महीनों में इसमें मामूली कमी आई है। इसके पीछे वैश्विक कोरोना वायरस महामारी मुख्य कारण है।
बता दें कि पाकिस्तान में कोरोना वायरस से तीन लाख और भारत में 53 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं। उन्होंने बताया कि साल 2019 में संघर्ष विराम उल्लंघन की करीब 2,000 घटनाएं हुई थी।
विवाद
चीन से बढ़ते तनाव के बीच भी किया संघर्ष विराम का उल्लंघन
इस समय लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारत और चीन के बीच उच्च स्तर का तनाव चल रहा है।
इसके बाद भी पाकिस्तान द्वारा संघर्ष विराम का उल्लंघन किया जा रहा है। इसके कारण भारतीय सेना को थोड़ी परेशानी झेलनी पड़ रही है।
बता दें कि गत 15 जून की रात को गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प में भारत के 20 सैनिक शहीद हो गए थे। उसके बाद से ही सीमा पर तनाव लगातार बढ़ा हुआ है।