आप्रवासियों के लिए 6 उभरते शहरों में बेंगलुरू शामिल- रिपोर्ट
बेंगलुरू को दुनिया में एक्सपैट्स यानी कि आप्रवासियों (दूसरे देशों से आकर बसने वाले लोग) के लिए उभरते शहरों में से एक माना गया है। इसके पीछे की वजह बताई गई है कि इस शहर में ज्यादा पैसा है और इसमें वो लोग ज्यादा है जिन्हें कुछ सीखने की भूख है। ये बात ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में कही गई है। इस लिस्ट में कुआलालंपुर, लिस्बन, दुबई, मैक्सिको सिटी और रियो डी जनेरियो का नाम भी शामिल है।
ब्लूमबर्ग ने शहर के प्रवासी से की बातचीत
ब्लूमबर्ग ने बेंगलुरू में रह रहे एक आप्रवासी से बात की। उन्होंने अपने और शहर के बारे में काफी कुछ बताया। उन्होंने कहा कि वह बेंगलुरू के इंदिरानगर इलाके में रहते हैं। उनकी उम्र 49 साल है। वह एक गेमिंग स्टूडियो खोलने के लिए सैन फ्रांसिस्को में रह रहे उनके परिवार से दूर हुए थे। उन्होंने इस शहर में एक गेमिंग सम्मेलन में भाग लेने के बाद दो सह-संस्थापकों के साथ मिलकर अपना खुद का स्टूडियो खोला है।
बेंगलुरू में बसने से पहले कई देशों के बारे में सोचा
बेंगलुरू में बसने से पहले उन्होंने फिनलैंड, लैटिन अमेरिका और कनाडा के बारे में भी सोचा था। उन्होंने अमेरिका के प्रौद्योगिकी क्षेत्र से बड़े पैमाने पर पलायन का भी संकेत दिया। उनका कहना था कि लोग सिलिकॉन वैली की राजनीति, अपराध और शिक्षा की खराब स्थिति से प्रभावित हो रहे हैं। उन्हें बेंगलुरू में अभी भी कई चीजें अधूरी लगती हैं, जैसे सड़क और इमारतें। लेकिन उनका मानना है कि वह शहर में रहकर कुछ सार्थक कर रहे हैं।
स्टार्ट-अप की राजधानी है बेंगलुरू शहर
बेंगलुरू को भारत की 'स्टार्ट-अप की राजधानी' कहा जाता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि यहां उद्यम पूंजी लंदन या सैन फ्रांसिस्को की तुलना में अधिक है। यह 2016 में 1.3 बिलियन डॉलर से बढ़कर 2020 में 7.2 बिलियन डॉलर हो गई।
शहर में हजारों IT कंपनियां मौजूद
सबसे तेजी से बढ़ते तकनीकी केंद्रों में बेंगलुरू हब बन गया है। शहर में हजारों स्टार्ट-अप और IT कंपनियां मौजूद हैं। यह ज्यादा से ज्यादा प्रवासियों को अपनी ओर खींच रहा है। साथ ही प्रवासियों की बढ़ती आबादी के लिए शहर में अंतरराष्ट्रीय स्कूल, बार, बिस्ट्रो और अन्य सुविधाएं भी हैं। रिपोर्ट में कहा गया कि बेंगलुरू को ज्यादा सैलरी वाली नौकरियों और सस्ती लक्जरी लाइफस्टाइल की मदद से वैश्विक शहर बनाया जा सकता है।