अयोध्या भूमि विवाद पर आज आएगा सुप्रीम कोर्ट का फैसला, जानें बड़ी बातें
क्या है खबर?
दशकों से चले आ रहे अयोध्या भूमि विवाद में आज सुप्रीम कोर्ट का फैसला आएगा।
राजनीतिक और सांप्रदायिक रूप से महत्वपूर्ण इस मामले में सुनवाई 16 अक्टूबर को पूरी हो गई थी।
40 दिन तक चली यह सुनवाई भारत के इतिहास की दूसरी सबसे लंबी सुनवाई थी।
फैसले के मद्देनजर देशभर में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। सोशल मीडिया पर खास नजर रखी जा रही है ताकि लोग अफवाहें न फैला सकें।
जानकारी
सुबह 10:30 बजे आ सकता है फैसला
अयोध्या भूमि विवाद की सुनवाई मुख्य न्यायाधीश (CJI) रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय बेंच ने की थी। इस बेंच में CJI गोगोई के अलावा न्यायधीश एसए बोबड़े, न्यायधीश डीवाई चंद्रचूड़, न्यायधीश अशोक भूषण और न्यायधीश एसए नजीर शामिल हैं।
विवाद
क्या है अयोध्या भूमि विवाद?
अयोध्या में 6 दिसंबर, 1992 को विवादित स्थल पर खड़ी बाबरी मस्जिद को गिरा दिया गया था और मुख्य विवाद इससे संबंधित 2.77 एकड़ जमीन को लेकर है।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 2010 में दिए अपने फैसले में विवादित भूमि को निर्मोही अखाड़ा, सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड उत्तर प्रदेश और रामलला विराजमान के बीच तीन हिस्सों में बांट दिया था।
हाई कोर्ट के इस फैसले के खिलाफ सभी पक्षकारों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिकाएं दायर की थी।
ट्विटर पोस्ट
प्रधानमंत्री ने फैसले से पहले देश की ये अपील
अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट का जो भी फैसला आएगा, वो किसी की हार-जीत नहीं होगा। देशवासियों से मेरी अपील है कि हम सब की यह प्राथमिकता रहे कि ये फैसला भारत की शांति, एकता और सद्भावना की महान परंपरा को और बल दे।
— Narendra Modi (@narendramodi) November 8, 2019
अयोध्या
अयोध्या में कैसे हैं हालात?
सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले अयोध्या जाने वाले सारे रास्ते बंद कर दिए गए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अयोध्या में गाड़ियों के प्रवेश पर रोक लग गई गई है।
कुछ जगहों पर केवल दोपहिया वाहनों की अनुमति है। पूरे शहर में अर्धसैनिक बलों की 45 टुकड़ियां तैनात की गई हैं। शुक्रवार देर रात तक शहर में दुकानें खुली रही।
हालांकि, सुरक्षा की दृष्टि से पंचकोसी और चौदहकोसी परिक्रमा में भाग लेने आए लोगों को वापस भेजा जा रहा है।
जानकारी
गृह मंत्री अमित शाह ने बुलाई उच्च स्तरीय बैठक
अयोध्या पर फैसले के मद्देनजर गृह मंत्री अमित शाह ने शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों के साथ बैठक बुलाई है। इस बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और खुफिया ब्यूरो के प्रमुख अरविंद कुमार भी शामिल रहेंगे।
कानून व्यवस्था
कई राज्यों में धारा 144 लागू
सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले पूरे उत्तर भारत में सुरक्षा के खास इंतजाम किए गए हैं। राजस्थान, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में सोमवार तक सभी स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे।
उत्तर प्रदेश, कर्नाटक के अलावा जम्मू-कश्मीर में भी धारा 144 लागू कर दी गई है। अलीगढ़ में इंटरनेट बंद किया गया है।
चेन्नई और मुंबई में भी कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए हजारों की संख्या में पुलिस और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस
फैसले के बाद AIMPLB और RSS की प्रेस कॉन्फ्रेंस
अयोध्या पर फैसले के मद्देनजर राजनीतिक दल, सामाजिक और धार्मिक संगठन लोगों से शांति बनाए रखने की अपील कर रहे हैं। फैसले के बाद ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) की लीगल कमेटी के संयोजक जफरयाब जिलानी मीडिया को संबोधित करेंगे।
वहीं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत एक बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे।
दूसरी तरफ पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने अधिकारियों से बात कर कानून-व्यवस्था की समीक्षा की।
ट्विटर पोस्ट
सुन्नी वक्फ बोर्ड और राम लला पक्ष के वकील चर्चा करते हुए
Supreme Court: Ram Lalla deity lawyer, CS Vaidyanathan (extreme right) in conversation with Dr Rajeev Dhavan, senior lawyer for Sunni Wakf Board, outside the CJI courtroom. #AyodhyaJudgment pic.twitter.com/GZvt2q8cd0
— ANI (@ANI) November 9, 2019
सुरक्षा
सुप्रीम कोर्ट के बाहर कड़ी सुरक्षा
देश के सबसे बड़े फैसलों में से एक से पहले सुप्रीम कोर्ट की सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं।
सुप्रीम कोर्ट की तरफ जाने वाली भगवान दास रोड को बैरिकेड लगाकर बंद किया गया है।
सुप्रीम कोर्ट के सभी गेटों के बाहर दिल्ली पुलिस के 500 जवान और अर्धसैनिक बलों की तीन कंपनियों को तैनात किया गया है।
इसके अलावा संवैधानिक बेंच में शामिल सभी पांचों जजों की सुरक्षा को भी बढ़ाया गया है।
ट्विटर पोस्ट
योगी आदित्यनाथ ने की शांति बनाए रखने की अपील
मा. उच्चतम न्यायालय द्वारा अयोध्या प्रकरण के सम्बन्ध में दिए जाने वाले सम्भावित फैसले के दृष्टिगत प्रदेशवासियों से अपील है कि आने वाले फैसले को जीत-हार के साथ जोड़कर न देखा जाए।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) November 8, 2019
यह हम सभी की जिम्मेदारी है कि प्रदेश में शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण वातावरण को हर हाल में बनाए रखें।