ज्ञानवापी परिसर में तीसरे दिन भी जारी ASI सर्वे, तहखाने-गुंबद की जानकारी जुटा रही टीम
ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में आज लगातार तीसरे दिन भी भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) सर्वे जारी है। कड़ी सुरक्षा के बीच ASI की 51 सदस्यीय टीम सर्वे में जुटी है। रिपोर्ट के मुताबिक, आज परिसर में स्थित तहखाने और गुंबद का सर्वे किया जा रहा है। टीम ने लाइटिंग और एग्जॉस्ट फैन लगवाकर तहखाने का सर्वे शुरू किया है। बता दें कि इलाहाबाद हाई कोर्ट से मुस्लिम पक्ष की याचिका खारिज होने के बाद सर्वे किया जा रहा है।
IIT कानपुर के विशेषज्ञ भी टीम के साथ
बता दें कि आज टीम ज्ञानवापी के तीनों गुंबद, व्यासजी का कमरा और परिसर का सर्वे कर रही है। ASI की टीम में आज भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) कानपुर के 2 विशेषज्ञ भी हैं। मुस्लिम और हिंदू दोनों पक्षों की ओर से लोग परिसर में मौजूद हैं। हिंदू पक्ष के वकीलों के मुताबिक, सर्वे का प्राथमिक चरण लगभग पूरा हो गया है और अब आधुनिक तकनीकों से अगले चरण का काम शुरू किया जाएगा।
2 सितंबर तक पूरा करना होगा सर्वे
बता दें कि वाराणसी जिला कोर्ट ने सर्वे पूरा करने के लिए 4 हफ्तों का वक्त दिया है। शनिवार को हुई सुनवाई में कोर्ट ने 2 सितंबर तक ASI को रिपोर्ट सौंपने को कहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अगले एक-दो दिन में ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार (GPR) और सैटेलाइट इमेजिंग जैसी दूसरी आधुनिक तकनीकों से सर्वे का काम शुरू किया जा सकता है। जल्द ही मुख्य तहखाने का सर्वे भी शुरू हो सकता है।
सर्वे को लेकर क्या बोले हिंदू पक्ष के वकील?
हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने कहा, "अभी कोई प्रमुख अपडेट नहीं है बस साइंटिफिक स्टडी और सेंट्रल डोम की स्टडी चल रही है। फोटोग्राफी और उनकी पैमाइश की जा रही है और तीनों गुंबद की स्टडी की जा रही है।" कल जैन ने कहा था, "मैंने केंद्रीय गुंबद के नीचे एक खोखली जगह से आवाज आने पर ध्यान दिलाया है। केंद्रीय गुंबद के बगल का एक क्षेत्र जो ढका है, उसका सर्वे किया जा रहा है।"
हिंदू पक्ष ने किया धार्मिक चिन्ह मिलने का दावा
हिंदू पक्ष ने दावा किया कि तहखाने से 4 फीट की मूर्ति, 2 फीट का त्रिशूल और 5 कलश मिले हैं। तहखाने की दीवारों पर कमल के निशान मिलने की भी बात कही जा रही है। मुस्लिम पक्ष के वकील ने कहा, "अफवाह फैलाई जा रही कि इतनी बड़ी मूर्ती, त्रिशूल मिल गया है। अगर आम जनता यह देखेगी तो लोगों में उन्माद आएगा। प्रशासन को यह सब चीजे देखनी चाहिए क्योंकि कानून व्यवस्था बनाए रखना उनका काम है।"
क्या है ज्ञानवापी परिसर के सर्वे का मामला?
पिछले साल 5 हिंदू महिलाओं ने वाराणसी की जिला कोर्ट में ज्ञानवापी परिसर में मां शृंगार गौरी की सालभर पूजा करने की इजाजत मांगी थी। इसके बाद कोर्ट के आदेश पर कराए वीडियो सर्वे में वुजूखाने में शिवलिंग जैसी संरचना मिली थी। शिवलिंग जैसी संरचना मिलने के बाद हिंदू पक्ष ने मस्जिद परिसर के वैज्ञानिक सर्वे की मांग की, जिसकी 21 जुलाई को वाराणसी जिला कोर्ट ने मंजूरी दे दी।