बृजभूषण मामले में 15 जून तक दाखिल होगी चार्जशीट, 30 जून तक WFI के चुनाव- सरकार
भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के चुनाव 30 जून तक कराए जाएंगे। खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने इसकी घोषणा की है। उन्होंने कहा कि महिला पहलवानों के यौन शौषण मामले में WFI अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ 15 जून तक चार्जशीट दाखिल हो जाएगी, जबकि 30 जून तक WFI के चुनाव संपन्न करा दिये जाएंगे। बुधवार को खेल मंत्री से मुलाकात के बाद पहलवानों ने 15 जून तक जांच पूरी होने के आश्वासन के बाद आंदोलन स्थगित कर दिया था।
खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने क्या कहा?
खेल मंत्री ठाकुर ने कहा कि आंदोलन कर रहे पहलवानों से साथ कल हुई बैठक बहुत सकारात्मक रही और उनकी तरफ से जो भी विषय सामने रखे गए, उन पर गंभीरता से चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि जल्द ही कुश्ती संघ में महिला पहलवानों की आंतरिक शिकायतों के लिए एक समिति बनाई जाएगी और किसी महिला खिलाड़ी या अधिकारी को इसका चेयरमैन बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि पहलवानों के सभी मुद्दों और मांगों पर निर्णय ले लिया गया है।
सुनिए क्या बोले खेल मंत्री
कल करीब 5 घंटे तक चली थी ठाकुर और पहलवानों की बैठक
बुधवार को खेल मंत्री ठाकुर के आवास पर प्रदर्शनकारी पहलवानों की ओर से ओलंपिक पदक विजेता बंजरग पूनिया और साक्षी मलिक बातचीत के लिए पहुंचे थे। ये बैठक करीक 5 घंटे तक चली और इस दौरान सरकार के सामने पहलवानों ने 5 मांगें रखी थीं, जिनमें से अधिकांश मांगों पर सहमति बन गई है। इस बैठक के बाद पहलवानों ने 15 जून तक अपना आंदोलन स्थगित करने का ऐलान कर दिया था।
पहलवानों ने सरकार के सामने कौन-सी 5 मांगें रखी हैं?
पहलवानों की सरकार से मांग है कि WFI का अध्यक्ष किसी महिला को नियुक्त किया जाए, कुश्ती संघ में बृजभूषण के परिवार से कोई भी सदस्य नहीं होना चाहिए और कुश्ती संघ के जल्द से जल्द निष्पक्ष तरीके से चुनाव कराए जाएं। इसके अलावा दिल्ली पुलिस द्वारा जंतर-मंतर पर प्रदर्शन के दौरान पहलवानों के खिलाफ दर्ज FIR रद्द करने और यौन उत्पीड़न के आरोपी बृजभूषण को गिरफ्तार करने की मांग भी की गई है।
बैठक के बाद पहलवानों ने क्या कहा?
बैठक के बाद पहलवान पूनिया ने कहा, "सरकार से हमारी बात हुई है और वो इस बात पर सहमत हुए हैं कि जितने भी खिलाड़ियों के ऊपर केस हुए हैं, वह सब हटाए जायेंगे। अगर हमारी सभी मांगों को 15 तारीख तक नहीं माना जाता है तो हम दोबारा से आंदोलन शुरू करेंगे।" साक्षी ने कहा कि सरकार को समय दिया गया है और आंदोलन अभी खत्म नहीं हुआ है।
कहां तक पहुंची है यौन शोषण मामले की जांच?
दिल्ली पुलिस की एक टीम बृजभूषण पर लगे यौन आरोपों की जांच कर रही है। मामले में पुलिस ने अब तक करीब 208 लोगों के बयान दर्ज किए हैं। इससे पहले पुलिस टीम ने उत्तर प्रदेश के गोंडा स्थित बृजभूषण के आवास पर पहुंचकर उनके करीबियों के बयान दर्ज किये थे। सरकार द्वारा 15 जून की डेडलाइन दिये जाने के बाद पुलिस दबाव में है और वह जल्द जांच की स्टेटस रिपोर्ट कोर्ट में पेश कर सकती है।
क्या है पूरा मामला?
एक नाबालिग पहलवान समेत 7 महिला पहलवानों ने बृजभूषण पर यौन शोषण के आरोप लगाए हैं। इसे लेकर पहलवानों ने जनवरी में भी प्रदर्शन किया था। तब जांच के लिए एक समिति गठित की गई थी। इस जांच में लेटलतीफी के चलते अप्रैल में पहलवान फिर से धरने पर बैठ गए थे। सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण पर 2 FIR दर्ज की हैं। विशेष जांच दल (SIT) मामले की जांच कर रहा है।