तकनीकी खराबी, 3 घंटे तक हवा में चक्कर; एयर इंडिया विमान की कैसे हुई सुरक्षित लैंडिंग?
तमिलनाडु के त्रिची हवाई अड्डे पर 11 अक्टूबर को एयर इंडिया के एक विमान की आपातकालीन लैंडिंग कराई गई। विमान (AXB 613) ने शाम 5:40 बजे तिरुचिरापल्ली हवाई अड्डे से उड़ान भरी थी और कुछ देर बाद ही इसमें तकनीकी खराबी आ गई थी। इसके बाद विमान करीब 3 घंटे तक हवाई अड्डे के ऊपर ही चक्कर काटता रहा। आइए जानते हैं पायलट और क्रू सदस्यों ने स्थिति को कैसे संभाला।
सबसे पहले जानिए क्या हुआ?
इस विमान को त्रिची हवाई अड्डे से शारजाह जाना था। 140 यात्रियों और क्रु सदस्यों को लेकर विमान ने उड़ान भरी ही थी कि हाइड्रोलिक सिस्टम में खराबी आ गई। दरअसल, हाइड्रोलिक सिस्टम विमान की एक बेहद जरूरी प्रणाली है, जो लैंडिंग गियर, फ्लैप्स मूवमेंट और ब्रेक जैसी कई दूसरी प्रणालियों को नियंत्रित करता है। इसके बाद पायलट ने इसकी जानकारी एयरपोर्ट को दी और आपातकालीन लैंडिंग की योजना बनाई गई।
ईंधन कम करने के लिए हवा में चक्कर लगाता रहा विमान
पायलट ने विमान को करीब 3 घंटे तक हवाई अड्डे के आसपास ही घूमाया, ताकि ईंधन कम हो सके और आपातकालीन लैंडिंग की स्थिति में किसी तरह का नुकसान न हो। फ्यूल डंप करने का भी विचार किया गया, लेकिन नीचे रहवासी इलाकों को देखते हुए इस योजना पर आगे नहीं बढ़ा गया। इस बीच हवाई अड्डे पर आपातकालीन लैंडिंग की तैयारी की गई। 20 एंबुलेंस और 18 दमकल गाड़ियों को तैनात किया गया।
पायलट ने कैसे करवाई सुरक्षित लैंडिंग?
NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, आपातकालीन लैंडिंग को देखते हुए हवाई अड्डे पर भले ही उथल-पुथल मच गई हो, लेकिन विमान के अंदर सबकुछ नियंत्रण में था। इसके बाद पायलट ने पहली ही कोशिश में विमान के लैंडिंग गियर को मैन्युअल तरीके से खोलकर उसे सही स्थिति में लॉक कर दिया, जिससे विमान सामान्य लैंडिंग करने में सक्षम हो गया। इस बीच बैली लैंडिंग कराने पर भी विचार किया गया, लेकिन उसकी जरूरत नहीं पड़ी।
एयर इंडिया ने कहा- कारणों की जांच की जाएगी
एयर इंडिया एक्सप्रेस के प्रवक्ता ने कहा, "हमें तिरुचिरापल्ली-शारजाह मार्ग पर एयर इंडिया एक्सप्रेस की उड़ान से संबंधित मीडिया रिपोर्टों की जानकारी है। हम यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि परिचालन दल द्वारा कोई आपातकाल घोषित नहीं किया गया था। गड़बड़ी के कारण की उचित जांच की जाएगी। हमारे मेहमानों की आगे की यात्रा के लिए वैकल्पिक विमान की व्यवस्था की जा रही है। हमें असुविधा के लिए खेद है।"