NIA ने सिख्स फॉर जस्टिस नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू की संपत्ति की जब्त
क्या है खबर?
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की पंजाब में अमृतसर और चंडीगढ़ स्थित अचल सम्पत्तियां कुर्क कर ली हैं।
अमेरिका में रहने वाला पन्नू प्रतिबंधित संगठन 'सिख्स फॉर जस्टिस'(SFJ) का सदस्य है।
मोहाली के NIA स्पेशल कोर्ट के आदेश के बाद NIA ने गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (UAPA), 1967 की धारा 33 (5) के तहत पन्नुन से संबंधित अचल संपत्तियों को जब्त किया है। पन्नू अमेरिका से लगातार भारत के खिलाफ ऑनलाइन अभियान चला रहा है।
NIA
पन्नू से छीना मालिकाना हक
NIA ने पंजाब के अमृतसर के गांव खानकोट में पन्नू की 46 कनाल की प्रॉपर्टी जब्त की है। खानकोट पन्नू का पैतृक गांव है।
पंजाब की राजधानी चंडीगढ़ के सेक्टर 15 C में पन्नू का घर है, जिसे वर्ष 2020 में NIA ने अधिग्रहित किया था।
इसके बाद पन्नू अमेरिका भाग गया, तब सरकार ने उसे भगोड़ा घोषित कर दिया था।
उसी अधिग्रहित संपत्ति को NIA ने जब्त कर लिया है। इस संपत्ती पर पन्नू का कोई अधिकार नहीं रहा।
कनाडाई
पन्नू ने दी थी कनाडाई हिंदुओं को धमकी
कनाडा में खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की मौत के बाद भारत और कनाडा के बीच तनाव बढ़ा है।
इसी बीच पन्नू ने एक वीडियो जारी कर कनाडा में रह रहे हिंदुओं को देश छोड़ने की धमकी दी थी।
इसके बाद कनाडाई हिंदुओं ने कनाडा की जस्टिन ट्रूडो सरकार को चिट्ठी लिखकर पन्नू के बयानों को हेट क्राइम घोषित करने की अपील की थी। इस पर कनाडा के सुरक्षा मंत्री डोमिनिक लेब्लांक ने पन्नू की वीडियो की निंदा की थी।
गुरपतवंत
कौन है गुरपतवंत सिंह पन्नू?
गुरपतवंत सिंह पन्नू अमृतसर के खानकोट गांव का रहने वाला है और पंजाब यूनिवर्सिटी से कानून की पढ़ाई के बाद विदेश चला गया था। तभी से वो कनाडा तो कभी अमेरिका में रह रहा है।
विदेश में रहकर वो खालिस्तानी गतिविधियों को अंजाम देता है और भारत के खिलाफ ऑनलाइन अभियान चलाता है।
समय-समय पर वीडियो जारी कर भारत सरकार के खिलाफ जहर उगलता है। इसी ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI की मदद से SFJ संगठन का गठन किया था।
आतंकवादी
2020 में आतंकवादी घोषित हुआ था पन्नू
बता दें कि अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन जैसे देशों में रह रहे कुछ कट्टरपंथी सिखों द्वारा संचालित संगठन SFJ को वर्ष 2019 में भारत सरकार ने प्रतिबंधित कर दिया था।
इसके बाद पन्नू को अलगाववाद को बढ़ावा देने और पंजाबी सिख युवाओं को हथियार उठाने के लिए प्रोत्साहित करने के आरोप में 1 जुलाई 2020 को आतंकवादी घोषित किया था।
सरकार ने 2020 में ही SFJ से जुड़े 40 से ज्यादा वेबपेज और यूट्यूब चैनलों को भी बंद करवा दिया था।