
पुणे-बेंगलुरू हाईवे पर एक-दूसरे से टकराईं 48 गाड़ियां, 30 से अधिक लोग हुए घायल
क्या है खबर?
महाराष्ट्र के पुणे में रविवार रात को भीषण सड़क हादसा हुआ जिसमें 40 से अधिक वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गए।
एक ट्रक के ब्रेक फेल होने के कारण पुणे-बेंगलुरु हाईवे पर ये दुर्घटना हुई और कई वाहन आपस में टकरा गए।
गनीमत रही कि घटना में किसी को अपनी जान नहीं गंवानी पड़ी, हालांकि 30 से अधिक लोग घायल जरूर हुए हैं।
दुर्घटना के कारण हाईवे पर कम से कम दो किलोमीटर लंबा जाम भी लग गया।
दुर्घटना
पहले ट्रक ने मारी कई गाड़ियों को टक्कर, फिर तेल फैलने से गाड़ियां फिसलीं
घटना रविवार रात लगभग 8:30-9:00 बजे के आसपास पुणे के नवले पुल पर हुई।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पुणे जा रहे एक ट्रक की पुल से उतरते समय ब्रेक फेल हो गईं और उसने कई गाड़ियों में टक्कर मार दी।
दुर्घटना में सड़क पर तेल फैल गया, जिसके कारण पीछे से आ रहे अन्य वाहन फिसल गए और एक-दूसरे से टकराने लगे।
अधिकारियों के अनुसार, पूरे हादसे में कुल 48 गाड़ियां दुर्घटनाग्रस्त हुईं।
बचाव कार्य
फायर ब्रिगेड और PMRDA ने गाड़ियों को हटाकर जाम खोला
सड़क दुर्घटना की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड और पुणे महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (PMRDA) मौके पर पहुंच गईं और घायलों को अस्पताल पहुंचाया।
घटना के कारण हाईवे पर जाम भी लग गया, जिसके बाद गाड़ियों को हटाकर जाम को खोला गया।
हालांकि कुछ गाड़ियां अभी भी घटनास्थल पर पड़ी हैं और आज सुबह के वीडियो में उन्हें एक तरफ किनारे क्षतिग्रस्त अवस्था में खड़ा हुआ देखा जा सकता है।
संवेदनशील इलाका
नवले पुल पर आए दिन होते रहते हैं हादसे
बता दें कि नवले पुल का इलाका सड़क दुर्घटनाओं की दृष्टि से संवेदनशील है और यहां आए दिन हादसे होते रहते हैं।
शुक्रवार को ही पुल के पास एक तेज रफ्तार कार ने एक महिला को टक्कर मार दी थी। घटना में महिला की मौत हो गई थी।
दरअसल, पुल पर ढलान है और गाड़ियां अक्सर यहां से तेज रफ्तार से गुजरती हैं, इसलिए यहां पर बड़े पैमाने पर हादसे होते हैं।
सड़क दुर्घटनाएं
न्यूजबाइट्स प्लस
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की रिपोर्ट के अनुसार, 2021 में देश में 4.03 लाख सड़क दुर्घटनाएं हुईं जिनमें 1,55,622 मौतें हुईं। उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक 24,711 मौतें हुईं, वहीं तमिलनाडु में सबसे अधिक 57,090 सड़क दुर्घटनाएं हुईं।
इससे पहले 2020 में देश में 3.66 लाख सड़क दुर्घटनाएं हुई थीं जिनमें 1,31,714 लोगों की मौत हुई।
विश्व बैंक के अनुसार, भारत में हर साल औसतन 4.5 लाख सड़क दुर्घटनाएं होती हैं जिनमें लगभग 1.5 लाख लोग मारे जाते हैं।