लखीमपुर खीरी: किसानों और सरकार के बीच समझौता, मृतकों के परिजनों मिलेगा 45 लाख का मुआवजा
लखीमपुर खीरी में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा के दौरे के दौरान हुई हिंसा में चार किसानों की मौत के मामले में सरकार और किसानों के बीच सोमवार को समझौता हो गया है। सरकार हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों को 45 लाख रुपये का मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देगी। इसी तरह घायलों को उपचार के लिए 10 लाख रुपये दिए जाएंगे। इसके अलावा घटना की न्यायिक जांच भी कराई जाएगी।
लखीमपुर खीरी में क्या हुआ था?
लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में अपने पैतृक गांव में आयोजित कार्यक्रम में जा रहे मंत्री मिश्र का किसान विरोध कर रहे थे। इस कार्यक्रम में प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य मुख्य अतिथि थे। मिश्रा के बेटे आशीष उपमुख्यमंत्री का स्वागत करने के लिए जा रहे थे। इस दौरान किसानों ने उनकी कार के सामने प्रदर्शन शुरू कर दिया। आरोप है कि आशीष ने कथित तौर पर किसानों पर कार चढ़ा दी। जिससे दो किसानों की मौत हो गई।
घटना के बाद भड़की हिंसा में हुई छह की मौत
मंत्री मिश्र के बेटे आशीष उर्फ मोनू मिश्रा द्वारा किसानों पर कार चढ़ाने और दो किसानों की मौत होने के बाद किसान भड़क गए और उन्होंने हिंसक प्रदर्शन शुरू कर दिया। उस दौरान प्रदर्शनकारियों ने मिश्रा के बेटे की कार सहित दो अन्य वाहनों को आग के हवाले कर दिया। इसके बाद मौके पर तनाव की स्थिति बन गई। हिंसा में दो प्रदर्शनकारी और चार भाजपा कार्यकर्ताओं की और मौत हो गई। इससे मृतकों की संख्या आठ पर पहुंच गई।
सरकार ने क्या कार्रवाई की?
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार को लखीमपुर भेज दिया है और बड़ी संख्या में पुलिस तैनात की गई है। इंटरनेट बंद कर दिया गया है और मंत्री के बेटे और कुछ किसानों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया है।
किसानों ने रखी मुआवजे और नौकरी की मांग
घटना के बाद गुस्साए किसान BKU नेता राकेश टिकैत के नेतृत्व में शवों को लेकर धरने पर बैठ गए और मृतकों के परिजनों को मुआवजा, सरकारी नौकरी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे। किसानों ने साफ कर दिया कि मांगे पूरी होने तक वह शवों का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। इसके बाद सरकार की ओर से अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून और व्यवस्था) प्रशांत कुमार और अपर मुख्य सचिव देवेश चतुर्वेदी ने टिकैत के बीच वार्ता की।
पांच दौर की वार्ता के बाद हुआ समझौता
सरकार और किसानों के बीच पांच दौर की वार्ता के बाद दोनों पक्षों में समझौता हो गया। इसमें तय किया गया कि सरकार मृतकों के परिजनों को 45-45 लाख रुपये का मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देगी। इसी तरह हाई कोर्ट के सेवानिवृत जज के निर्देशन में घटना की न्यायिक जांच कराते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा घटना में घायल हुए लोगों को 10-10 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा।
विपक्ष का जबरदस्त हंगामा
अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी कर रहे विपक्ष ने इस मुद्दे को लपक लिया है और वे किसानों के समर्थन में सड़क पर उतर आए हैं। उत्तर प्रदेश का प्रभार संभाल रहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी कल रात ही लखनऊ आ गईं और घर में नजरबंदी के आदेश का उल्लंघन करते हुए लखीमपुर के लिए रवाना हो गईं। उन्हें हरगांव में हिरासत में ले लिया गया है। उनके साथ कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा भी मौजूद हैं।
अखिलेश यादव और शिवपाल यादव भी हिरासत में
उत्तर प्रदेश में भाजपा के मुख्य विरोधी और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। अखिलेश लखीमपुर जाना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें घर से बाहर निकलने से रोक दिया। इस पर वह पुलिस के फैसले के खिलाफ घर के बाहर ही सड़क पर धरने पर बैठ गए। इसका लेकर पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल यादव को भी हिरासत में लिया गया है।
लखीमपुर खीरी में 6 अक्टूबर तक तैनात रहेंगी केंद्रीय बलों की चार कंपनियां
लखीमपुर खीरी हिंसा के बाद से ही इलाके में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। अब केंद्रीय गृह मंत्रालय ने आदेश जारी किया है कि 6 अक्टूबर तक वहां केंद्रीय बलों की चार कंपनियां तैनाती रहेंगी। क्षेत्र में फिलहाल धारा 144 लागू कर रखी है।