तिहाड़ जेल में मृत पाया गया उत्तर प्रदेश का कुख्यात गैंगस्टर, परिवार का हत्या का आरोप
उत्तर प्रदेश के मोस्ट वांटेड अपराधियों में शामिल गैंगस्टर अंकित गुर्जर की दिल्ली की तिहाड़ जेल में संदिग्द परिस्थितियों में मौत हो गई। आज सुबह जेल नंबर तीन में उसे मृत पाया गया। अभी तक उसकी मौत का कारण नहीं पता चला है और उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। मामले में जांच के आदेश भी दिए गए हैं। इस बीच अंकित के परिजनों ने पुलिस पर उसकी हत्या करने का आरोप लगाया है।
परिजनों का आरोप- जेल अधिकारी से झगड़े के बाद हुई अंकित की मौत
हिंदुस्तान की रिपोर्ट के अनुसार, अंकित के परिजनों ने आरोप लगाया है कि जेल अधिकारी मीणा ने कल अंकित के पास मोबाइल पकड़ा था जिसके बाद मीणा और अंकित में हाथापाई हो गई। हाथापाई के बाद पुलिस उसे ले गई और उसे बहुत पीटा जिससे उसकी मौत हो गई। वहीं पुलिस का कहना है कि कैदियों के बीच आपस में झगड़ा हो गया था और इसी झगड़े में अंकित की मौत हो गई।
मौत का असल कारण पता लगाने के लिए जांच के आदेश
इन आरोपों की जांच के लिए मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं जिसमें अंकित की मौत का असल कारण पता किया जाएगा। उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए पंडित दीनदयाल अस्पताल भेजा गया है और इससे भी कुछ स्थिति साफ हो सकती है।
अंकित पर दर्ज थे हत्या के आठ मामले
उत्तर प्रदेश के बागपत से आने वाला अंकित गुर्जर दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सक्रिय था और उस पर हत्या के कम से कम आठ मामले दर्ज थे। इसके अलावा रंगदारी, हत्या के प्रयास और अपहरण समेत उस पर दो दर्जन से अधिक मामले दर्ज थे। अंकित पर कुल सवा लाख रुपये का इनाम था जिसमें से एक लाख रुपये का इनाम उत्तर प्रदेश पुलिस ने और 25,000 रुपये का इनाम दिल्ली पुलिस ने रखा था।
दक्षिण दिल्ली में अपना वर्चस्व कायम करना चाहता था अंकित
अंकित को सबसे पहले 2015 में उत्तर प्रदेश पुलिस ने गिरफ्तार किया था, लेकिन 2019 में वह जमानत पर बाहर आ गया था। जमानत पर बाहर आने के बाद उसने अपना इलाका बदल लिया था और दिल्ली आकर एक अन्य गैंगस्टर रोहित चौधरी से हाथ मिला लिया था। दोनों ने चौधरी-गुर्जर नाम से अपनी एक गैंग बनाई थी और वे दक्षिण दिल्ली पर अपना वर्चस्व कायम करना चाहते थे। दिल्ली पुलिस ने मई, 2020 में उसे गिरफ्तार किया था।
मई में भी तिहाड़ में हुई थी एक कैदी की हत्या
बता दें कि मई में भी तिहाड़ जेल में श्रीकांत रामा स्वामी नामक एक कैदी की हत्या कर दी गई थी। उसे 14 मई को जेल नंबर दो के दूसरे वार्ड की चौथी कोठरी में घायल पाया गया था। उस पर धारदार हथियार से हमला किया गया था। स्वामी को घायल अवस्था में सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया था जहां उसकी मौत हो गई थी। पिछले महीने ही दिल्ली हाई कोर्ट ने मामले में CBI जांच के आदेश दिए थे।