कोरोना वायरस: भारत में पांच लाख के करीब पहुंची संक्रमितों की संख्या, 15,000 से अधिक मौत
भारत में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 17,296 नए मामले सामने आए और 407 मरीजों ने इसकी वजह से दम तोड़ा। ये अब तक एक दिन में सामने आए सबसे अधिक नए मामले हैं। इससे पहले कल 16,922 नए मामले सामने आए थे। इसी के साथ देश में कुल मामलों की संख्या 4,90,401 हो गई है, वहीं 15,301 की मौत हुई है। सक्रिय मामलों की संख्या 1,89,463 है।
58 प्रतिशत से अधिक हुई ठीक होने वाले मरीजों की संख्या
नए मामलों के साथ-साथ देश में ठीक होने वाले मरीजों की संख्या भी तेजी से आगे बढ़ रही है और पिछले 24 घंटे में 13,940 मरीज ठीक हुए। इसी के साथ ठीक होने वाले मरीजों की कुल संख्या 2,85,637 हो गई है जो कुल मामलों की 58.24 प्रतिशत है। अगर टेस्ट की बात करें तो पिछले 24 घंटे में देशभर में 2,15,446 टेस्ट किए गए और अब तक कुल 77.76 लाख टेस्ट किए जा चुके हैं।
महाराष्ट्र में 1.5 लाख के करीब पहुंचे मामले
महाराष्ट्र सबसे अधिक प्रभावित राज्य बना हुआ है और यहां अब तक 1,47,741 लोगों को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया जा चुका है, वहीं 6,931 लोगों की मौत हुई है। वहीं दूसरे स्थान पर काबिज दिल्ली में अब तक 73,780 मामले सामने आए हैं और 2,429 लोगों की मौत हुई है। इसके बाद तमिलनाडु में 911 मौत समेत 70,977 मामले और गुजरात में 1,753 मौत समेत 29,520 मामले सामने आए हैं।
दिल्ली में फिर 3,000 से अधिक नए मामले, महाराष्ट्र में रिकॉर्ड उछाल
देश की राजधानी दिल्ली की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है और शहर में पिछले 24 घंटे में 3,390 नए मामले आए। शहर में पिछले कई दिन से 3,000 से अधिक नए मामले सामने आ रहे हैं, हालांकि इस दौरान टेस्टिंग में भी दो-तीन गुना इजाफा हुआ है। वहीं महाराष्ट्र में गुरूवार को 4,841 नए मामले सामने आए जो अब तक एक दिन में सबसे अधिक हैं। 1,350 नए मामलों के साथ मुंबई में सक्रमितों की संख्या 70,878 हो गई है।
दुनियाभर में एक करोड़ के पास पहुंच रही संक्रमितों की संख्या
पूरी दुनिया की बात करें तो कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या एक करोड़ के नजदीक पहुंच रही है और अब तक 95.83 लाख हो गई है, वहीं 4.88 लाख लोगों की मौत हुई है। 24.18 लाख संक्रमितों और 1.24 लाख मौतों के साथ अमेरिका सबसे अधिक प्रभावित देश बना हुआ है। ब्राजील (12.28 लाख) और रूस (6.13 लाख) अगले दो सबसे अधिक प्रभावित देश हैं। WHO के अनुसार, कई देशों में ऑक्सीजन की कमी पड़ने लगी है।