दिल्ली: एक करोड़ की बीमा राशि के लिए व्यापारी ने दी खुद की हत्या की सुपारी
आपने आर्थिक तंगी में लोगों के गंभीर अपराधों को अंजाम देने की घटनाएं तो सुनी होगी, लेकिन किसी को पैसे के लिए खुद की हत्या करवाने के बारे में कम ही सुना होगा। ऐसा ही एक मामला सामने आया है दिल्ली के रणहौला इलाके में, जहां एक व्यापारी ने परिवार को एक करोड़ रुपये की बीमा राशि दिलवाने के लिए खुद की हत्या सुपारी दे दी। हालांकि, उसकी मौत के बाद पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
10 जून को रणहौला इलाके में पेड़ लटका मिला था व्यापारी का शव
पुलिस ने बताया कि 10 जून को दिल्ली के आईपी एक्सटेंशन निवासी गौरव बंसल (37) का शव रणहौला इलाके में एक पेड़ से लटका मिला था। पुलिस ने प्रथम दृष्टया घटना को आत्महत्या मानकर पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया था। इसके बाद पुलिस ने व्यापारी के फोन की कॉल डिटेल निकलवाई तो उसमें उसके मौत से पहले किसी एक नंबर पर लगातार बात होने की बात सामने आई। इसके बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी।
जांच में नाबालिग का निकला नंबर
पुलिस ने बताया कि पुलिस ने नंबर के आधार पर तलाश शुरू की तो वह एक नाबालिग का निकला। पुलिस ने उसे बुलाकर सख्ती से पूछताछ की तो उसने सारा खुलासा कर दिया। नाबालिग ने बताया कि मृतक गौरव ने उसे खुद की हत्या के लिए 90 हजार रुपये की सुपारी दी थी। इसके बाद उसने अपने तीन अन्य साथी मनोज यादव, सोराज और सुमित कुमार के साथ मिलकर उसकी हत्या कर शव को पेड़ से टांग दिया था।
पत्नी ने दर्ज कराई थी गुमशुदगी की रिपोर्ट
पुलिस ने बताया कि गौरव की पत्नी शानू बंसल ने गत 10 जून को उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी। उसमें बताया था कि वह सुबह दुकान के लिए घर से निकला था, लेकिन वापस नहीं लौटा। बाद में उसका शव मिला था।
व्यापार में घाटे के कारण बनाई थी खुद की हत्या की योजना
पुलिस ने बताया कि गौरव बंसल को व्यापार में लगातार घाटा हो रहा था। उसने छह लाख रुपये का पर्सनल लोन लिया था, लेकिन उसमें से 3.5 लाख रुपये ऑनलाइन धोखाधड़ी में चले गए थे। इससे वह अवसाद में चला गया था। उसी दौरान उसने अपने एक करोड़ रुपये के बीमा की राशि को परिवार को दिलाने के लिए खुद की हत्या की साजिश रच ली और फेसबुक पर नाबालिग को फोटो भेजकर खुद की हत्या की सुपारी दे दी।
परिवार को अब नहीं मिलेगी बीमा की राशि
पुलिस ने बताया कि गौरव बंसल ने परिवार की खुशहाली के लिए अपनी जान को दाव पर लगा दिया, लेकिन उसने गैरकानूनी रास्ता चुन लिया। इसमें उसे अपनी जान से तो हाथ धोना पड़ा है और साथ ही अब उसके परिवार को बीमा राशि का भी लाभ नहीं मिल पाएगा। उन्होंने बताया कि बीमा राशि का लाभ दुर्घटना या बीमारी से मौत पर मिलता है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर अन्य घटनाओं का पता लगाने का प्रयास कर रही है।
गत वर्ष राजस्थान में फाइनेंसर ने भी करवाई थी खुद की हत्या
2 सितंबर, 2019 को राजस्थान के भीलवाड़ा में भी एक फाइनेंसर ने आर्थिक तंगी के चलते अपनी हत्या करवा ली थी। इसमें भी मृतक का बीमा था और उसकी मौत से परिवार को 50 लाख रुपये मिलने वाले थे। फाइनेंसर बलबीर खारोल ने 3 अगस्त को अपना 50 लाख रुपये का बीमा करवाया था और उसके बाद 2 सितंबर को 80 हजार रुपए की सुपारी देकर खुद की हत्या करा ली थी। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था।