भारतीय नौसेना के 20 जवानों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि
भारतीय नौसेना के कम से कम 20 जवानों को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पश्चिमी नौसेना कमान के तट पर मौजूद लॉजिस्टिक और एडमिनिस्ट्रेटिव सपोर्ट बेस INS आंग्रे पर 20 जवानों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। INS आंग्रे मुंबई के तट पर मौजूद है। इन सभी जवानों को कोलाबा के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। भारतीय नौसेना के जवानों के संक्रमित होने का यह पहला मामला है।
INS आंग्रे के रिहायशी परिसर में रहते हैं जवान
सभी संक्रमित नौसैनिक INS आंग्रे के रिहायशी परिसर में रहते हैं। स्वास्थ्यकर्मी अब उन लोगों की तलाश में जुट गए हैं, जो संक्रमित नौसेनिकों के संपर्क में आए थे। बताया जा रहा है कि लॉकडाउन के कारण ये सभी जवान अपने कमरों में थे। इसके बावजूद उनमें संक्रमण पाया गया है। भारतीय नौसेना से पहले भारतीय थल सेना में 8 अधिकारी और जवानों के संक्रमित होने की पुष्टि हो चुकी है, जिनमें से दो डॉक्टर और एक नर्सिंग असिस्टेंट हैं।
एक नाविक के संपर्क में आने से संक्रमित हुए हैं जवान
नौसेना के प्रवक्ता ने बताया कि कुल 25 जवानों का टेस्ट किया गया था, जिनमें से अधिकतर में संक्रमण के कोई लक्षण नहीं देखे गए थे। उन्होंने बताया कि सभी 7 अप्रैल को संक्रमित पाए गए नाविक के संपर्क में आए थे। संक्रमित पाए गए जवानों में से एक को छोड़कर सभी 30 साल से कम उम्र के हैं। एक की उम्र 47 साल है। इन्हें कोलाबा के INS अश्विनी अस्पताल में भर्ती किया गया है।
नौसेना प्रमुख ने वीडियो जारी कर कही थी यह बात
बीते 9 अप्रैल को भारतीय नौसेना प्रमुख ने वीडियो मैसेज जारी कर कहा था कि नौसेना के स्थिति सुधरने के लिए उम्मीद करनी चाहिए, लेकिन सबसे बुरे दौर के लिए खुद को तैयार रखना चाहिए। एडमिरल करमबीर सिंह ने कहा था, "हमें सबसे बुरी स्थितियों के लिए खुद को तैयार रखना चाहिए और मेरे हिसाब से ये लड़ाई लंबी चलेगी।" उन्होंने कहा कि नौसेना को अपनी जहाजों और पनडुब्बियों को कोरोना वायरस संक्रमण से मुक्त रखने की कोशिश करनी चाहिए।
जवानों और उनके परिवार को सुरक्षित रखना जरूरी- सिंह
सिंह ने कहा, "हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हमारे जवान और उनके परिवार संक्रमण से बचे रहें। हमें यह भी सुनिश्चित करना है कि हमारे जहाज और पनडुब्बियां भी इस वायरस के संक्रमण से बचे रहें। जहाजों और पनडुब्बियों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना एक चुनौती है।" उन्होंने कहा कि भारतीय नौसेना ने महामारी से बचने के लिए सभी भर्तियों, नाविकों और अधिकारियों के ट्रांसफर आदि पर रोक लगा दी है।
संक्रमण रोकने के लिए सशस्त्र बलों ने उठाए ये कदम
सशस्त्र बलों ने भी इस खतरनाक वायरस का संक्रमण फैलने से रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं। इनमें सभी गैर-जरूरी ट्रेनिंग, यात्राएं और कॉन्फ्रेंस को रद्द करना, लोगों के इकट्ठा होने पर रोक, अधिकारियों के लिए कोर्स स्थगित करना आदि शामिल हैं।
भारत में अब तक कितने मामले?
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, 18 अप्रैल सुबह तक देशभर में कुल 14,378 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी थी। इनमें से 11,906 सक्रिय मामले हैं, 1,991 ठीक हो चुके हैं और 480 लोगों की मौत हो चुकी है। भारत में संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र में सामने आए हैं। यहां अब तक 3,323 लोग संक्रमित हो चुके हैं, जिनमें से 331 ठीक हुए हैं और 201 अपनी जान गंवा चुके हैं।