कोरोना संक्रमण के कारण जान गंवा चुके हैं 64 डॉक्टरों समेत 155 स्वास्थ्यकर्मी- सरकार
सरकार ने बताया है कि देशभर में 11 सितंबर तक 155 स्वास्थ्यकर्मी कोरोना संक्रमण के कारण अपनी जान गंवा चुके हैं। इनमें 64 डॉक्टर भी शामिल हैं। कोरोना के खिलाफ अग्रिम मोर्चे पर लड़ रहे स्वास्थ्यकर्मियों के लिए 'प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज' के तहत चलाई जा रही 50 लाख रुपये की बीमा योजना से मिले आंकड़ों के आधार पर सरकार ने संसद को यह जानकारी दी है। आइये, यह पूरी खबर जानते हैं।
स्वास्थ्य राज्यों का मामला, राष्ट्रीय स्तर पर नहीं जुटाए जाते आंकड़े- चौबे
स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी चौबे कोरोना वायरस से प्रभावित हुए डॉक्टर, नर्स, सहायक स्टाफ और आशा कर्मचारियों से जुड़े एक सवाल का जवाब देते हुए बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य का मामला राज्य सरकारों के तहत आता है और केंद्रीय स्तर पर ऐसे आंकड़े नहीं जुटाए जाते। हालांकि, उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण बीमा पैकेज के लाभार्थियों के आंकड़े राष्ट्रीय स्तर पर इकट्ठा किए जाते हैं। इसी से जुड़े आकंड़े उन्होंने राज्यसभा में पेश किए थे।
सबसे ज्यादा आवेदन महाराष्ट्र से
स्वास्थ्य राज्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के कारण जान गंवाने वाले स्वास्थ्यकर्मियों में से छह डॉक्टरों समेत 21 महाराष्ट्र से, 14-14 गुजरात और पश्चिम बंगाल, 12 अरुणाचल प्रदेश और 10 तमिनलाडु के थे। चौबे ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने संक्रमण से बचाव और नियंत्रण के लिए राज्य सरकारों को गाइडलाइंस भेजी थी। सभी राज्यों के लिए मार्च के महीने में ट्रेनिंग का भी आयोजन किया था। सभी श्रेणियों के स्वास्थ्यकर्मियों के लिए ये ट्रेनिंग हुई थी।
स्वास्थ्यकर्मियों के लिए सरकार ने जारी की कई गाइडलाइंस
चौबे ने कहा कि केंद्र ने राज्यों को संक्रमण बचाव और नियंत्रण समितियां बनाने को कहा था। साथ ही अस्पतालों से नोडल अधिकारी तैनात करने को कहा गया था, जो स्वास्थ्यकर्मियों के संक्रमण और उनकी स्थिति पर नजर रख सके। जिन स्वास्थ्यकर्मियों के संक्रमित होने की आशंका थी, उन्हें सात दिनों के लिए क्वारंटाइन में रखा गया। इसके अलावा अस्पतालों में उनकी ड्यूटी को लेकर भी जून में गाइडलाइंस जारी की थी।
असल संख्या हो सकती है ज्यादा
केंद्र सरकार ने बीमा योजना से राहत लेने के लिए आए आवेदनों के आधार पर यह आंकड़ा जारी किया है। असल संख्या इससे कहीं ज्यादा है। पिछले महीने आई एक रिपोर्ट में बताया गया था कि देश के 87,000 से ज्यादा स्वास्थ्यकर्मी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं और इनमें से 573 को अपनी जान गंवानी पड़ी है। संक्रमित स्वास्थ्यकर्मियों में से लगभग तीन चौथाई महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, दिल्ली, पश्चिम बंगाल और गुजरात छह राज्यों में तैनात थे।
अगस्त तक बीमा योजना के लिए आए थे केवल 143 आवेदन
रिपोर्ट के अनुसार, मौतों की बड़ी संख्या के बावजूद सरकार के पास अगस्त तक कोरोना के खिलाफ लड़ाई में लगे स्वास्थ्यकर्मियों के लिए 50 लाख रुपये की बीमा योजना के दावे के लिए महज 143 आवेदन आए थे अधिकारियों का कहना था कि इसकी एक वजह यह है कि अधिकतर मौतें योजना के दायरे में नहीं आती। वहीं कुछ मामलों में मृतक स्वास्थकर्मी के परिजन औपचारिकताओं को पूरा करने में लगने वाले समय के कारण देर से आवेदन करते हैं।