कोरोना वायरस: खाने-पीने के लिए रेस्टोरेंट-पब जाने वालों के संक्रमित होने का सबसे अधिक खतरा- स्टडी
भारत समेत दुनिया के कई देशों में लॉकडाउन से बाहर निकलते हुए रेस्टोरेंट्स और पब आदि को फिर से शुरू किया जा रहा है और लोगों ने खाने-पीने के लिए यहां जाना भी शुरू कर दिया है। हालांकि लोगों की ये जल्दबाजी उन पर भारी पड़ सकती है। दरअसल, अमेरिका में हुई एक स्टडी में सामने आया है कि डिनर या पीने के लिए बाहर जाने वाले लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने का खतरा सबसे अधिक होता है।
स्टडी में की गई कोरोना वायरस से संक्रमित और स्वस्थ लोगों के बीच तुलना
अमेरिका के सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) ने देश के 11 स्वास्थ्य केंद्रों पर ये स्टडी की थी। अपनी तरह की इस पहली स्टडी में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों और स्वस्थ्य लोगों की तुलना कर ये देखा गया था कि कौन-सी गतिविधि करने वाले लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की कितनी संभावना होती है। स्टडी में हिस्सा लेने वाले लोगों से शॉपिंग, रेस्टोरेंट, पब, सैलून और जिम आदि जाने से संबंधित सवाल किए गए थे।
स्टडी में आया सामने- रेस्टोरेंट या पब जाने वालों के संक्रमित होने की संभावना ज्यादा
स्टडी के नतीजों में सामने आया कि जो लोग कोरोना से संक्रमित थे, उनके बीमार होने से दो हफ्ते पहले रेस्टोरेंट या पब जाने की संभावना स्वस्थ लोगों के मुकाबले दोगुना थी। वहीं लगभग आधे लोगों ने बीमार होने से पहले 14 दिन के अंदर शॉपिंग या फिर किसी के घर जाने की बात कही। इसके अलावा जहां 42 प्रतिशत बीमार लोग किसी कोरोना संक्रमित के करीबी संपर्क में आए थे, वहीं स्वस्थ लोगों में ये आंकड़ा 14 प्रतिशत रहा।
इसलिए रेस्टोरेंट जाने वालों पर रहता है संक्रमित होने का अधिक खतरा
शोधकर्ताओं का कहना है कि रेस्टोरेंट या पब जाने वालों के संक्रमित होने का खतरा अधिक होने का एक कारण खाते-पीते समय मास्क का प्रयोग न पाना हो सकता है। इसके अलावा रेस्टोरेंट्स में संक्रमित होने के खतरे को वेंटीलेशन और वायु संचार से भी जोड़कर देखा गया है। शोधकर्ताओं का कहना है कि हवा के बहाव की तीव्रता वायरस के प्रसार पर असर डाल सकती है। AC के जरिए संक्रमण फैलने के कुछ मामले सामने भी आ चुके हैं।
लॉकडाउन से बाहर निकल रहे हैं देशों के लिए स्टडी के नतीजे अहम
इस स्टडी के नतीजे ऐसे समय पर सामने आए हैं जब दुनियाभर में लॉकडाउन को खत्म कर रेस्टोरेंट्स और पब आदि को खोला जा रहा है। भारत में भी रेस्टोरेंट्स को तो पहले ही खोल दिया गया था, वहीं 1 सितंबर से बार्स को भी खोल दिया गया है। इसके अलावा स्कूल-कॉलेज और अन्य सार्वजनिक गतिविधियों को शुरू करने पर भी विचार किया जा रहा है और इसकी रणनीति बनाने में ऐसी स्टडीज अहम साबित हो सकती है।
गतिविधियों के सामान्य तरीके से शुरू होने के लिए वैक्सीन अनिवार्य
बता दें कि तमाम गतिविधियों के कोरोना वायरस महामारी से पहले के दौर की तरह सामान्य तरीके से शुरू होने के लिए वैक्सीन को बेहद अहम माना जा रहा है। साल के अंत तक इसकी एक वैक्सीन आने की उम्मीद जताई जा रही है।