कोरोना के अलावा दूसरी बीमारियों के मरीजों के लिए आएगी नई योजना, लॉन्च होंगे मोबाइल क्लिनिक
क्या है खबर?
केंद्र सरकार कोरोना वायरस के अलावा दूसरी बीमारियों से पीड़ित मरीजों के इलाज के लिए नई योजना बना रही है।
इसके तहत देशभर में 2,000 मोबाइल क्लिनिक लॉन्च किए जाएंगे, जो इन मरीजों का इलाज करेंगे। इस योजना को 'जन आरोग्य रथ' नाम दिया जा सकता है।
गौरतलब है कि कोरोना वायरस संकट के कारण बड़ी संख्या में दूसरी बीमारियों से पीड़ित लोग अस्पताल नहीं जा पा रहे हैं। ऐसे मरीजों के लिए नई योजना लाई जा रही है।
प्रस्ताव
पहले चरण में 20 शहरों में शुरू होगी योजना
द प्रिंट की एक रिपोर्ट के अनुसार, शुरुआती चरण में यह योजना देश के 20 शहरों में शुरू की जाएगी।
हाईटेक और GPS आधारित वैनों पर बने मोबाइल क्लिनिक में डॉक्टर का एक क्लिनिक, एक पैथोलॉजी लैबोरेट्री और एक फार्मेसी होगी।
यानी एक ही वैन में डॉक्टर, टेस्ट कराने और दवाई लेने का इंतजाम होगा। डॉक्टर को दिखाने के बाद मरीज को टेस्ट कराने या दवा लेने कहीं और जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
योजना
PMO ने दिये थे योजना तैयार करने के आदेश
दरअसल, प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने कोरोना वायरस के डर से अस्पातल जाने से बच रहे मरीजों को देखते हुए रसायन और उर्वरक मंत्रालय को योजना बनाने का कहा था। फार्मास्यूटिकल्स विभाग इसी मंत्रालय के अधीन काम करता है।
PMO से आदेश मिलने के बाद मंत्रालय 'जन आरोग्य रथ' योजना का प्रस्ताव तैयार कर रहा है।
एक अधिकारी ने बताया कि अभी इस काफी काम किया जाना बाकी है। अगले 10-15 दिनों में इसे PMO को भेजा जाएगा।
प्रस्तावित योजना
PM-CARES फंड से मुफ्त में होगा पूरा इलाज
अधिकारी ने बताया कि इन क्लिनिक में एक डॉक्टर, लैब संचालक और फार्मिस्ट उपलब्ध रहेंगे। यहां इलाज के लिए सलाह से लेकर खून की जांच और दवाएं आदि सब कुछ मुफ्त में किया जाएगा। इसके लिए PM-CARES फंड का इस्तेमाल किया जाएगा।
बता दें कि कोरोना वायरस संकट को देखते हुए प्राइम मिनिस्टर्स सिटिजन्स असिस्टेंस एंड रिलीफ इन इमरजेंसी सिचुएशन (PM-CARES) फंड बनाया गया था।
हालांकि, पारदर्शिता को लेकर यह लगातार विवादों में रहा है।
प्रस्तावित योजना
योजना के लिए तैयार किए गए तीन मॉडल
मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि इस योजना के लिए तीन मॉडल तैयार किए गए हैं।
बुधवार को रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री मनसुख मांडविया ने मंत्रालय के अधिकारियों के साथ इन प्रस्तावों पर चर्चा की थी।
कहा जा रहा है कि शुरुआती चरण में यह योजना दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, सूरत, गाजियाबाद और लखनऊ समेत 20 बड़े शहरों में शुरू की जा सकती है।
यहां की सफलता को देखते हुए योजना का दूसरे शहरों तक विस्तार कर दिया जाएगा।
प्रस्तावित योजना
PMO से मंजूरी मिलने पर ही आगे बढ़ेगा काम
रिपोर्ट के मुताबिक, इस योजना के लिए सरकार फोर्टिस, मेदांता, मैक्स समेत कई बड़े अस्पतालों से डॉक्टरों के लिए संपर्क करेगी। वहीं लैबोरेट्री के लिए भी कई बड़े नामों से चर्चा चल रही है। सरकारी जन-औषधि स्टोर्स से दवाएं ली जाएंगी।
अधिकारी ने बताया कि अभी यह प्रस्ताव शुरुआती चरण में है। अगले कुछ दिनों में इसे PMO में भेजा जाएगा। वहां से मंजूरी मिलने के बाद ही इस पर आगे काम किया जाएगा।