दक्षिण कश्मीर में भाजपा सरपंच की गोली मारकर हत्या, बीते 40 घंटों में दूसरा हमला
क्या है खबर?
जम्मू-कश्मीर में बीते 40 घंटों में संदिग्ध आतंकियों ने दो सरपंचों पर जानलेवा हमले किए हैं।
ताजा मामला दक्षिण कश्मीर के काजीगुंड के वेस्सु का है। यहां गुरुवार सुबह संदिग्ध आतंकियों ने नजदीक से गोली चलाकर भाजपा से संबंधित सरपंच सज्जाद अहमद खांडे की हत्या कर दी।
खून से लथपथ हालत में उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। हमले के वक्त खांडे अपने घर के पास ही मौजूद थे।
जानकारी
अस्पताल ले जाने से पहले हो गई मौत
खांडे को गोली लगने के बाद अनतंनाग के सरकारी अस्पताल में ले जाया गया। यहां के चिकित्सा अधीक्षख डॉक्टर मोहम्मद इकबाल सोफी ने कहा कि उन्हें मृत हालत में यहां लाया गया था। अस्पताल पहुंचने से पहले ही उनकी मौत हो गई थी।
हमले
मंगलवार शाम को भी हुआ था सरपंच पर हमला
बीते कुछ दिनों में सरपंचों में हुआ यह तीसरा हमला है। इससे पहले मंगलवार शाम को भाजपा से ही जुड़े काजीगुंड के अखरान गांव के सरपंच आरिफ अहमद पर हमला किया गया था। हमले में वो गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
वहीं 8 जून को भी आतंकियों ने अनंतनाग के लरकीपुरा के सरपंच और कांग्रेस सदस्य अजय पंडित की गोली मारकर हत्या की थी।
लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े द रजिस्टेंस फ्रंट ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी।
जानकारी
सरपंचों पर हमलों में आई तेजी
सरपंचों पर होने वाले हमलों में 10 अगस्त को श्रीनगर में होने वाले एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम से पहले तेजी आई है। 10 अगस्त को श्रीनगर में पंचायती राज संस्थाओं और शहरी निकायों का एक कार्यक्रम निर्धारित है।
जम्मू-कश्मीर
पंचायती चुनावों को बड़ी कामयाबी के तौर पर पेश कर रही सरकार
पिछले लगभग डेढ़ साल से तत्कालीन राज्य सरकार और अब केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन और केंद्र सरकार पंचायत चुनावों को बड़ी कामयाबी के तौर पर पेश कर रही है।
साथ ही वो इसे जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए अहम बता रही है।
केंद्र सरकार ने पिछले साल अक्टूबर में चुनौतीपूर्ण हालातों के बावजूद खंड विकास परिषद (BDO) के चुनाव संपन्न कराए थे।
हालांकि, बड़े नेताओं के नजरबंद होने के कारण कई दल इन चुनावों में शामिल नहीं हुए थे।
जम्मू-कश्मीर
पंचों और सरपंचों को 25 लाख का बीमा
2018 में हुए पंचायत चुनावों से लोगों को दूर रखने के लिए आतंकियों ने कई बार धमकियां दी थी।
खतरे को देखते हुए चुने गए पंच और सरपंचो को श्रीनगर के एक होटल में रखा गया था। हालांकि, उनके होटल में रुकने की वजह से उनके गांवों के विकास कार्यों पर काफी असर पड़ा था।
हाल ही में सरकार ने चुने हुए पंच और सरपंचों के लिए 25 लाख रुपये के बीमा का ऐलान किया था।