
#NewsBytesExplainer: क्या होते हैं पर्सनैलिटी राइट्स, जिनकी सुरक्षा के लिए कोर्ट का रुख कर रहे सितारे?
क्या है खबर?
पिछले दिनों यह खबर चर्चा में रही कि अभिनेता जैकी श्रॉफ ने अपने व्यक्तित्व संबंधी अधिकार यानी पर्सनैलिटी राइट्स की सुरक्षा के लिए काेर्ट का दरवाजा खटखटाया था।
हॉलीवुड में तो यह अक्सर सुनने को मिलता था, लेकिन बॉलीवुड में भी अब यह आम बात हो गई है। हिंदी सिनेमा के सितारे भी अपने पर्सनैलिटी राइट्स को लेकर सजग और पहले से ज्यादा मुखर हो गए हैं।
आइए आज हम आपको इन्हीं अधिकारों के बारे में विस्तार से बताते हैं।
अर्थ
क्या हैं पर्सनैलिटी राइट्स?
ये राइट्स व्यक्ति की पर्सनैलिटी से जुड़े होते हैं। पर्सनैलिटी राइट्स वैसे तो हर किसी के होते हैं, लेकिन बड़ी हस्तियों के मामले में यह काफी महत्वपूर्ण हो जाता है।
दरअसल, इन सितारों के नाम, तस्वीरें और यहां तक की आवाज का भी तमाम विज्ञापनों में दुरुपयोग हो सकता है। इससे उनकी प्रतिष्ठा को चोट पहुंच सकती है।
ऐसे में इन सितारों को अपने पर्सनैलिटी राइट्स की रक्षा के लिए अपने नाम को रजिस्टर कराना जरूरी हो जाता है।
राइट्स
ये 2 अधिकार हैं शामिल
पर्सनैलिटी राइट्स में मुख्य तौर पर 2 अधिकार समाहित हैं। पहला राइट ऑफ पब्लिसिटी यानी प्रचार का अधिकार। इसके तहत किसी व्यक्ति की तस्वीर या उससे जुड़ी चीजों का बिना उसकी इजाजत या उसके साथ कॉन्ट्रैक्ट के बिना कॉमर्शियल इस्तेमाल नहीं किया जा सकता।
राइट ऑफ पब्लिसिटी बहुत हद तक ट्रेडमार्क की तरह है, लेकिन इसे ट्रेडमार्क नहीं कह सकते।
दूसरा अधिकार है राइट टू प्राइवेसी यानी निजता का अधिकार। कॉपीराइट एक्ट 1957 भी पर्सनैलिटी राइट्स की रक्षा करता है।
कलाकार
जैकी ही नहीं, कई सितारे कर चुके कानूनी कार्रवाई
हाल ही जैकी अपने पर्सनैलिटी राइट्स मांगने कोर्ट पहुंच गए थे, जिसे कोर्ट ने मंजूरी दे दी थी। मतलब अब जैकी की इजाजत के बिना जो भी उनकी आवाज, फोटो या नाम का इस्तेमाल करेगा, उसके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। इससे पहले अमिताभ बच्चन और अनिल कपूर ने ऐसा किया था।
इससे पहले सुपरस्टार रजनीकांत कोर्ट का रुख कर चुके हैं। जाने-माने गायक दलेर मेहंदी ने भी अपने व्यक्तित्व के अधिकारों की सुरक्षा के लिए कानूनी कार्रवाई की थी।
असर
मिमिक्री करने वाले और हास्य कलाकारों का क्या होगा?
बिग बी, अनिल और जग्गू दादा मिमिक्री कलाकारों की पसंद हैं। उनके स्टाइल को तो देशभर में न जाने कितने लोग कॉपी करते हैं। बहुत से कॉमेडियन मिमिक्री आर्टिस्ट उनकी नकल उतारकर अपनी रोजी-रोटी चलाते हैं। ऐसे में इस फैसले का उन पर क्या असर पड़ेगा?
बता दें कि 'मिमिक्री, आलोचना और व्यंग्य में यह लागू नहीं होगा, क्योंकि स्वस्थ आलोचना करना या मिमिक्री करना दूसरे व्यक्ति का रचनात्मक अधिकार है। वो कोई फ्रॉड नहीं कर रहे हैं।
जानकारी
सुनील पाल ने कही थी ये बात
काॅमेडियन सुनील पाल इस पर कहते हैं, "हम मिमिक्री आर्टिस्ट भी उनके फैन पहले हैं। अगर हमें ऐसा करने से रोका जाएगा तो वो कला और फैंस का अपमान होगा। हमारे नकल उतारने से उनके स्टारडम में इजाफा ही होता है, उनकी पब्लिसिटी होती है।"
चलन
नकल करना कोई नई बात नहीं
वैसा देखा जाए तो फिल्मी सितारों की नकल उतारना, उनके फोटो़्, स्टाइल और डायलॉग का अपने-अपने ढंग से इस्तेमाल करना आम बात रही है। ऐसा लंबे समय से होता आ रहा है, लेकिन पिछले कुछ समय से बॉलीवुड कलाकार अपनी पर्सनैलिटी को लेकर कुछ ज्यादा ही गंभीर नजर आ रहे हैं।
ऐसे में सवाल उठता है कि अचानक ये सितारे ऐसा कदम क्यों उठा रहे हैं और इससे किन लोगों की परेशानी बढ़ने वाली है, आइए आगे समझते हैं।
वजह
...इसलिए अपने पर्सनैलिटी राइट्स को सुरक्षित कर रहे कलाकार
कई छोटी-बड़ी कंपनियां सितारों की इजाजत के बिना उनकी फोटो, आवाज का इस्तेमाल कर अपना प्रॉडक्ट बेचकर मुनाफा कमाती हैं, जो गलत है। अमिताभ ने यह कदम एक जूलरी कंपनी को अनाधिकारिक रूप से उनकी फोटो इस्तेमाल करने से रोकने के लिए उठाया था।
उनकी फोटो और आवाज के जरिए 'कौन बनेगा करोड़पति' की तर्ज पर फर्जी लॉटरी बेचकर लोगों को गुमराह भी किया जा रहा था। तब कोर्ट ने उन ऑनलाइन लिंक को हटाने के आदेश दिए थे।
वजह
डीपफेक भी बना खतरे की वजह
डिजिटल युग में फर्जी विडियो, AI जनरेटेड गुमराह करने वाले कॉन्टेंट, डीपफेक आदि का भी खतरा है। जैसे, जैकी के वकील ने बताया कि उनकी तस्वीर के जरिए आपत्तिजनक मीम बनाए गए हैं।
इससे पहले अनिल के वकील ने भी उनकी तस्वीर के साथ अपमानजनक तरीके से छेड़छाड़ करने और 'झक्कास' लिखे फर्जी ऑटोग्राफ और फोटो बेचे जाने की बात कही थी।
पिछले दिनों, रश्मिका मंदाना और आलिया भट्ट जैसी कई अभिनेत्रियां डीपफेक वीडियो की शिकार हो चुकी हैं।