बॉलीवुड की इन फिल्मों में दिखी संविधान की ताकत; आपने देखीं क्या?
देश के लिए बलिदान देने वाले जवानों के प्रति अपनी भावनाएं जाहिर करने वालीं देशभक्ति से सराबोर फिल्में आपने देखी होंगी। बॉलीवुड में ऐसी कई फिल्में बनी हैं, जो देशवासियों में देशप्रेम का जुनून भरने में कामयाब रही हैं। लेकिन क्या आपने भारतीय संविधान से जुड़ी जरूरी बातें बताने वालीं फिल्में देखी हैं? सिनेमा ने कई बार संविधान की मूल भावना याद दिलाई है। आइए आज गणतंत्र दिवस के मौके पर हम आपको ऐसी ही फिल्मों से रूबरू कराते हैं।
'आर्टिकल 15'
अनुभव सिन्हा के निर्देशन में बनी 'आर्टिकल 15' मेंं आयुष्मान खुराना ने मुख्य भूमिका निभाई थी। भारतीय संविधान का 'आर्टिकल 15' आम भारतीय को ये कानूनी सुरक्षा देता है कि जाति या जन्म के आधार पर किसी से भेदभाव नहीं किया जाएगा, लेकिन क्या सच में ऐसा हो पाता है? फिल्म 'आर्टिकल 15' भारतीय समाज की उस वास्तविकता को सामने लाती है, जिसमें कानूनी प्रावधानों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। आप इस फिल्म को नेटफ्लिक्स पर देख सकते हैं।
'सेक्शन 375'
'सेक्शन 375' में रेप जैसे मुद्दे को बहुत सधे हुए तरीके से उठाया गया। इसमें अक्षय खन्ना और ऋचा चड्ढा ने अहम भूमिका निभाई। धारा 375 के अनुसार अगर कोई व्यक्ति 16 वर्ष से कम उम्र की लड़की के साथ उसकी सहमति से भी संबंध बनाता है तो यह कृत्य भी दुष्कर्म की श्रेणी में ही माना जाता है। इसका गलत इस्तेमाल कैसे होता है, फिल्म में इस पर बहस हुई थी। यह फिल्म अमेजन प्राइम वीडियो पर उपलब्ध है।
'अलीगढ़'
हंसल मेहता की बायोग्राफिकल ड्रामा फिल्म 'अलीगढ़' में मनोज बाजपेयी और राजकुमार राव ने अहम भूमिका निभाई थी। इस फिल्म में समलैंगिकों के अधिकारों की रक्षा के लिए धारा 377 की बात की गई थी। फिल्म में मनोज ने एक ऐसे टीचर की भूमिका निभाई, जो समलैंगिक है। समलैंगिक होना कोई अपराध नहीं है। उनकी भी अपनी निजता है, अपने अधिकार हैं, यही सब इस फिल्म में दिखाया गया है। यह फिल्म ZEE5 और प्राइम पर देखी जा सकती है।
'न्यूटन'
राजकुमार राव और पंकज त्रिपाठी अभिनीत फिल्म 'न्यूटन' संविधान के अहम अधिकार यानी मतदान के अधिकार पर टिप्पणी करती है। फिल्म के जरिए दर्शकों को चुनाव की अहमियत और उन्हें मतदान को लेकर जागरूक करने की कोशिश की गई। 90वें ऑस्कर अवॉर्ड समारोह के लिए बेस्ट फॉरेन लैंग्वेज फिल्म श्रेणी में 'न्यूटन' भारत की आधिकारिक प्रविष्टि के तौर पर भेजी गई थी। अगर आपने यह फिल्म नहीं देखी है तो आप इसे अमेजन प्राइम वीडियो पर देख सकते हैं।
न्यूजबाइट्स प्लस (फैक्ट)
26 जनवरी, 1950 को भारत का संविधान लागू किया गया था और इसी के साथ भारत एक संप्रभु राज्य बन गया था। इस दिन ही भारत एक गणतंत्र बना और डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने भारत के पहले राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली।