
OTT और सोशल मीडिया पर अश्लील सामग्री पर सुप्रीम कोर्ट ने जताई चिंता, नोटिस जारी
क्या है खबर?
सोशल मीडिया और OTT प्लेटफॉर्म पर अश्लील सामग्री को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने गहरी चिंता जताई है।
सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार ने अदालत को बताया कि वह ऑनलाइन अश्लीलता पर नियंत्रण को लेकर कुछ कदम उठाने जा रही है।
कोर्ट ने केंद्र सरकार और स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म को नोटिस जारी करते हुए जवाब दाखिल करने को कहा है।
इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने एक्स, गूगल और मेटा (फेसबुक) से भी जवाब मांगा है।
नोटिस
इन प्लेटफॉर्म को नोटिस जारी
अदालत ने अश्लील कंटेंट के प्रसारण पर रोक लगाने के लिए नेटफ्लिक्स, अमेजन प्राइम वीडियो, उल्लू डिजिटल लिमिटेड और ऑल्ट बालाजी जैसे OTT प्लेटफॉर्म को भी नोटिस जारी किया है।
पूर्व सूचना आयुक्त उदय माहुरकर समेत 5 याचिकाकर्ताओं ने कोर्ट को बताया है कि मौजूदा कानूनी व्यवस्था अश्लीलता पर लगाम लगाने में अपर्याप्त साबित हो रही है।
याचिका ने बताया कि सोशल मीडिया पर कई ऐसे अकाउंट सक्रिय हैं, जो बिना किसी नियंत्रण के अश्लील कंटेंट प्रसारित कर रहे हैं।
मामला
याचिका में क्या कहा गया?
याचिकाकर्ताओं ने बताया कि कई OTT प्लेटफॉर्म पर सॉफ्ट पोर्न और पोर्नोग्राफिक कंटेंट से लेकर चाइल्ड पोर्नोग्राफी तक उपलब्ध है।
उन्होंने अलग-अलग सोशल मीडिया और OTT प्लेटफॉर्म को उनके यहां उपलब्ध अश्लील सामग्री को लेकर पत्र लिखे, लेकिन इन कंपनियों ने कह दिया कि वह किसी कानून का उल्लंघन नहीं कर रहे।
सुप्रीम कोर्ट ने याचिका में कही गई बातों से सहमति जताई, लेकिन कहा कि इस समस्या का हल निकालना सरकार के अधिकार क्षेत्र का विषय है।