'अवतार 2' रिव्यू: 13 साल की मेहनत के बाद भी यहां चूक गए जेम्स कैमरून
'अवतार: द वे ऑफ वाटर', समुद्री दुनिया से परिचय करवाने वाली हॉलीवुड फिल्म सिनेमाघरों में दस्तक दे चुकी है। निर्माता-निर्देशक जेम्स कैमरून ने जहां 'अवतार' में पवित्र पेड़ और नावी के रिश्ते की कहानी दिखाई थी, वहीं दूसरी कड़ी में उसी कहानी को आगे बढ़ाते हुए नावी और समुद्र के अंदर रहने वाले जीव-जंतु के जुड़ाव की दास्तां को दर्शाया है। फिल्म को देखना किसी बेहतरीन अनुभव से कम नहीं है, लेकिन कुछ कमी भी है। पढ़िए कैसी है फिल्म।
मिलिए नावी बन चुके जेक सली के परिवार से
फिल्म की शुरुआत नावी बन चुके जेक सली और उनकी नावी पत्नी नेतिरी के परिवार से होती है। हंसते-खेलते इस परिवार में जेक-नेतिरी के अलावा उनके तीन बच्चे, एक गोद ली बच्ची और कर्नल माइल्स का बेटा होता है। कहानी में ट्विस्ट तब आता है जब एक बार फिर आसमानी दुश्मन, पैंडोरा पर अपनी बुरी नजर डालते हैं। हालांकि, इस बार जेक लड़ने के बजाए वहां से दूर, दूसरे कबीले मेटकायिना में जाने का फैसला करता है।
यहां से शुरू होती है लोगों की तालियों की गड़गड़ाहट
'एवेंजर्स द एंड गेम' की ही तरह इस फिल्म के भी दूसरे पार्ट में लोगों की तालियों की आवाज सुनाई देने लगती है। दूसरे कबीले के लोगों की स्वीकृति हासिल करने के लिए जेक और उसके परिवार द्वारा समुद्री जीवों के साथ की जाने वाली अठखेलियां लोगों के आकर्षण का केंद्र बनती है। पहले हॉफ में बोर हो चुके लोग जब जेक को समुद्र के अंदर गोते लगाते हुए देखते हैं तो अपनी सीट पर जमकर बैठ जाते हैं।
जेक को मिलेगा आत्मीय भाई-बहनों का साथ
धीरे-धीरे जेम्स और उसका परिवार दूसरे कबीले के ही तरह पानी में रहने में सहज महसूस करने लगता है। तभी आसमानी दुश्मन उसे ढूंढते-ढूंढते वहां भी पहुंच जाते हैं और समुद्री तट पर रहने वाले मेटकायिना पर हमला कर देते हैं। अपने परिवार को दुश्मनों से बचाने के लिए इस बार जेक को पवित्र पेड़ का नहीं बल्कि अपने आत्मीय भाई-बहनों का साथ मिलता है। कैसे? यह जानने के लिए तो आपको यह फिल्म देखनी पड़ेगी।
जेम्स ने यहां जीता दर्शकों का दिल
नई तकनीक का इस्तेमाल कर पानी के भीतर इंसानी भावों को कैद करने में जेम्स कामयाब रहे। उन्होंने न केवल इंसानों के बल्कि जानवरों के भी हाव-भाव को बारीकी से दर्शाया। आला दर्जे के VFX ने फिल्म में चार-चांद लगा दिए। सैम वर्थिंगटन, जो सल्डाना, सिगरनी वीवर, स्टीफन लैंग जैसे दिग्गज कलाकारों ने जहां बेहतरीन काम किया, वहीं फिल्म में जेक की सबसे छोटी बेटी का किरदार निभाने वाली ट्रिनिटी जो-ली ब्लिस ने कमाल कर दिया।
यहां चूके जेम्स
जेम्स दर्शकों को "आश्चर्यचकित" करने में नाकामयाब रहे। फिल्म की कहानी औसत है, शायद यही कारण है कि पहली कड़ी से दूसरी कड़ी को जोड़ने वाली यह दास्तां पहले हॉफ में लोगों को बोर कर देती है। फिल्म में कंटिन्यूटी की कमी भी देखी गई। उदाहरण के तौर पर क्लाइमैक्स के दौरान दुश्मनों का मुकाबला करने के लिए जेक के साथ दूसरे कबीले के लोग जुड़ते हैं, लेकिन लड़ाई के बीच में वह कहां गायब हो गए समझ नहीं आता।
देखें या नहीं?
क्यों देखें?: हॉलीवुड फिल्में पसंद हैं तो यह फिल्म जरूर देखें। यदि आपको लगता है कि प्रकृति हमारी वजह से है तो यह फिल्म आपके लिए है। क्यों न देखें?: यदि आप एक कहानी को उसके अंत तक पहुंचता देखने के लिए तीन घंटे का समय नहीं दे सकते तो यह फिल्म न देखें। अगर आपने पहला भाग नहीं देखा तो 'अवतार: द वे ऑफ वाटर' देखने से पहले जरूर देख लें। 'अवतार 2' को हमारी तरफ से तीन स्टार।
न्यूजबाइट्स प्लस
फिल्म के हर एक कलाकार को पानी में गोता लगाना, पानी के ऊपर आना और पानी के भीतर सांसें थामकर रुके रहने सिखाया गया है। एक इंटरव्यू के दौरान फिल्म में मेटकायिना के लीडर टोनोवारी की पत्नी का किरदार निभाने वाली केट विंस्लेट ने बताया था कि उन्होंने एक दृश्य के दौरान पूरे सात मिनट तक अपनी सांस रोक कर रखी थी। सिनेमा के इतिहास में पानी के भीतर किसी दृश्य को फिल्माने का ये सबसे लंबा रिकॉर्ड है।