#NewsBytesExclusive: मेटावर्स को समझने के लिए उसमें कदम रखना जरूरी- ट्रेस नेटवर्क लैब्स CEO लोकेश राव
मेटावर्स और वर्चुअल दुनिया से जुड़े बदलाव तेजी से हो रहे हैं और नए यूजर्स तेजी से इसका हिस्सा बन रहे हैं। इससे जुड़ने के लिए पहला कदम अपनी पहचान या अवतार तैयार करना है, जिसे लेकर ढेरों सवाल सामने आते हैं। अवतार बनाने की प्रक्रिया क्या है और इसे NFT में कैसे बदला जा सकता है, इस बारे में जानने के लिए न्यूजबाइट्स ने ट्रेस नेटवर्क लैब्स के को-फाउंडर और CEO लोकेश राव से बात की।
मेटावर्स में मिलती है असेट्स की ओनरशिप
लोकेश ने मेटावर्स के बारे में समझाते हुए कहा कि यह असली दुनिया का एक वर्चुअल रूप है, जहां यूजर्स की पहचान उनकी अवतार के साथ होती है। उन्होंने कहा, "मेटावर्स से पहले NFT पर चर्चा तेज हुई, जो किसी डिजिटल असेट की ओनरशिप से जुड़ी है। मेटावर्स में किसी चीज की ओनरशिप यूजर्स को NFTs के तौर पर मिलती है। यानी कि मेटावर्स में कोई एक चीज खरीदने के बाद उसे हमेशा वर्चुअल स्पेस में इस्तेमाल किया जा सकेगा।"
वर्चुअल दुनिया को लेकर समझ पैदा होना जरूरी
भारत में मेटावर्स की स्वीकार्यता से जुड़े सवाल पर लोकेश ने कहा, "आज बनने वाले सभी मेटावर्स दुनियाभर में उपलब्ध हैं और सभी के लिए बन रहे हैं। भारतीय यूजर्स को मेटावर्स से जुड़े पहलुओं के बारे में ज्यादा समझ अभी नहीं है।" उन्होंने बताया, "खासकर भारत में मेटावर्स के इस्तेमाल और इससे जुड़ी संभावनाओं के बारे में लोग समझ नहीं पाए हैं। वे इसे भविष्य ना मानते हुए एक नया ट्रेंड भर मान रहे हैं।"
मेटावर्स से जुड़ी हैं ढेरों संभावनाएं
लोकेश ने बताया कि मेटावर्स असली दुनिया के साथ ही चलेगा और इसमें परिवार के लोगों-दोस्तों से मिलने से लेकर बिजनेस मीटिंग्स जैसे काम किए जा सकेंगे। लोग मेटावर्स में प्रोडक्ट्स को आजमाकर खरीददारी भी कर पाएंगे।
अवतार के साथ मेटावर्स में रखें कदम
मेटावर्स का हिस्सा बनने और इससे जुड़ने के लिए सबसे पहले एक वर्चुअल अवतार बनाना होता है। लोकेश ने बताया कि मेटावर्स में अभी मिलने वाले अवतार असली लोगों जैसे नहीं लगते और एनिमेटेड कार्टून्स जैसे हैं। उनकी कंपनी ट्रेस नेटवर्क लैब्स इस परेशानी को समझते हुए, असली जैसे दिखने वाले अवतार बनाने जा रही है। ट्रेस नेटवर्क लैब्स का बडी टूल इसके लिए काम करेगा और अवतार को NFT के तौर पर यूजर्स के वॉलेट में दे देगा।
कैसे बन सकते हैं असली जैसे दिखने वाले अवतार?
लोकेश ने बताया कि मेटावर्स में अभी अपने किसी दोस्त को पहचानना ही मुश्किल है, क्योंकि अवतार असली चेहरे जैसे नहीं दिखते। उन्होंने कहा, "हमने मेटावर्स से जुड़ने वाले यूजर्स की परेशानियों को कम करने की कोशिश की है और असली जैसे अवतार बना रहे हैं। अच्छी बात यह है कि इस अवतार का इस्तेमाल सभी मेटावर्सेज में किया जा सकेगा और यूजर्स एक से दूसरे मेटावर्स में जंप भी कर पाएंगे।"
हर बार नया अवतार बनाने की जरूरत नहीं
अलग-अलग मेटावर्स वर्जन में किसी इवेंट या मीटिंग के लिए जाने पर यूजर्स को उनके अवतार बनाने पड़ते हैं। लोकेश ने कहा, "हमने एक ऐसे अवतार की जरूरत महसूस की, जिसका इस्तेमाल सभी मेटावर्स वर्जन में किया जा सके। हमारा मौजूदा टूल इमेज और AI के साथ यूजर जैसा दिखने वाला 3D अवतार NFT के तौर पर तैयार कर देता है।" इस प्रक्रिया में यूजर का अपने डाटा पर पूरा नियंत्रण होता है।
अवतार बनाने में कितना खर्च आता है?
यूजर्स के लिए अपना NFT अवतार बनवाने की कॉस्ट अभी 25 डॉलर रखी गई है। यह कीमत एक बार देने के बाद यूजर्स के पास सभी मेटावर्स वर्जन्स में अपनी पहचान के साथ कदम रख सकेंगे।
फैशन इंडस्ट्री बनेगी वर्चुअल स्पेस का हिस्सा
करीब एक दशक तक फैशन इंडस्ट्री से जुड़े रहे लोकेश ने कहा कि अपने जैसा अवतार बनाने के बाद यूजर्स ब्रैंडेड डिजिटल कपड़े खरीद सकेंगे और इन्हें आजमा पाएंगे। यह असली दुनिया में मार्केट जाकर ट्रायल के बाद कपड़े खरीदने जैसा होगा। अच्छी बात यह है कि बड़े ब्रैंड्स इसकी शुरुआत कर चुके हैं और NFTs के तौर पर इन कपड़ों को अलग-अलग मेटावर्स में पहना जा सकेगा। अलग मौकों के लिए अलग फैशन स्टेटमेंट मेटावर्स का अनुभव मजेदार बनाएगा।
महसूस हो रही है वेरिफिकेशन सिस्टम की जरूरत
मेटावर्स में अवतारों का गलत इस्तेमाल ना हो और यूजर्स फेक अवतार के साथ दूसरों को नुकसान ना पहुंचाएं, इसके लिए वेरिफिकेशन सिस्टम की जरूरत महसूस हो रही है। लोकेश ने कहा, "यूजर्स को मेटावर्स में अपनी पहचान साबित करने के लिए कहा जाएगा और मौजूदा सोशल मीडिया जैसे वेरिफिकेशन बैज दिए जा सकते हैं। हालांकि, अवतार छोटे बदलाव करने का विकल्प हमेशा ही यूजर्स को मिलता रहेगा। इस तरह यूजर्स खुद को खास तरह से पेश कर पाएंगे।"
मेटावर्स के अनुभव को दें प्राथमिकता
शुरू में क्रिप्टोकरेंसी और NFTs में निवेश करने वाले इससे अच्छे रिटर्न की उम्मीद कर रहे हैं और ऐसा ना होने पर निराश होते हैं। लोकेश का मानना है कि नए यूजर्स को मेटावर्स और इसमें हो रहे बदलावों को महसूस करने के लिए इसका हिस्सा बनना चाहिए। उन्होंने कहा, "यूजर्स मेटावर्स के बारे में समझें और अपने निवेश के बदले होने वाले फायदे के बदले नए अनुभव के लिए इससे जुड़ें, यही सबसे जरूरी है।"