OTT पर कहानियों को मिलेगा बढ़ावा, अनुराग ठाकुर ने किया 'बेस्ट वेब सीरीज अवॉर्ड' का ऐलान
कोरोना महामारी के दौर में डिजिटल जगत में एक गजब की क्रांति हुई। शहर से लेकर गांव तक OTT का चलन बढ़ गया। मोबाइल पर ही लोगों को मनपसंद वेब सीरीज, फिल्में और शो मिलने लगे। लिहाजा थिएटर में 3 घंटे बिताने की भी इच्छा नहीं रह गई। इसने मनोरंजन तक लोगों की पहुंच आसान बना दी। अब OTT पर आ रहे कंटेंट और इस इंडस्ट्री को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने एक नया पुरस्कार शुरू किया है।
जानिए क्यों की गई यह पहल
केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने ट्वीट किया, 'बेस्ट वेब सीरीज अवॉर्ड की घोषणा करते हुए काफी खुशी हो रही है, जो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (IIFI) में वेब सीरीज की कलात्मक योग्यता, कहानी, कहानी को पेश करने के तरीके और तकनीकी कला के आधार पर दिया जाएगा।' उन्होंने लिखा, 'हमारे देश में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। बस हमें सही दिशा में काम करने की जरूरत है. इसके लिए पुरस्कार की घोषणा की गई है।'
बैठक में हुई इन मुद्दों पर बात
अनुराग ने कंटेंट, दर्शकों के अनुभव, विशेष रूप से विकलांग लोगों के लिए पहुंच बढ़ाने और क्षेत्र के सतत विकास जैसे कई मुद्दों पर प्रमुख OTT प्लेटफार्मों के प्रतिनिधियों से बातचीत की। उन्होंने अश्लीलता, गाली-गलौज जैसे चीजों पर लगाम लगाने और सामाजिक जिम्मेदारी समझते हुए समझदारी से कंटेंट तैयार करने पर जोर दिया गया। अनुराग ने कहा कि OTT सेवा प्रदाता इस पर भी खास ध्यान दें कि उनकी सीरीज से हर उम्र के लोगों को बढ़िया अनुभव मिले।
यहां देखिए ट्वीट
पुरस्कार के साथ-साथ नकद इनाम भी
अनुराग ने बेस्ट वेब सीरीज अवॉर्ड के बारे में जानकारी देते हुए सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी साझा किया है, जिसमें बताया गया है कि इस पुरस्कार की शुरुआत इस साल से यानी 54वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव से शुरू हो रही है। यह हर साल दिया जाएगा। उनके मुताबिक, जो भी सीरीज इस पुरस्कार को अपने नाम करेगी, उसे ट्रॉफी के साथ-साथ 10 लाख रुपये का नकद पुरस्कार और सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा।
कैसी वेब सीरीज को मिलेगा पुरस्कार?
आपके मन में यह सवाल उठ रहा होगा कि आखिर किस तरह की सीरीज इस पुरस्कार की हकदार हाेगी तो बता दें कि वाे सीरीज, जो OTT पर मौजूद हो, जिसकी कहानी ओरिजिनल हो, उसे मूल रूप से फिल्माया गया हो और सबसे खास बात वो सीरीज सिर्फ भारतीय भाषा में ही होनी चाहिए। इस पहल का मकसद यह भी है कि भारतीय भाषाओं में ज्यादा से ज्यादा कंटेंट बने और लोगों की कला को मौका और सम्मान मिल सके।
लोगों की पसंद बना OTT
अनुराग पहले भी OTT की बढ़ती लोकप्रियता पर बात कर चुके हैं। कुछ ही समय पहले एक पुरस्कार समारोह में उन्होंने कहा था, "कोरोना महामारी के समय में सबसे बड़े माध्यमों में से एक के रूप में उभरे OTT ने भौगोलिक सीमाओं और बाधाओं को पाटा है। OTT के कंटेंट को दुनियाभर में पहचान मिल रही है।" उन्होंने कहा था कि इस पर उपलब्ध कंटेंट से विश्व में कहीं भी बैठे किसी भी व्यक्ति का दिल जीता जा सकता है।