UPSC 2022: सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा समाप्त, जानें कैसा रहा परीक्षा पैटर्न
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने आज यानि 5 जून को सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा सफलतापूर्वक आयोजित की। इस परीक्षा का आयोजन दो पालियों में हुआ, पहली पाली की सामान्य अध्ययन की परीक्षा 9:30 से 11:30 तक हुई और दूसरी पाली की परीक्षा कॉमन सिविल सर्विसेस एप्टीट्यूड टेस्ट (CSAT) दोपहर 2:30 से 4:30 बजे तक हुई। इस परीक्षा में इस बार लगभग 8 लाख उम्मीदवार शामिल हुई, आइए अब जानते हैं कि इस बार UPSC परीक्षा का स्तर कैसा रहा।
सामान्य अध्ययन की परीक्षा में इंटरनेशनल रिलेशन के प्रश्नों ने छात्रों को किया परेशान
बता दें कि सिविल सेवा परीक्षा की पहली पाली में शामिल हुए उम्मीदवारों ने प्रश्न पत्र पर मिली-जुली प्रतिक्रिया रही। दैनिक भास्कर से बातचीत में उम्मीदवारों ने बताया कि 100 प्रश्नों में सबसे ज्यादा प्रश्न भूगोल और पर्यावरण परिस्थितिकी से पूछे गए। उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा कठिन सवाल इंटरनेशनल रिलेशंस से पूछे गए और इस विषय के प्रश्नों ने उम्मीदवारों को सबसे ज्यादा परेशान किया। परीक्षा में शामिल उम्मीदवारों के मुताबिक इस बार परीक्षा का पैटर्न बदला हुआ था।
पहली पाली में किन-किन टॉपिक से प्रश्न पूछे गए?
सामान्य अध्ययन की परीक्षा में भूगोल और पर्यावरण परिस्थितिकी से 19 प्रश्न पूछे गए, साइंस एंड टेक्नोलॉजी से 11 प्रश्न पूछे गए, राजव्यवस्था से 12 प्रश्न, अर्थव्यवस्था से 20 प्रश्न, एग्रीकल्चर से छह प्रश्न, इतिहास से 17 प्रश्न और करेंट अफेयर्स से 10 प्रश्न पूछे गए। बता दें कि पहली पाली में कोरोना वायरस महामारी से संबंधित प्रश्न भी पूछे गए। इसमें इस महामारी की रोकथाम के लिए बनाई जा रही वैक्सीन के बारे में भी सवाल पूछा गया।
दूसरी पाली में प्रश्न आसान लेकिन समय ज्यादा लगा
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, इस बार दूसरी पाली यानि CSAT में पूछे गए प्रश्न आसान और सीधे-सीधे तौर पर थे। लेकिन, इसे हल करने में उम्मीदवारों का काफी समय लगा। CSAT में गणित, भारत और विश्व का भूगोल और वाक्य संबंधी प्रश्न का स्तर थोड़ा कठिन रहा। इसके अलावा कॉम्प्रिहेंशन से संबंधित प्रश्न आसान रहे। बता दें कि दूसरी पाली की परीक्षा पास करने के लिए उम्मीदवार का 33 प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य है।
परीक्षा पैटर्न को ये रही विशेषज्ञों की प्रतिक्रिया
सिविल सेवा परीक्षा संपन्न होने के बाद विशेषज्ञों ने कहा, "कुल मिलाकर पेपर सामान्य ही रहा। प्रश्नों के पूछने के तरीके में थोड़ा बदलाव रहा। जिसने 100 में से 60 प्रश्न सही किए होंगे वो अपने को सेफ जोन में मान सकता है।" राम अनुज, जो कि इस परीक्षा के लिए पिछले पांच साल से तैयारी कर रहे थे, उन्होंने दैनिक जागरण से कहा कि परीक्षा में पूछे गए प्रश्न कुल मिलाकर आसान रहे।
UPSC सिविल सेवा परीक्षा के तहत कुल 1,011 पदों पर होगी भर्ती
बता दें कि UPSC की सिविल सेवा परीक्षा के तहत कुल 1,011 पदों पर भर्ती की जाएगी। इसमें इंडियन रेलवे मैनेजमेंट सर्विस (IRMS) के 150 पदों को भी जोड़ा गया है। इस परीक्षा में कुल 11 पेपर होते हैं। पहले चरण (प्रारंभिक) में दो पेपर होते हैं, वहीं दूसरे चरण में लिखित परीक्षा होती है जिसमें नौ पेपर होते हैं। मुख्य परीक्षा में सफल होने वाले अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है।