
UPSC ने जारी किया सिविल सेवा मुख्य परीक्षा 2020 का परिणाम, शुभम कुमार बने टॉपर
क्या है खबर?
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने सिविल सेवा मुख्य परीक्षा 2020 का अंतिम परिणाम शुक्रवार को जारी कर दिया है। इसी के साथ मुख्य परीक्षा देकर बैठे उम्मीदवारों का इंतजार खत्म हो गया है।
आयोग ने कुल 761 उम्मीदवारों की नियुक्ति की सिफारिश की है। बिहार के शुभम कुमार ने इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में पहला स्थाना हासिल किया है। शीर्ष पांच में तीन छात्राएं शामिल हैं।
परीक्षा परिणाम आयोग की आधिकारिक वेबसाइट upsc.gov.in पर देखा जा सकता है।
परिणाम
545 पुरुष अभ्यर्थियों को मिली सफलता
UPSC की ओर से सफल घोषित किए गए कुल 761 अभ्यर्थियों में से 545 पुरुष और 216 महिलाएं हैं।
इनमें 263 अभ्यर्थी सामान्य श्रेणी, 86 अभ्यर्थी EWS, 229 अभ्यर्थी अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC), 122 अभ्यर्थी अनुसूचित जाति (SC) और 61 अभ्यर्थी अनुसूचित जनजाति (ST) श्रेणी से हैं।
इसी तरह परीक्षा में कुल 151 अभ्यर्थियों को रिजर्व में रखा गया है। उत्तीर्ण घोषित किए गए अभ्यर्थियों में से किसी के नहीं आने पर उनका नंबर आएगा।
टॉपर
बिहार ने शुभम कुमार ने हासिल की पहली रैंक
UPSC की ओर से परिणाम के आधार पर बिहार के शुभम कुमार ने पहली रैंक हासिल की है। उन्होंने IIT बॉम्बे से सिविल इंजीनियरिंग से Btech किया था।
उनके बाद दूसरा स्थान जागृति अवस्थी ने हासिल किया। वह महिला उम्मीदवारों में पहले नंबर पर रही हैं। 24 वर्षीय जागृति ने MANIT भोपाल से इलेक्ट्रिकल ट्रेड से Btech की डिग्री ली है।
इसी तरह अंकिता जैन ने तीसरा, यश जालूका ने चौथा और ममता यादव ने पांचवा स्थान हासिल किया है।
जानकारी
टीना डाबी की बहन की मिली 15वीं रैंक
2015 बैच की टॉपर और IAS अधिकारी टीना डाबी की बहन रिया डाबी भी इस परीक्षा में सफल हुई हैं। उन्होंने 15वीं रैंक हासिल की है। टीना डाबी ने अपनी फेसबुक पोस्ट पर टॉपर्स की लिस्ट शेयर करते हुए यह जानकारी दी है।
नोटिस
180 अभ्यर्थियों को मिलेगी IAS में नियुक्ति
UPSC के आधिकारिक नोटिस में कहा गया है कि उत्तीर्ण हुए 761 अभ्यर्थियों में से 180 को भारतीय प्रशासिनक सेवा (IAS), 200 को भारतीय पुलिस सेवा (IPS), 63 को IFS में नियुक्ति दी जाएगी।
इसी तरह 302 अभ्यर्थियों को केंद्रीय सेवा समूह A और 118 को केंद्रीय सेवा समूह B में नियुक्ति दी जाएगी।
नोटिस में कहा गया है कि विभिन्न सेवाओं में नियुक्ति परीक्षा के नियमों में निहित प्रावधानों के तहत उपलब्ध रिक्तियों के अनुसार की जाएगी।
खुशी
शुभम कुमार ने परिणाम पर जताई खुशी
शुभम कुमार ने आजतक से कहा, "बहुत अच्छा महसूस कर रहा हूं। मैं कटिहार पटना का रहने वाला हूं।"
बता दें शुभम 24 साल के हैं और उन्होंने तीसरे प्रयास में पहली रैंक हासिल की है। इससे पहले वह 2018 और 2019 में भी परीक्षा दे चुके हैं। 2019 में उन्होंने 290वीं रैंक हासिल की थी।
वह अभी शुभम इंडियन डिफेंस अकाउंट सर्विस में ट्रेनिंग कर रहे हैं। उनके पिता ग्रामीण बैंक में मैनेजर हैं।
उम्मीद
नहीं थी पहली रैंक हासिल करने की उम्मीद- शुभम
शुभम ने कहा कि उन्हें इस बार उम्मीद नहीं थी कि वह पहली रैंक हासिल करेंगे। उन्हें तो अपना नाम सूची में होने की भी उम्मीद नहीं थी। शुभम ने कहा कि उन्होंने पूर्णिया से शुरुआती पढ़ाई की।
इसके बाद बोकारो से 12वीं की परीक्षा पास की। इसके बाद बॉम्बे IIT से सिविल इंजीनियरिंग की है।
इंजीनियरिंग के साथ साथ ही उन्होंने UPSC परीक्षा देने का मन बना लिया था। उन्होंने इंजीनियरिंग पूरी होने के बाद ही इसकी तैयारी की।
जानकारी
"पिछले 15 साल में बिहार में हुआ है बदलाव"
शुभम ने कहा, "मेरी समाज के लिए काम करने की इच्छा है। मैं बिहार में पला बढ़ा और यहीं से प्रेरणा मिली। मैं आशा करूंगा मुझे बिहार कैडर मिले। बिहार में काफी मौके हैं और पिछले 15 साल में बिहार में काफी बदलाव हुआ है।"