कक्षा 10 के बाद स्ट्रीम चुनते समय इन बातों का रखें ध्यान, बना सकेंगे बेहतर करियर
कई राज्यों में 10वीं की बोर्ड परीक्षाएं खत्म हो चुकी हैं। परीक्षाएं खत्म होने के बाद एक तरफ छात्र रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ इस असमंजस में भी हैं कि 10वीं के बाद कौन-सी स्ट्रीम चुनें और उनके लिए क्या अच्छा रहेगा। छात्रों का चिंतित होना स्वाभाविक है क्योंकि 10वीं के बाद सही स्ट्रीम का चुनाव बेहतर भविष्य के लिए बहुत जरूरी है। आइए जानते हैं स्ट्रीम चुनने के दौरान किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
रुचि पहचानने के लिए अंकों को आधार न बनाएं
स्ट्रीम चुनने से पहले अपनी रुचियों को पहचानें। आप जिस विषय को पसंद करते हैं, उसे चुनें। विषयों में अपनी रुचि पहचानने के लिए अंकों को आधार न बनाएं। कई बार छात्र जिस विषय में अच्छे अंक प्राप्त करते हैं, वो उन्हें पसंद नहीं होता। आप ऐसे विषय का चुनाव करें, जिसे आप बिना थके-बिना रुके पढ़ सकते हैं। ऐसे विषय, जो आपको हमेशा अधिक सीखने के लिए प्रेरित करते हैं, उन्हें स्ट्रीम के रुप में चुनना चाहिए।
पाठ्यक्रम को समझें
विषय चुनने से पहले उसका पाठ्यक्रम जरूर देखें। कई बार विद्यार्थी रुचि के अनुरूप विषय का चुनाव तो कर लेते हैं, लेकिन बाद में उस विषय के पाठ्यक्रम में कठिनाई महसूस करते हैं। छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे स्ट्रीम चुनने से पहले कम से कम 2 बार संबंधित विषय का पाठ्यक्रम देखें और उसे समझें। इसके बाद तय करें कि क्या वे कितना पाठ्यक्रम पढ़ पाएंगे और वो पाठ्यक्रम 12वीं के बाद कितना काम आएगा।
करियर काउंसलर्स की मदद लें
10वीं की परीक्षाओं के बाद अगर आप स्ट्रीम चुनने को लेकर असमंजस में हैं तो करियर काउंसलर्स से मार्गदर्शन ले सकते हैं। भारत में ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यम में करियर काउंसलर्स उपलब्ध हैं, जो छात्रों को 12वीं के बाद बेहतर करियर विकल्प के हिसाब से स्ट्रीम चुनने में मदद करते हैं। इसके अलावा छात्रों को अलग-अलग प्रदेश की सरकारों की ओर से निशुल्क करियर काउंसलिंग की सुविधा भी दी जाती है। छात्र इनसे संपर्क कर सकते हैं।
करियर की संभावनाएं देखें
भारत में 10वीं के बाद छात्रों के सामने साइंस, कॉमर्स, आर्ट्स, एग्रीकल्चर, डिजाइनिंग कोर्स, पॉलिटेक्निक कोर्स, पैरामेडिकल कोर्स और शॉर्ट टर्म डिप्लोमा कोर्स जैसे स्ट्रीम विकल्प मौजूद होते हैं। स्ट्रीम चुनने से पहले छात्र संबंधित स्ट्रीम में करियर की संभावना देखें। इससे आपको स्ट्रीम चुनने में मदद मिलेगी। बदलते वक्त के साथ कुछ स्ट्रीम में नए अवसर सामने आ रहे हैं तो कुछ में करियर विकल्प खत्म हो रहे हैं, इसलिए छात्र बुद्धिमानी से स्ट्रीम का चुनाव करें।
दबाव में न लें कोई स्ट्रीम
अक्सर देखा जाता है कि कई छात्र परिवार के दबाव या दोस्तों की देखा-देखी और उत्साह में गलत स्ट्रीम ले लेते हैं। बाद में जब वे अपनी स्ट्रीम में अच्छा नहीं कर पाते तो उन्हें अपनी गलती का एहसास होता है। छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे सोच-समझ कर स्ट्रीम का चुनाव करें। छात्र अपने माता-पिता, शिक्षकों और बड़े भाई-बहनों से मार्गदर्शन ले सकते हैं, लेकिन दबाव में आकर कोई भी निर्णय न लें।
बजट का विश्लेषण करें
कई बार बजट की कमी विद्यार्थियों के सपनों में बाधा बन जाती है, इसलिए स्ट्रीम चुनने से पहले बजट विश्लेषण कर लें। बजट की समस्या आने पर कम शुल्क के साथ समान पाठ्यक्रम के लिए अन्य संस्थानों में प्रवेश ले सकते हैं।