UPSC की तैयारी में ये गलतियां न करें छात्र, सफलता मिलने में होगी कठिनाई
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा (CSE) सबसे चुनौतीपूर्ण परीक्षाओं में से एक है। कई उम्मीदवार पहले प्रयास में ही परीक्षा पास कर लेते हैं, लेकिन कई उम्मीदवार सालों तैयारी करने के बाद भी सफल नहीं हो पाते। आप चाहे खुद से पढ़ाई कर रहे हैं या किसी प्रतिष्ठित संस्थान से कोचिंग ले रहे हैं, आपको कुछ सामान्य गलतियों से बचना चाहिए। ये गलतियां आपकी सफलता को प्रभावित करती हैं।
सही गुरु का न होना
UPSC की तैयारी एक लंबी यात्रा है, इस यात्रा में आपको कई उतार चढ़ाव से गुजरना होगा। ऐसे में सही गुरु या मेंटर का होना बहुत जरूरी है। अधिकांश छात्र इस बात को नजरअंदाज करते हैं, वे मेहनत करते हैं, लेकिन सफलता नहीं मिल पाती। उम्मीदवारों को समझना होगा कि सही गुरु उम्मीदवारों को उनकी सीमाओं से ऊपर उठकर देखने में मदद करते हैं। गुरुओं की निरंतर प्रेरणा और मार्गदर्शन आपको बेहतर तरीके से तैयारी करने में मदद करेगी।
कमजोर बेसिक्स और जागरूकता की कमी
UPSC परीक्षा में सफल होने के लिए सबसे पहले आपको अपने बेसिक्स को मजबूत करना होगा। जब तक तैयारी का आधार मजबूत नहीं होगा तब तक आप जानकारियों को लंबे समय तक याद नहीं रख पाएंगे। तैयारी के दौरान एक जागरूक विद्यार्थी बनें। देश-दुनिया में चल रही घटनाओं के बारे में पढ़ें। UPSC परीक्षा के पाठ्यक्रम का बड़ा भाग करेंट अफेयर्स से जुड़ा है, ऐसे में इस भाग को नजर अंदाज न करें।
बिना उद्देश्य के पढ़ाई करना
कई उम्मीदवार यूट्यूब पर मोटिवेशनल वीडियो देखकर बड़े जोश के साथ तैयारी शुरू कर देते हैं, लेकिन धीरे-धीरे उनकी प्रेरणा कम होने लगती है और वो आखिर में तैयारी छोड़ देते हैं। तैयारी शुरू करने से पहले बेहतर रहेगा कि आप अपना उद्देश्य जानें, आप इस तैयारी से क्या चाहते हैं ये समझें। अगर आप एक मजबूत उद्देश्य के साथ तैयारी करेंगे तो सफलता जरूर मिलेगी। मजबूत उद्देश्य आपको हमेशा तैयारी के लिए प्रेरित रखेगा।
एक साथ कई चीजें करना
तैयारी के दौरान उम्मीदवार किसी भी तरह बस पाठ्यक्रम पूरा करना चाहते हैं और इसके लिए वे एक साथ कई चीजें करने लगते हैं, लेकिन ये मल्टीटास्किंग विद्यार्थियों के लिए अच्छी नहीं होती। गहराई से समझ विकसित करने के लिए उम्मीदवारों को एक समय पर एक ही विषय पढ़ना चाहिए। उम्मीदवार इस बात का भी ध्यान रखें कि एक विषय के लिए कई सारी किताबों को पढ़ने की जरूरत नहीं है। सीमित अध्ययन सामग्री का प्रयोग करें और रिवीजन करें।
रिवीजन न करना
उम्मीदवार पाठ्यक्रम पूरा करने के लिए नए-नए विषय पढ़ते जाते हैं, लेकिन उनका रिवीजन नहीं करते। ये गलती उनपर भारी पड़ती है। उम्मीदवार दैनिक अध्ययन योजना में रिवीजन का समय जरूर दें। विषयों के रिवीजन के लिए विषयवार मॉक टेस्ट हल करें।