UPSC के अभ्यर्थी ऐसे करें कॉमर्स और अकाउंटेंसी वैकल्पिक विषय की तैयारी
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा (CSE) में सफल होने के लिए सही वैकल्पिक विषय का चुनाव करना जरूरी है। मुख्य परीक्षा में उम्मीदवारों को कॉमर्स और अकाउंटेंसी वैकल्पिक विषय उपलब्ध कराया गया है। ये एक दिलचस्प विषय है और इसका पाठ्यक्रम अन्य विषयों की तुलना में स्थिर माना जाता है। कॉमर्स पृष्ठभूमि के अभ्यर्थी इस विषय का चुनाव करते हैं। आइए जानते हैं इस वैकल्पिक विषय का पाठ्यक्रम और तैयारी की टिप्स।
क्या है पाठ्यक्रम?
पेपर 1 में वित्तीय लेखांकन, राजस्व मान्यता, विदेशी मुद्रा लेनदेन, बोनस शेयर, लागत लेखांकन, लाभ योजना, मूल्य निर्धारण निर्णय, आयकर, ऑडिटिंग, वित्तीय प्रबंधन, वित्तीय विश्लेषण, वित्तीय निर्माण, वित्तीय बाजार और संस्थाएं आदि के बारे में पढ़ना होगा। पेपर 2 में संगठन सिद्धांत, संगठन का व्यवहार, मानव संसाधन प्रबंधन, औद्योगिक संबंध के खंड हैं। इनमें संगठन सिद्धांत, संगठनात्मक ढांचे, अवधारणाएं और अनुप्रयोग, सिद्धांत और शैलियां, मानव संसाधन योजना, भारत में ट्रेड यूनियन, सार्वजनिक उद्यम आदि टॉपिक शामिल हैं।
किन किताबों से पढ़ें?
पेपर 1 के लिए नसीम अहमद की कॉर्पोरेट अकाउंटिंग, डीएस रावत की अकाउंटिंग स्टैंडर्ड, माहेश्वरी और मित्तल की कोस्ट अकाउंटिंग थ्योरी एंड प्रोब्लम, अरुणा झा की स्टूडेंट गाइड टू ऑडिटिंग, आरपी रस्तोगी की वित्तीय प्रबंधन, भारती वी पाठक की भारतीय वित्तीय प्रणाली किताब का इस्तेमाल कर सकते हैं। पेपर 2 के लिए बीपी सिंह और टीएन छाबड़ा की संगठन सिद्धांत और व्यवहार, आरके सूरी की औद्योगिकी संबंध, सीबी गुप्ता की मानव संसाधन प्रबंधन नामक किताब उपयोगी हैं।
पेपर 1 की तैयारी
पेपर 1 में अधिकतर व्यवहारिक सवाल आते हैं जिनका नियमित अभ्यास करने पर आप अच्छे अंक हासिल कर सकते हैं। पेपर 1 में थ्योरी आधारित टॉपिक भी शामिल हैं। पिछले कुछ सालों के प्रश्नपत्र देखे जाएं तो परीक्षा में करेंट अफेयर्स से संबंधित सवाल भी पूछे गए हैं। ऐसे में उम्मीदवार पूरे पाठ्यक्रम को अच्छी तरह कवर करें। दैनिक रूप से करेंट अफेयर्स मैगजीन का इस्तेमाल करें। न्यूमेरिकल सवालों का ज्यादा से ज्यादा अभ्यास करें।
पेपर 2 की तैयारी
पेपर 2 पूरी तरह से सैद्धांतिक है। इसमें अभ्यर्थियों को मूल अवधारणाओं को समझना चाहिए। प्रमुख लेखक और विचारकों की महत्वपूर्ण परिभाषा पर ध्यान केंद्रित करें। विभिन्न विषयों और अध्यायों के साथ स्पष्ट संबंध स्थापित करें। सभी आरेखों, उदाहरणों, परिभाषाओं और मुख्य बिंदुओं के नोट्स बनाएं। प्रतिदिन उत्तर लेखन का अभ्यास करें और उत्तर लिखते समय डायग्राम और ग्राफ जरूर बनाएं। सभी महत्वपूर्ण भागों को लक्ष्य बनाकर पढ़ें और जानकारियों का बार-बार रिवीजन करें।
पिछले साल के प्रश्नपत्रों का अवलोकन करें
इस विषय की तैयारी करते हुए पिछले साल के प्रश्नपत्रों का अवलोकन जरूर करें। इससे परीक्षा के पैटर्न और दोहराए जाने वाले सवालों के बारे में जानकारी होगी। इसके अलावा प्रतिदिन मॉक टेस्ट हल करें। अपने कमजोर क्षेत्रों की पहचान कर उनपर काम करें।