इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे छात्र इन स्कॉलरशिप के लिए कर सकते हैं आवेदन
कई छात्रों के लिए इंजीनियरिंग करना एक सपने जैसा होता है। वे चाहते हैं कि उन्हें किसी इंजीनियरिंग संस्थान में एडमिशन मिले और फिर उसके बाद एक अच्छी कंपनी में अधिक वेतन वाली नौकरी। लेकिन आर्थिक तंगी के कारण कई छात्र अपना ये सपना पूरा नहीं कर पाते हैं, अगर आप भी ऐसी ही किसी समस्या से जूझ रहे हैं तो नीचे बताई गईं स्कॉलरशिप के लिए आवेदन करके अपना सपना पूरा कर सकते हैं।
मेरिट-कम-मीन्स बेस्ड स्कॉलरशिप
केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्रालय की तरफ से अल्पसंख्यक समुदाय के छात्रों को योग्यता-आधारित स्कॉलरशिप प्रदान की जाती है। मुस्लिम, ईसाई, सिख, बौद्ध, जैन और पारसी धर्म के छात्रों को इस स्कॉलरशिप का लाभ मिलता है। इस स्कॉलरशिप के लिए आवेदन करने वाले छात्रों की पारिवारिक आय 2.50 लाख प्रति वर्ष होनी चाहिए। आवेदन स्वीकार होने पर संबंधित राज्य विभाग सीधे छात्र के संस्थान को पाठ्यक्रम शुल्क का भुगतान करता है। इसके अलावा छात्र को 10,000 रूपये प्रति वर्ष मिलते हैं।
कॉलेज और विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए केंद्र सरकार की स्कॉलरशिप
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स की पढ़ाई कर रहे छात्रों को वित्तीय सहायता प्रदान करता है। विभिन्न राज्य शिक्षा बोर्ड आपस में उपलब्ध स्कॉलरशिप की संख्या को विभाजित करते हैं। ऐसे छात्र जिनके कक्षा 12 में 80 प्रतिशत से अधिक अंक आए हों और मान्यता प्राप्त संस्थानों से पूर्णकालिक व्यावसायिक कोर्स कर रहे हैं, वे इस स्कॉलरशिप के लिए पात्र हैं। इस स्कॉलरशिप के तहत छात्रों को 10,000 रूपये मिलते हैं।
ONGC स्कॉलरशिप
तेल और प्राकृतिक गैस निगम (ONGC) अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के छात्रों को स्कॉलरशिप प्रदान करता है। इसकी 50 प्रतिशत स्कॉलरशिप लड़कियों के लिए आरक्षित हैं। इस स्कॉलरशिप के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की आयु 30 वर्ष से कम होनी चाहिए और कक्षा 12 में कम से कम 60 प्रतिशत अंक होने चाहिए। आवेदन स्वीकार होने पर छात्र को इंजीनियरिंग की पढ़ाई के चार साल तक प्रति वर्ष 48,000 रूपये प्रदान किए जाते हैं।
LIC गोल्डन जुबली स्कॉलरशिप
भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग से आने वाले इंजीनियरिंग छात्रों को मेरिट के आधार पर स्कॉलरशिप प्रदान करता है। इस स्कॉलरशिप के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों के कक्षा 12 में 60 प्रतिशत अंक होने चाहिए और उनकी पारिवारिक आय 1 लाख रुपये प्रति वर्ष से कम होनी चाहिए। चयनित उम्मीदवारों को इसके तहत 1,000 रूपये प्रति माह मिलते हैं। इस स्कॉलरशिप में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (ITI) में व्यावसायिक और तकनीकी कोर्स भी शामिल हैं।