UPSC: मुस्लिम उम्मीदवारों का पिछले 10 सालों में सबसे खराब प्रदर्शन, मात्र 22 हुए पास
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा 2021 के नतीजे 30 मई को घोषित कर दिए गए। इस परीक्षा में कुल 685 उम्मीदवार सफल हुए हैं जिनमें से 508 पुरूष और 177 महिलाएं हैं। इनमें सामान्य वर्ग के 244, EWS के 73, OBC के 203, SC के 105 और ST वर्ग के 60 उम्मीदवार शामिल हैं। आइए जानते हैं कि इस परीक्षा में मुस्लिम समुदाय के उम्मीदवारों का कैसा प्रदर्शन रहा।
इस बार सिर्फ तीन प्रतिशत मुस्लिम उम्मीदवार हुए पास
UPSC की सिविल सेवा परीक्षा में चयनित 685 उम्मीदवारों की सूची में सिर्फ 22 मुस्लिम उम्मीदवार शामिल हैं यही नहीं, शीर्ष 100 की सूची में एक भी मुस्लिम उम्मीदवार अपनी जगह बनाने में कामयाब नहीं हो सका है। प्रतिशत के हिसाब से देखा जाए तो इस बार सिर्फ तीन प्रतिशत मुस्लिम उम्मीदवार इस परीक्षा में पास हो पाए हैं। ये पिछले एक दशक में मुस्लिम उम्मीदवारों का इस प्रतिष्ठित परीक्षा में सबसे खराब प्रदर्शन है।
पिछले 10 साल में कितने मुस्लिम उम्मीदवार पास हुए?
2020: कुल 761 में से 31 मुस्लिम उम्मीदवार 2019: कुल 829 में से 42 मुस्लिम उम्मीदवार 2018: कुल 1,056 में से 27 मुस्लिम उम्मीदवार 2017: कुल 990 में से 50 मुस्लिम उम्मीदवार 2016: कुल 1,099 में से 52 मुस्लिम उम्मीदवार 2015: कुल 1,078 में से 34 मुस्लिम उम्मीदवार 2014: कुल 1,112 में से 38 मुस्लिम उम्मीदवार 2013: कुल 1,112 में से 34 मुस्लिम उम्मीदवार 2012: कुल 998 में से 30 मुस्लिम उम्मीदवार 2011: कुल 910 में से 31 मुस्लिम उम्मीदवार
कुल 22 मुस्लिम उम्मीदवारों में से 11 ने जामिया की RCA से ली थी कोचिंग
UPSC सिविल सेवा परीक्षा में चयनित कुल 22 मुस्लिम उम्मीदवारों में से 11 उम्मीदवार ऐसे हैं जिन्होंने जामिया मिलिया इस्लामिया की आवासीय कोचिंग एकेडमी (RCA) से कोचिंग ली। इसमें अरीबा नोमान, मोहम्मद सुबूर खानन, मोहम्मद साकिब आलम, नाजिश उमर अंसारी, शुमैला चौधरी, महविश अब्दुल करीम, मोहम्मद कमरूद्दीन खान, फैसल रजा, मासूम रजा खान, शेख मोहम्मद जाकिर और अनवर हुसैन शामिल हैं। इस बार की UPSC टॉपर श्रुति शर्मा ने भी RCA से ही कोचिंग ली है।
पहली तीन रैंक पर लड़कियों का कब्जा
कुल 685 सफल उम्मीदवारों में से आल इंडिया रैंक 1, 2 और 3 पर लड़कियों ने कब्जा किया। UPSC के मुताबिक, श्रुति शर्मा ने पहली रैंक हासिल की है। टॉप करने वाली श्रुति बिजनौर में जन्मी हैं और दिल्ली विश्वविद्यालय से हिस्ट्री ऑनर्स की पढ़ाई की है। दूसरी रैंक हासिल करने वाली अंकिता अग्रवाल ने दिल्ली विश्वविद्यालय से इकोनॉमिक्स ऑनर्स में ग्रेजुएशन की है, जबकि तीसरी रैंक हासिल करने वाली गामिनी सिंगला ने कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग की है।