UPSC: स्कोरिंग वैकल्पिक विषय है भूविज्ञान, ऐसे करें तैयारी
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा मुख्य परीक्षा में भूविज्ञान (जियोलॉजी) विषय का विकल्प उपलब्ध है। ये विषय अर्थशास्त्र, समाजशास्त्र, हिंदी साहित्य की तरह लोकप्रिय नहीं है, लेकिन इसे स्कोरिंग माना जाता है। इस विषय में सफलता दर अच्छी है। भूविज्ञान में कई विषय भौतिक भूगोल से जुड़े हैं। ये सामान्य अध्ययन पेपर 1 की तैयारी में भी उपयोगी है। आइए भूविज्ञान विषय का पाठ्यक्रम और तैयारी की टिप्स जानते हैं।
भूविज्ञान का पाठ्यक्रम क्या है?
पेपर 1 में सामान्य भूविज्ञान (सौर मंडल, पृथ्वी की उत्पत्ति, आंतरिक भाग, भूकंप), भू-आकृति विज्ञान और सुदूर संवेदन (मिट्टी, जल विज्ञान, विद्युत चुंबकीय स्पेक्ट्रम), संरचनात्मक भूविज्ञान, भूगर्भीय मानचित्रण, जीवाश्म विज्ञान, भारतीय स्तरिकी, हाइड्रो जियोलॉजी और इंजीनियरिंग जियोलॉजी आदि पढ़ना होगा। पेपर 2 के पाठ्यक्रम में खनिज विज्ञान, खनिज समूह, आग्नेय और मेटामॉर्फिक पेट्रोलॉजी, मैग्मा, सिलिका, क्षारीय चट्टान, अवसादी पेट्रोलॉजी, आर्थिक भूविज्ञान, खनन भूविज्ञान, भू-रसायन और पर्यावरण भूविज्ञान, पृथ्वी तत्वों की सरंचना, प्राकृतिक खतरों से संबंधित टॉपिक शामिल हैं।
भूविज्ञान के लिए किताबें
भूविज्ञान के लिए उम्मीदवार नीचे बताई गई किताबों का इस्तेमाल कर सकते हैं:- इंजीनियरिंग और सामान्य भूविज्ञान- परबीन सिंह इंजीनियरिंग जियोलॉजी के सिद्धांत- केएम बांगर स्ट्रक्चरल जियोलॉजी- मार्लैंड पी बिलिंग्स एलिमेंट्स ऑफ पेलियोन्टोलॉजी- रोहना एम ब्लैक जीवाश्म विज्ञान- जैन और अनंतारामन भूजल विज्ञान- डेविड टोड खनिज विज्ञान के तत्व- रटली आर्थिक भूविज्ञान- यू प्रसाद भारतीय प्लेट का भूविज्ञान और विकास- एसएम नकवी जियोलॉजिकल मैप्स- डीके अवस्थी भूविज्ञान की पाठ्य पुस्तक- पीके मुखर्जी आग्नेय और रूपांतरित पेट्रोलॉजी सिद्धांत- जेडी विंटर
पेपर 1 की तैयारी
पेपर 1 में ब्रह्मांड के निर्माण, पृथ्वी की सरंचना, भूकंप, ज्वालामुखी, प्लेट टेक्टोनिक्स से संबंधित अवधारणाओं को अच्छी तरह समझें। प्रमुख नदियां, पहाड़, मिट्टी के गठन, उपग्रह आदि के बारे में पढ़ें। जीवश्म विज्ञान भी पाठ्यक्रम का तथ्यात्मक हिस्सा है, इसे अच्छी तरह कवर करें। हाइड्रो जियोलॉजी भूजल से सेबंधित है और इंजीनियरिंग जियोलॉजी विकासात्मक परियोजनाओं के प्रभाव से संबंधित हैं। इन दोनों ही खंड को पढ़ें। पेपर 1 में अवधारणाओं का ज्यादा महत्व हैं, इसे प्रमुखता से कवर करें।
पेपर 2 की तैयारी
पेपर 2 में खनिज विज्ञान के अंतर्गत चट्टानों में पाए जाने वाले खनिज, उनके विवरण, रासायनिक बंधन पढ़ें। आग्नेय और कायांतरित पेट्रोलॉजी में चट्टानों की उत्पत्ति, सरंचना से संबंधित अवधारणाओं को समझें। आर्थिक भूविज्ञान भारत के खनिज भंडार से संबंधित है। कई बार आयोग कांच उद्योग, सीमेंट उद्योग, आवश्यक खनिजों के बारे में सवाल पूछता है। ऐसे में उम्मीदवार खनिज खंड पर ज्यादा ध्यान दें और प्राकृतिक आपदाएं, शहरीकरण के प्रभाव, पर्यावरण सरंक्षण कानून, प्रदूषण आदि टॉपिक भी कवर करें।
करेंट अफेयर्स के लिए कैसे करें तैयारी?
भूविज्ञान के सवाल करेंट अफेयर्स से जोड़कर पूछे जाते हैं। ऐसे में अभ्यर्थी साल भर की घटनाओं से अवगत रहें। प्रत्येक खंड के लिए नोट्स बना लें। इससे जानकारियां संशोधित करने में मदद मिलेगी। उम्मीदवार प्रतिदिन उत्तर लेखन का अभ्यास करें। उत्तर में फ्लोचार्ट, डायग्राम और मानचित्रों को शामिल करें। वैकल्पिक पेपर के अंक आपकी रैंक को प्रभावित करेंगे। ऐसे में अच्छे अंक लाने उत्तर लेखन मजबूत होना चाहिए। जानकारियों को पढ़ने के साथ उनके रिवीजन पर भी फोकस रखें।
पिछले साल के प्रश्नपत्रों को हल करें
उम्मीदवार भूविज्ञान के कम से कम पिछले 10 सालों के प्रश्नपत्र देखें। इन प्रश्नपत्रों का अवलोकन करें और दोहराए जा रहे सवालों से संबंधित हर टॉपिक को पढ़ें। पिछले साल के टॉपर्स की उत्तर पुस्तिकाएं देखकर लेखन सुधारें और निरंतर मॉक टेस्ट हल करें।