UPSC मुख्य परीक्षा: सामान्य अध्ययन-II का महत्वपूर्ण खंड है अंतरराष्टीय संबंध, ऐसे करें तैयारी
क्या है खबर?
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा (CSE) में सफल होना बेहद चुनौतीपूर्ण है।
मुख्य परीक्षा सबसे कठिन पड़ाव है। मुख्य परीक्षा में सामान्य अध्ययन (GS) के 4 पेपर होते हैं।
सामान्य अध्ययन के पेपर-II में संविधान, भारतीय राजनीति, शासन, सामाजिक न्याय और अंतरराष्ट्रीय संबंध शामिल हैं।
मुख्य परीक्षा में सामाजिक न्याय और अंतरराष्ट्रीय संबंध से कई सवाल पूछे जाते हैं।
आइए इस दोनों विषयों की तैयारी के कुछ खास टिप्स जानते हैं।
अंतरराष्ट्रीय संबंध
अंतरराष्ट्रीय संबंध में क्या पढ़ना चाहिए?
अंतरराष्ट्रीय संबंध में भारत की विदेश नीति, द्विपक्षीय वार्ता और संबंध, क्षेत्रीय सहयोग, भारत के पड़ोसी देशों से संबंध, भारतीय प्रवासी, भारत के हितों पर विकसित और विकासशील देशों की नीतियां और राजनीति का प्रभाव, महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय संस्थान, एजेंसियां, प्रमुख पॉलिसी, सीमा विवाद आदि चीजें पढ़नी होती हैं।
परीक्षा में सोवियत समाजवादी गणराज्य संघ, पूर्व की नीतियां, ब्रिक्स, आसियान, सार्क, बिम्सटेक जैसे संघों के साथ संबंध, भारत के अंतरराष्ट्रीय विवाद और वैश्विक मुद्दों से संबंधित सवाल भी पूछे जाते हैं।
किताबें
कौनसी किताबें पढ़ें?
UPSC मुख्य परीक्षा के लिए अंतरराष्ट्रीय संबंध पढ़ते समय ज्यादातर फोकस करेंट अफेयर्स पर होना चाहिए, लेकिन इस खंड में बुनियादी समझ विकसित करने के लिए उम्मीदवारों को किताबें भी पढ़नी चाहिए।
अभ्यर्थी वीएन खन्ना की अंतरराष्ट्रीय संंबंध, पुष्पेश पंत की 21वीं सदी में अंतरराष्ट्रीय संबंध, अजय कुमार की अंतरराष्ट्रीय संबंधों के सिद्धांत का परिचय, राजीव सीकरी की भारत की विदेश नीति और दृष्टि की अंतरराष्ट्रीय संबंध जैसी किताबों का अध्ययन कर सकते हैं।
करेंट अफेयर्स
करेंट अफेयर्स को न करें नजरअंदाज
अंतरराष्ट्रीय संबंध की तैयारी के लिए केवल किताबी ज्ञान काफी नहीं है। मुख्य परीक्षा में अधिकतर सवाल करेंट अफेयर्स पर आधारित होते हैं।
ऐसे में उम्मीदवारों को वर्तमान की घटनाओं से अवगत रहना होगा। उम्मीदवार अखबार में इस खंड से संबंधित संपादकीय प्रमुख रूप से पढ़ सकते हैं।
अखबार के अलावा प्रेस विज्ञप्ति और विदेश नीति में बदलाव या अंतरराष्ट्रीय मामलों से संबंधित अपडेट्स के लिए विदेश मंत्रालय की वेबसाइट का भी उपयोग किया जा सकता है।
सामाजिक न्याय
सामाजिक न्याय की तैयारी
सामाजिक न्याय के पाठ्यक्रम में केंद्र और राज्य की कल्याणकारी योजनाएं और प्रदर्शन, कमजोर वर्गों के लिए गठित तंत्र, निकाय, कानून और संस्थाएं, स्वास्थ्य, शिक्षा, मानव संसाधन से संबंधित सामाजिक सेवाओं के विकास और प्रबंधन के मुद्दे, गरीबी, जनसंख्या, शिक्षा, शहरीकरण और भुखमरी के मुद्दे आदि शामिल है।
इस खंड की तैयारी के लिए नियमित रूप से अखबार पढें। इसके अलावा दृष्टि, विजन IAS जैसे संस्थानों की भारतीय समाज और सामाजिक न्याय पर आधारित किताबें और नोट्स का इस्तेमाल करें।
पिछले
मॉक टेस्ट हल करना है जरूरी
सामाजिक न्याय और अंतरराष्ट्रीय संबंध की बेहतर तैयारी के लिए सबसे पहले पिछले साल के प्रश्नपत्रों का अवलोकन करें।
परीक्षा में सवालों का पैटर्न समझें। एक जैसे दोहराए जा रहे सवालों को नोट करें। तैयारी के दौरान निर्धारित समय में मॉक टेस्ट हल करें।
ज्यादा से ज्यादा उत्तर लेखन का अभ्यास करें। इससे उत्तर लिखने की गति बढ़ने के साथ ही राइटिंग में सुधार होगा।
महत्वपूर्ण तथ्यों के नोट्स बना लें और इनका बार-बार रिवीजन करें।