कोरोना वायरस के खिलाफ सेना की जंग; रेड, येलो और ग्रीन कैटेगरी में बांटे जाएंगे जवान
क्या है खबर?
कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच भारतीय सेना ने अपनी छुट्टी, अस्थायी ड्यूटी और ट्रेनिंग कोर्स पूरा कर चुके जवानों को वापस बुलाना शुरू कर दिया है और सोमवार को इस संबंध में नई गाइंडलाइंस जारी की गईं।
इन गाइडलाइंस के मुताबिक, सेना के सभी जवानों को ग्रीन, येलो और रेड, तीन कैटेगरी में बांटा जाएगा।
सेना का मुख्य ध्यान उन सैनिकों पर है जिनकी पोस्टिंग उनके रहने के स्थान से 500 किलोमीटर के अंदर है।
मामला
लॉकडाउन के कारण ड्यूटी पर वापस लौटने में नाकाम रहे हैं सैनिक
गौरतलब है कि कोरोना वायरस लॉकडाउन से पहले छुट्टी और ट्रेनिंग पर गए कई सैनिक लॉकडाउन के कारण जहां-तहां फंसे हुए हैं और वापस ड्यूटी जॉइन करने में नाकाम रहे हैं।
इन जवानों के जरिए सेना के अंदर कोरोना वायरस आने की आशंका के कारण अब तक सेना ने उन्हें नहीं बुलाया था लेकिन अब सेना ने उन्हें बुलाना शुरू कर दिया है।
सेना के दो अधिकारियों के अनुसार, जवानों को चरणों में ड्यूटी पर बुलाया जाएगा।
गाइडलाइंस
जिन जवानों का यूनिट स्टेशन 500 किलोमीटर के अंदर, सीधे कर सकेंगे रिपोर्ट
सोमवार को जारी नई गाइडलाइंस के अनुसार, अपनी यूनिट से आधिकारिक निर्देश मिलने के बाद सैनिकों को ड्यूटी पर वापस जाना है।
इसमें लिखा है, "कोई भी जवान जिसका लीव स्टेशन यूनिट और ड्यूटी स्टेशन से 500 किलोमीटर के अंदर है, उसे निजी परिवहन के जरिए सीधा यूनिट जाकर रिपोर्ट करने की इजाजत है। जो 500 किलोमीटर के दायरे में नहीं हैं, उन्हें निजी वाहन में सबसे नजदीक स्थित यूनिट हेडक्वार्टर रिपोर्ट करना है।"
निर्देश
तीन कैटेगरी में बांटे जाएंगे सभी जवान
गाइडलाइंस के मुताबिक, सेना के सभी जवानों को तीन कैटेगरी में बांटा जाएगा।
ग्रीन कैटेगरी में वो जवान आएंगे जिन्होंने 14 दिन का क्वारंटाइन पूरा कर लिया हो। वहीं येलो कैटेगरी में उन्हें रखा गया है जिन्हें 14 दिन के क्वारंटाइन में रखे जाने की जरूरत है।
जिन जवानों में कोरोना वायरस के लक्षण देखें जाएंगे और जिन्हें आइसोलेशन और COVID-19 अस्पताल में इलाज की जरूरत होगी, उन्हें रेड कैटेगरी में रखा जाएगा।
आदेश
छुट्टी से वापस आने वाले जवानों के लिए 14 दिन का क्वारंटाइन अनिवार्य
सेना के निर्देश में कहा गया है, "छु्ट्टी, अस्थायी ड्यूटी और कोर्सेस से वापस आने वाले सभी जवानों को येलो कैटेगरी में रखा जाएगा और उन्हें रिपोर्टिंग स्टेशन या यूनिट पर 14 दिन के लिए क्वारंटाइन में रहना पड़ेगा। बाद में उन्हें सेना के वाहनों और विशेष ट्रेनों से ड्यूटी स्टेशन और यूनिट भेजा जाएगा।"
वे जवान जो सेना की निगरानी में एक स्थान से दूसरे स्थान पर नहीं जाएंगे, उन्हें दोबारा 14 दिन के क्वारंटाइन में रहना होगा।
आदेश
हॉटस्पॉट और कंटेनमेंट जोन में रह रहे जवानों पर नहीं लागू होंगी गाइडलाइंस
सेना ने अपनी निर्देश में साफ किया है कि ये गाइडलाइंस हॉटस्पॉट और कंटेनमेंट जोन में रह रहे जवानों पर लागू नहीं होती हैं और उन्हें इलाके में 'नो मूवमेंट' के नियमों का कड़ाई से पालन करना होगा।
इसके अलावा नेपाल के वे भारतीय सैनिक जो अभी छुट्टी पर हैं, वे अपने गृह स्टेशन पर भी बने रहेंगे और नेपाल में स्थिति सुधरने और सरकार के जवानों के लिए सीमा खोलने के बाद ही जा सकेंगे।
जानकारी
सेना में दस्तक दे चुका है कोरोना वायरस
बता दें कि कोरोना वायरस भारतीय सेना में भी दस्तक दे चुका है और अब तक एक डॉक्टर और नर्स समेत लगभग आठ सैनिकों को इससे संक्रमित पाया जा चुका है। इसके अलावा भारतीय नौसेना के 20 जवानों को भी संक्रमित पाया गया है।